तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, ममता लालगढ़ पहुंच चुकी हैं. अब इंतजार हैं, तो बस ममता की उस रैली का, जिसे माओवादियों के फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन पीसीपीए ने समर्थन देने का एलान किया है.