ए. के. एंटनी, राजनेता
अराकापरम्बिल कुरियन एंटनी, जिन्हें एके एंटनी (A. K. Antony) के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय राजनीतिज्ञ और वकील हैं जो भारत के 23वें रक्षा मंत्री (Defence Minister of India) थे. वह 1985 से पांचवीं बार केरल से राज्यसभा के सदस्य हैं. वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति (Chairman of Disciplinary Action Committee of All India Congress Committee) के अध्यक्ष होने के साथ कांग्रेस कार्य समिति (Congress Working Committee), और कांग्रेस कोर ग्रुप और केंद्रीय चुनाव समिति के सदस्य भी हैं. एंटनी भारत के लिए सबसे लंबे वक्त, लगभग 8 वर्षों तक रक्षा मंत्री (Longest Serving Defence Minister of India) के रूप में कार्य किया. वे केरल के 8वें मुख्यमंत्री (8th Chief Minister of Kerala) और एक बार केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे हैं.
ए. के. एंटनी का जन्म 28 दिसंबर 1940 (Date of Birth) को त्रावणकोर में एलेप्पी के पास चेरथला में हुआ था. उनके पिता का नाम अरकापरम्बिल कुरियन पिल्लई और माता का नाम एलेकुट्टी कुरियन है (A. K. Antony Parents). एंटनी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा होली फैमिली बॉयज हाई स्कूल और गवर्नमेंट बॉयज हाई स्कूल, चेरथला से पूरी की और महाराजा कॉलेज, एर्नाकुलम से कला स्नातक और गवर्नमेंट लॉ कॉलेज, एर्नाकुलम से कानून की डिग्री हासिल की (A. K. Antony Education).
(A. K. Antony Political Career) एंटनी 1966 में केरल छात्र संघ के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बने और 1984 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के महासचिव चुने गए. वे 27 अप्रैल 1977 को 36 साल की उम्र में केरल के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने. एंटनी 22 मार्च 1995 से 9 मई 1996 तक केरल के 16वें मुख्यमंत्री बने. वह 1996 से 2001 तक केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता थे. उन्होंने 17 मई 2001 से 29 अगस्त 2004 तक तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में काम किया. इसके बाद, वे केंद्र की राजनीति में सक्रिय हुए और 26 अक्टूबर 2006 से 26 मई 2014 तक देश के रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली.
(A. K. Antony Personal Life) एंटनी एक स्व-घोषित नास्तिक (Self-proclaimed Atheist) हैं. और उनका विवाह एलिजाबेथ (Married to Elizabeth) से हुआ है जो केरल उच्च न्यायालय की वकील हैं, उनके दो बेटे हैं.
2014 में कांग्रेस की हार के बाद बने एंटनी आयोग ने पार्टी को चेताया था कि एंटी हिंदू छवि पार्टी के लिए घातक हो रही है. इसके बावजूद लगातार पार्टी ऐसी गलती कर रही है जिससे कांग्रेस की छवि मुस्लिम परस्त होती जा रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि 'जो होंगे, वहीं के होंगे'. उनके इस बयान के मायने ये निकाले जा रहे हैं कि दोनों सीट पर उम्मीदवार स्थानीय ही होंगे. तो क्या गांधी परिवार की दोनों सीटें इस बार बे-गांधी रह जाएंगी?
यूपी की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर कांग्रेस में उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस खत्म नहीं हो रहा है. यहां 15 दिन बाद नॉमिनेशन शुरू होने वाले हैं. लेकिन पार्टी ने चेहरा घोषित नहीं किया है. इसे लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं. अब पूर्व रक्षा मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी का बयान आया है.
अमेठी और रायबरेली से कांग्रेस उम्मीदवार पर बना सस्पेंस थोड़ा कम हुआ है. सीनियर कांग्रेस नेता एके एंटनी की मानें तो अब सस्पेंस इतना ही रह गया है कि राहुल गांधी या प्रियंका गांधी वाड्रा में से कोई एक चुनाव जरूर लड़ेगा, लेकिन दोनों सीटों में से किस पर? लगता है वायनाड में चुनाव होने तक ये सस्पेंस कायम रहेगा.
इस बीच, पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने संकेत दिए हैं कि यूपी से राहुल गांधी या प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं. एंटनी ने प्रियंका के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा को लेकर भी बयान दिया है, देखिए रिपोर्ट.
एके एंटनी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अपने बेटे अनिल एंटनी को हार का शाप दिया है. एंटनी ने कांग्रेस को अपना धर्म बताया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंदिरा काल में वह खुद भी अपनी अलग कांग्रेस पार्टी बना चुके हैं, चला चुके हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 की गहमागहमी के बीच दक्षिण केरल लोकसभा सीट से BJP ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को टिकट दिया है. वहीं, एके एंटनी ने अपने बेटे अनिल एंटनी को हार का श्राप देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी एंटो एंटनी को यहां से चुनाव जीतना चाहिए.
बीजेपी में शामिल होने के बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अनिल एंटनी ने कहा कि वह मेरे पिता हैं. वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान और स्नेह है लेकिन राजनीति अलग है.
अनिल एंटनी के भाजपा जॉइन करने के बाद उनके छोटे भाई अजीत एंटनी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि उनके भाई ने गुस्से में ऐसा फैसला लिया है और भगवा पार्टी उन्हें ठीक उसी तरह बाहर कर देगी जैसे कि ‘कड़ी के पत्तों’ को इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली स्थित उनके मुख्यालय में अनिल को भाजपा की सदस्यता स्वीकार करते देख उनके पिता बहुत दुखी हुए थे.
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी बीजेपी में शामिल हो गए. अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने के फैसले को एके एंटनी ने दुखद करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि वे मरते दम तक कांग्रेस में रहेंगे. अनिल और एके एंटनी का नाम अब उन बाप-बेटों में शामिल हो गया है, जो अलग अलग पार्टियों में रहकर राजनीति कर रहे हैं.
अनिल एंटनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे हैं. एके एंटनी यूपीए सरकार में देश के रक्षा मंत्री रहे. वे तीन बार केरल के सीएम भी रहे हैं. अनिल केरल की राजनीति में भले ही खुद बड़े नेता न हों, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेता एके एंटनी के बेटे होने से उनका सियासी महत्व बढ़ जाता है. केरल में सियासी जमीन तलाशने में जुटी बीजेपी के लिए उनकी एंट्री किसी उपलब्धि से कम नहीं है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी ने अनिल एंटनी के भाजपा में शामिल होने के निर्णय को गलत बताया. उन्होंने कहा कि अनिल के इस फैसले ने मुझे बहुत आहत किया है. यह बिल्कुल गलत कदम है. पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने कहा, भारत की एकता ही इसका धर्मनिरपेक्षता है. 2014 से देश को अस्थिर करने के प्रयास हो रहे हैं. जहां तक मेरा सवाल है, मैं अपनी आखिरी सांस तक इन प्रयासों के खिलाफ लड़ूंगा.
कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी गुरुवार को बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने जनवरी में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था. दरअसल पीएम मोदी और गुजरात दंगों पर बनी BBC की डॉक्यूमेंट्री का उन्होंने विरोध किया था. यह कांग्रेस पार्टी की लाइन से अलग स्टेटमेंट था. इसको लेकर अनिल एंटनी का कांग्रेस के नेताओं ने ही विरोध किया था और उन्होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.
पीएम मोदी और गुजरात दंगों को लेकर आई बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री पर कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी के बयान से बवाल मचा है. विवाद बढ़ता देख अब अनिल ने अब कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है. देखें वीडियो
BBC डॉक्यूमेंट्री को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. एक तरफ सरकार ने उस डॉक्यूमेंट्री को देश में बैन कर दिया है. वहीं, केरल के कद्दावर नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. आजतक के साथ अनिल एंटनी ने खास बातचीत की और अपने इस्तीफे और BBC डॉक्यूमेंट्री के विरोध पर क्या कहा? देखें.
पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देकर खलबली मचा दी है. उनका आरोप है कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर कांग्रेस द्वारा उनसे ट्वीट डिलीट करने को कहा गया था इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया. आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एंटनी ने कहा कि वो बीजेपी में नहीं जाएंगे. देखें वीडियो.
BBC की डॉक्यूमेंट्री का विरोध कर रहे अनिल एंटनी को कांग्रेस पार्टी के भीतर विरोध झेलना पड़ा. इसके बाद उन्होंने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. इस इस्तीफे को लेकर उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी से जब सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं यहां एक शादी के लिए हूं, न कि किसी राजनीतिक कार्यक्रम में.
कांग्रेस के सभी पदों पदों से इस्तीफे का ऐलान करने वाले ऐके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कहा है कि वो बीजेपी में नहीं जाएंगे. आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एंटनी ने कहा कि वो जन्म से कांग्रेसी हैं और मरते दम तक कांग्रेसी रहेंगे. उन्होंने खुलासा किया कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर उनसे ट्वीट डिलीट करने को कहा गया था इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया. देखें लंच ब्रेक.
केरल के कद्दावर नेता एके एंटनी के बेटे अनिल के एंटनी ने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. अनिल एंटनी अपनी ही पार्टी में घिर गए थे और अंत में सभी पदों से इस्तीफा देना पड़ा. अनिल एंटनी कांग्रेस में कैसे घिर गए और सभी पदों से क्यों इस्तीफा देना पड़ गया, जानें.
पूर्व केंद्रीय मंत्री और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी ने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. अनिल एंटनी के इस्तीफे के बाद कांग्रेस में किस कदर असंतोष है, ये फिर से उजागर हो गया है. अनिल एंटनी अपने पिता की तुलना में आधे भी भाग्यशाली नहीं रहे जो अक्सर विरोधाभासी विचार रखते थे और बचकर निकल जाते थे.
कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री एके एंटनी के बेटे अनिल के एंटनी ने कांग्रेस पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा देने का ऐलान किया है. अनिल के एंटनी ने इस्तीफे का पत्र ट्वीट करते हुए पार्टी नेतृत्व पर भी सवाल उठाए हैं. अनिल के एंटनी ने अपने ट्वीट में इस्तीफे की वजह भी बताई है.