'शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले...' लेकिन क्या हकीकत की दुनिया में सिर्फ 'मेले' लगाने से इंसाफ मिल जाता है? क्या तमगे देने से शहीदों के परिजनों का दुख कम हो जाता है? इस सवाल का जवाब जानना है, तो पूछिए संसद पर हुए हमले के शहीद परिवारवालों से, जो 11 साल बाद भी आंखों में गम के आंसू लिए इंसाफ का इंतज़ार कर रहे हैं. देखिए पूरी रिपोर्ट...