जनता भले ही महंगाई और भ्रष्टाचार से परेशान हो, लेकिन सरकार को इससे कोई फर्क पड़ता नजर नहीं आ रहा. सरकार ने इसी साल मई में फिजूलखर्ची बंद करने का ऐलान किया तो खूब वाहवाही बटोरी, लेकिन सरकार ने इसके बाद भी हद दर्जे की फिजूलखर्ची की है.