उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा में अबतक 31 लोगों की जान जा चुकी है. हिंसा की शुरुआत मुजफ्फरनगर से हुई और दो दिन के भीतर ये आसपास के इलाकों तक फैल गयी. सेना और प्रशासन हालात पर काबू पाने जुटी है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं अखिलेश सरकार पर. क्या राज्य का प्रशासन सचमुच हिंसा को बढ़ने से रोक नहीं सकता था, या फिर सियासी नफा नुकसान के लिए हिंसा होने दिया गया.