अपनी पार्टी की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर किम जोंग उन रो पड़े. उन्हें अफसोस था अपनी नाकामी का. अपनी जनता के सामने उन्होंने अपनी नाकामी कबूल भी की. लेकिन उनके आंसू एक तानाशाह के मानवीय चेहरे को भी दिखा रहे थे. देखें