आदित्य बिड़ला
आदित्य विक्रम बिड़ला (Aditya Vikram Birla) एक भारतीय उद्योगपति थे (घndustrialist). उन्होंने अपने समूह के कपडे, पेट्रोकेमिकल्स और दूरसंचार में विविधीकरण का शामिल है. वह दक्षिण पूर्व एशिया, फिलीपींस और मिस्र में संयंत्र स्थापित करके विदेशों में विस्तार करने वाले पहले भारतीय उद्योगपतियों में से एक थे (First Indian Industrialists to Expand Abroad). 1995 तक उनकी कुल संपत्ति 250 मिलियन आंकी गई थी.
बिड़ला का जन्म 14 नवंबर 1943 को कलकत्ता (Now Kolkata) में हुआ था (Aditya Birla Born). उनके पिता उद्योगपति बसंत कुमार और मां सरला बिड़ला थीं (Aditya Birla Parents). उनके दादा घनश्याम दास बिड़ला महात्मा गांधी के सहयोगी थे और उन्होंने एल्युमीनियम पूर्वेक्षण पर और एम्बेसडर कार के निर्माता के थें (Aditya Birla Grandfather).
आदित्य बिड़ला ने सेंट जेवियर्स कॉलेज, कलकत्ता से पढ़ाई की. बाद में, मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में केमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल की. आदित्य विक्रम बिड़ला ने अपनी संस्कृत शिक्षा स्वर्गीय संस्कृत विद्वान श्री दुर्गा प्रसाद शास्त्री से कोलकाता में प्राप्त की (Aditya Birla Education). उनकी शादी राजश्री से हुई थी (Aditya Birla Wife) और उनकी एक बेटी वासवदत्त और एक बेटा कुमार मंगलम हैं, जो अब आदित्य बिड़ला समूह के प्रमुख हैं (Aditya Birla Children).
1965 में भारत लौटने के बाद, बिड़ला ने कपड़े के उद्योग शुरुआत की. कोलकाता में उनकी ईस्टर्न स्पिनिंग मिल्स जल्दी ही सफल हो गई. उसके बाद उन्हें तेल क्षेत्र में निगम के विस्तार का प्रभारी बनाया गया. 1969 में, बिड़ला ने समूह की पहली विदेशी कंपनी इंडो-थाई सिंथेटिक्स कंपनी लिमिटेड की स्थापना की. 1973 में, उन्होंने पी.टी. काता सूत का निर्माण करने के लिए सुरुचिपूर्ण वस्त्र का इंडोनेशिया में समूह का पहला उद्यम बनाया. 1974 में, थाई रेयन, समूह के विस्कोस रेयन स्टेपल फाइबर व्यवसाय को थाईलैंड में शामिल किया गया था. 1975 में, इंडो फिल ग्रुप ऑफ कंपनीज, पहला इंडो-फिलिपिनो संयुक्त उद्यम, ने स्पून यार्न का उत्पादन शुरू किया. 1977 में, पैन सेंचुरी एडिबल ऑयल्स को मलेशिया में शामिल किया गया, जो दुनिया की सबसे बड़ी सिंगल-लोकेशन पाम ऑयल रिफाइनरी बन गई. 1978 में, थाई कार्बन ब्लैक को थाईलैंड में शामिल किया गया था. 1982 में, पी.टी. इंडो भारत रेयन की स्थापना इंडोनेशिया में विस्कोस स्टेपल फाइबर के पहले उत्पादक के रूप में हुई थी. इन सभी उपक्रमों ने न केवल बिड़ला समूह को दुनिया के नक्शे पर ला खड़ा किया, बल्कि कंपनियां विस्कोस स्टेपल फाइबर की सबसे बड़ी उत्पादक और पाम तेल की रिफाइनर बन गईं (Aditya Vikram Birla Career).
1993 में, बिड़ला को प्रोस्टेट कैंसर (Aditya Birla Prostate Cancer) का पता चला था और 1 अक्टूबर 1995 को उनकी मृत्यु हो गई (Aditya Birla Death). उनकी मौत के बाद उनके वृद्ध पिता और छोटे बेटे ने समूह की कई जिम्मेदारियों को संभाला.
आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन और जाने माने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला को बिजनेस आइकॉन ऑफ द ईयर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. बिजनेस टुडे इंडिया के सर्वश्रेष्ठ सीईओ पुरस्कार समारोह के दौरान उन्हें यह अवॉर्ड दिया गया. देखें वीडियो
BT MindRush 2025: शनिवार को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (Mumbai BKC) में बिजनेस टुडे माइंडरश का आयोजन किया गया. इसमें आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) शामिल हुए और कई मुद्दों पर बातचीत की.
विपक्षी इंडिया ब्लॉक राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में है. सभापति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्षी गठबंधन एकजुट हो गया है. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर और अभिमन्यु कोहाड़ ने सोमवार को खनौरी बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके आंदोलन के अगले चरण के बारे में जानकारी दी. अभिमन्यु कोहाड़ ने कहा कि किसान नेता जगजीत डल्लेवाल 14 दिन से आमरण अनशन कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 'राइजिंग राजस्थान समिट' को संबोधित करते हुए कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा, 'अपने सभी व्यवसायों में, हम अपने निवेश को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मुझे उम्मीद है कि हमारा ग्रुप अगले कुछ वर्षों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा.'
Kumar Mangalam Birla ने नए साल के अपने संदेश में आगे कहा कि देश इस समय आत्मविश्वास से भरा हुआ है, जो कि साफ नजर आ रहा है. उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक मीम का इस्तेमाल कर कहा कि इंडियन इकोनॉमी 'Wow' स्थिति में है.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में जाने-माने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला को पद्म भूषण से सम्मानित किया. समारोह में कुल 106 हस्तियों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. कुमार मंगलम इस सम्मान को हासिल करने के साथ ही बिड़ला परिवार में पद्म पुरस्कार पाने वाली चौथी हस्ती बन गए हैं.
कुमार मंगलम बिड़ला के नेतृत्व वाले ग्रुप के फैशन एंड रिटेल बिजनेस Aditya Birla Fashion and Retail Ltd में बेटी अनन्याश्री बिरला (Ananyashree Birla) और बेटे आर्यमान विक्रम बिरला (Aryaman Birla) को बोर्ड ऑफ डायरेक्टर नियुक्त किया गया है.
हुरुन की दानदाता की लिस्ट में Reliance Industries के चेयरमैन मुकेश अंबानी तीसरे स्थान पर हैं. जबकि Aditya Birla Group के कुमार मंगलम बिड़ला चौथे स्थान पर रहे हैं. अंबानी ने 411 करोड़, तो बिड़ला ने 242 करोड़ रुपये दान किए हैं. Adani Group के गौतम अडानी 7वें स्थान पर रहे हैं.
भारत में उद्योगपतियों के दान करने की पुरानी परंपरा है. राजा-महाराजाओं से अलग उद्योगपतियों ने कई जगहों पर धर्मशाला से लेकर प्याऊ तक खुलवाए. अस्पताल से लेकर स्कूल तक के लिए उद्योगपतियों ने पैसा और जमीन दान की. आज ऐसे ही 15 उद्योगपतियों की बात, जिन्होंने दान किए 100 करोड़ से ज्यादा.