एक मखमली आवाज, जिसका जादू पिछले सात दशकों से सिर चढ़ कर बोल रहा है. उसी आवाज़ की मलिका आशा भोंसले को जब स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने सम्मानित किया तो वक्त उस ऐतिहासिक और अदुभत पल का गवाह बन गया.