शुभ मंगल सावधान में आज आपको बताएंगे मां ब्रह्माचारिणी की महिमा के बारे में. मां ब्रह्माचारिणी ने शिव जी को पति रुप में पाने के लिए कठीन तप किया. तपस्या के प्रथम चरण में देवी ने सिर्फ फलों का सेवन किया था. इसके बाद बेलपत्र और अंत में निराहार रहकर कई सालों तक तप किया. इसके बाद शिव जी को प्रसन्न किया था. मां ब्रह्माचारिणी के दाहिने हाथ में जप की माला, बाएं हाथ में कमंडल है.