किसानों को अपने हक की आवाज उठाते उठाते 100 दिन से ज्यादा हो चुके हैं. अब ना सरकार सुलह के लिए कदम उठा रही है और ना ही किसान समझ पा रहे हैं कि उन्हें सरकार से बात कैसे करनी है. फिलहाल तो आंदोलन की आवाजें अब दूर दराज के गांवों तक पहुंच रही है. किसानों ने अपनी रणनीतियां बदली हैं और अब महापंचायत के सहारे सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है. अब किसानों की ये कहानी इंटरनेशनल मंचों से गूंज रही है. ब्रिटेन की संसद में भी आंदोलन को लेकर बहस हुई है, जिसे लेकर भारत सरकार ने कड़ा एतराज जताया है. फिलहाल तो ना चाहते हुए भी बात सरहद पार जा चुकी है. देखें वीडियो.