शुभ मंगल सावधान में आज आपको बताएंगे आमलकी एकादशी की महिमा के बारे में. फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी कहते हैं. आमलकी यानि आंवले को शास्त्रों में श्रेष्ठ माना गया है. ब्रह्रा के जन्म के साथ ही श्रीहरि ने आंवलें के वृक्ष को जन्म दिया था. आंवले को श्रीहरि ने आदि वृक्ष के रुप में प्रतिष्ठित किया है. इसके हर अंग में ईश्वर का स्थान माना गया है.