कृषि कानून पर जो हंगामा पिछले 20 दिनों से चल रहा है, उस हंगामे में अब नया मोड़ आ गया है. अब तक टीवी पर कृषि कानून का विरोध करने वाले किसान ही नजर आ रहे थे. अब वो किसान संगठन भी सामने आ रहे हैं, जो कानून पर सरकार के साथ हैं. कल ऐसे. करीब 10 किसान संगठनों के नेताओं ने कृषि मंत्री से मुलाकात की. जाहिर है सरकार ऐसे किसान संगठनों से मिले समर्थन से खुश है लेकिन कानून के विरोध में खड़े संगठन अभी भी सरकार की मुसीबत बने हुए हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या कृषि कानून पर वाकई किसान बंट गए हैं? क्या कृषि कानून के खिलाफ चल रहा आंदोलन मेरे किसान और तेरे किसान के फेर में फंस गया है. देखें तेज मुकाबला.