बाला साहेब ठाकरे के निधन के बाद मुम्बई पर छाए मातम के बादल छटने का नाम नहीं ले रहे. उद्धव ठाकरे जब अपने पिता की अस्थियां लेने पहुंचे तो शिवाजी पार्क का माहौल एक बार फिर से गमगीन हो उठा. हालांकि पार्टी की अपील के बाद से मुम्बई पटरी पर लौटने लगी है.