राहुल गांधी के लिए सबकुछ बदल सा गया है. कभी सपनों में थी पीएम की कुर्सी, अब तो हर सपना टूटता दिखता है. देश की सबसे पुरानी पार्टी के अस्तित्व के सामने है, अब तक का सबसे बड़ा संकट.