कृषि कानूनों को लेकर 12 दिन से किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं. 12 दिन बाद भी इन कानूनों पर सरकार वहीं खड़ी है, जहां वो पहले खड़ी थी. किसान अपने आंदोलन के जरिए अपनी बात को कहीं आगे ले जा चुके हैं. कृषि कानून पर किसानों की आवाज अब देश भर में सुनाई दे रही है. करीब करीब सारा विपक्ष किसानों के साथ खड़ा हो गया है. किसानों के बुलाए भारत बंद के साथ आज समूचा विपक्ष एकजुट हो चुका है. एक तरह से देखें तो मोदी सरकार इस वक्त ऐसे चक्रव्यूह में फंस गई है, जहां उसे कल भारत बंद की चुनौती से जूझना है. विपक्षी दलों की एकता भी उसके लिए नया सरदर्द बन रही है. तीसरी बड़ी चुनौती खुद किसान बने हुए हैं. ऐसे में सवाल है कि क्या आने वाला वक्त मोदी सरकार की अग्निपरीक्षा का है? देखें तेज मुकाबला.