आम के जायके के जरिये इमरान खान पाकिस्तान की छवि सुधारने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन अमेरिका और चीन ने ये आम लौटा दिए. मैंगो डिप्लोमेसी की ये चाल नाकाम हो गई और पाकिस्तान के ये आम किसी काम नहीं आए. पाकिस्तान ने सोचा था कि मैंगो डिप्लोमेसी के जरिए वो चीन और अमेरिका को खुश कर देगा. उसके भेजे गए आम की मिठास से गदगद मित्र देश उसके मुल्क पर पैसों की बरसात कर देंगे. लेकिन पाकिस्तान की मैंगो डिप्लोमेसी का हश्र उसके नापाक इरादों की तरह ही चकनाचूर हो गया. ना तो चीन उसके झांसे में आया और ना अमेरिका. देखें वीडियो.