काशी में नरेंद्र मोदी को चुनौती देने अरविंद केजरीवाल काफी पहले ही वहां पहुंच गए हैं, लेकिन इन दोनों में से किसी का भी काशी से कोई संबंध नहीं है. ना ये इनकी जन्मभूमि है और ना ही कर्मभूमि.