अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) समाजवादी पार्टी (SP) के एक नेता हैं. वह उत्तर प्रदेश के गाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं. उन्होंने 2004 और 2019 के आम चुनाव जीते हैं. अफजाल अंसारी 5 बार विधायक और 3 बार लोकसभा सांसद चुने गए हैं.
1 मई 2023 को, अंसारी को 4 साल की जेल की सजा दिए जाने के बाद संसद सदस्य के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया. 15 दिसंबर 2023 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उनका निलंबन रद्द कर दिया.
अंसारी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से की थी. उन्होंने पहली बार 1985 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ा और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अभय नारायण राय को 3,064 मतों के अंतर से हराया. 1985 से 2002 तक, अंसारी ने मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा के पांच बार सदस्य बने.
अफजाल अंसारी ने 2004 के लोकसभा आम चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी के मनोज सिन्हा को 226,777 मतों के अंतर से हराया. उन्होंने 2009 के आम चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के टिकट पर गाजीपुर से चुनाव लड़ा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राधे मोहन सिंह से हार गए.
अंसारी ने समाजवादी पार्टी छोड़ दी और कौमी एकता दल नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी की स्थापना की और इसके महासचिव के रूप में कार्य किया. फिर कौमी एकता दल का समाजवादी पार्टी में विलय हो गया. अंसारी 2019 में फिर से सपा में शामिल हो गए और गाजीपुर से आम चुनाव लड़ा. उन्होंने सीट जीती और गाजीपुर से 17वें लोकसभा सदस्य बने.
अफजाल अंसारी का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के यूसुफपुर-मोहम्मदाबाद शहर में हुआ था. उनके माता-पिता सुभानउल्लाह अंसारी और बेगम राबिया है. उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की. हायर स्टडी के लिए, उन्होंने स्थानीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में दाखिला लिया और गोरखपुर विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की.
अफजाल अंसारी के पिता सुभानउल्लाह अंसारी नगर पालिका परिषद, मोहम्मदाबाद के अध्यक्ष थे और निर्विरोध चुने गए थे. उनके दादा मुख्तार अहमद अंसारी अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के अध्यक्ष (1926-1927) और साथ ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के अध्यक्ष रहे हैं और जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली के संस्थापकों में से एक थे.
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी अफजाल अंसारी के चचेरे भाई हैं.
अफजाल अंसारी की शादी 26 अक्टूबर 1991 को फरहत अंसारी से हुई और दंपति की 3 बेटियां हैं.
अंसारी के बड़े भाई सिबगतुल्लाह अंसारी और उनके छोटे भाई मुख्तार अंसारी दोनों ही राजनीति में शामिल थे और अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों से विधायक रहे हैं.
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सपा सांसद अफजाल अंसारी के महाकुंभ वाले बयान पर रिएक्ट किया. उन्होंने कहा कि जो विज्ञान समझते हैं वो ये जानते हैं कि ना तो कोई स्वर्ग है ना कोई नर्क है.
गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ एक और केस दर्ज हुआ है. महाकुंभ पर दिए विवादित बयान को लेकर उनके खिलाफ ये कार्रवाई हुई है. जिला सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देव प्रकाश सिंह ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.
महाकुंभ मेले की जमीन को वक्फ की जमीन बताए जाने के सवाल पर अफजाल अंसारी ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मुझे उसपर कोई बयान नहीं देना है. उन्होंने साफ तौर पर कहा कुंभ का आयोजन हर 6 साल और 12 साल पर होता है. ये धर्म और आस्था से जुड़ा आयोजन है. इस पर कोई टिप्पणी नहीं होनी चाहिए.
RSS चीफ मोहन भागवत के बयान पर समाजवादी पार्टी के सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा, "मोहन भागवत, बीजेपी को कंट्रोल क्यों नहीं कर रहे हैं. हम तो आह्वान करते हैं कि हम कैलाश मानसरोवर को चीन से मुक्त कराएं. अगर हम वो करा पाएंगे तो ही बड़ी बात होगी. हर मस्जिद में ये लोग विवाद पैदा करते हैं."
संभल हिंसा को लेकर सपा सांसद अफजाल अंसारी ने कहा कि लोग मनमानी करने पर आमादा हैं, न्यायिक सेवा के अधिकरियों को धमकाया जा रहा है. अफजाल ने कहा कि जो अफसर उछल रहे हैं, उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ेगा. वक्त आएगा. अभी जो लोग हैं, वो बदले जाएंगे.
गाजीपुर के सपा सांसद अफजाल अंसारी के एक मुकदमा दर्ज किया गया है. दरअसल, बीते दिनों समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी की गाजीपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस थी. इस दौरान उन्होंने गांजा की बिक्री को लेकर लाइसेंस देने की मांग की थी.
यूपी में हुए एनकाउंटर्स को लेकर सियासी भूचाल है...अब इसी कड़ी में मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है.
मुख्तार अंसारी के भाई और गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने गांजा की बिक्री को लेकर बड़ा बयान दिया है.मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने गांजा की पैरवी की.
Ayodhya Rape Case: अयोध्या में नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में आरोपी सपना नेता मोईन खान को लेकर गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी का रिएक्शन आया है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में उपचुनाव होने वाले हैं, इसलिए बीजेपी इस मुद्दे को उठा रही है ताकि उसको फायदा मिल सके. देखिए VIDEO
अयोध्या रेप कांड को लेकर सियासत तेज होती जा रही है. इस बीच, सपा सांसद अफजाल अंसारी ने आरोप लगाया है कि चुनावी फायदे के लिए घटना को प्रचारित किया गया और दूसरी घटनाओं को छुपाया जा रहा है. घटना की सच्चाई क्या है, यह जानना जरूरी है. देखिए कि अफजाल अंसारी ने और क्या कहा?
यूपी के गाजीपुर से सांसद अफजाल अंसारी ने गुरुवार को शिक्षा मंत्रालय से जुड़ी अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान एससी-एसटी, ओबीसी और अल्पसंख्यकों की शिक्षा को लेकर बजट पर सरकार को घेरा.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट में मिली चार साल की सजा के खिलाफ गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी की अपील मंजूर कर ली. साथ ही राज्य सरकार और दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय की तरफ से दायर सजा बढ़ाने की अपीलें खारिज कर दी. इसे अफजाल के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है. देखें...
यूपी के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा सुनाई गई 4 साल की सजा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है. गौरतलब है कि बीते साल अप्रैल में कृष्णानंद राय हत्याकांड में अफजाल को ये सजा सुनाई गई थी. देखिए उनके वकील ने क्या कहा...
यूपी के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा सुनाई गई 4 साल की सजा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है. दरअसल बीते साल अप्रैल में कृष्णानंद राय हत्याकांड मामले में दर्ज हुए गैंगस्टर केस में अफजाल को चार साल की सजा सुनाई गई थी. अब इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गाजीपुर कोर्ट के फैसले को पलट दिया.
यूपी के गाजीपुर से सपा सांसद अफजाल अंसारी को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है. गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट द्वारा सुनाई गई 4 साल की सजा को हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है.
मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी की सजा को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट आज फैसला सुनाएगी. ये इत्तेफाक ही रहा है कि अफजाल जब-जब सांसद बने हैं, उन्हें जेल जाना पड़ा. वह एक बार फिर गाजीपुर से चुनाव जीते हैं तो अब देखना होगा कि क्या अफजाल को फिर जेल जाना होगा.
2005 में तत्कालीन भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद अफजाल पर गैंगस्टर एक्ट लगा था. इस मामले में अगर अफजाल को दोषी करार दिया जाता है, तो वह अपनी संसद सदस्यता खो देंगे, क्योंकि सजा दो साल से अधिक की है. अफजाल ने 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिकट पर गाजीपुर सीट जीती है.
यूपी की राजनीति में अचानक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के मुस्लिम सांसद योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफों की पुल बांध रहे हैं . दूसरी ओर सहयोगी दल योगी सरकार को टारगेट कर रहे हैं. इस बीच बीजेपी कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस उत्पीड़न की शिकायतें बढ़ा दी हैं.
पहले गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी और सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ की है. ये दोनों नेता बीजेपी के नहीं हैं और ना ही सीएम योगी की राजनीति से प्रभावित हैं. फिर तारीफ के पीछे उनका मकसद क्या है? उनकी रणनीति क्या है, आइए इसके बारे में समझते हैं.
अफजाल अंसारी दूसरी बार यूपी की गाजीपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीते हैं. वे इस बार सपा के टिकट पर चुनाव लड़े थे और बीजेपी के पारसनाथ राय को 1,24,861 वोटों से चुनाव हराया है. अफजाल को 5,39,912 वोट और पारसनाथ राय को 4,15,051 मत मिले. 2019 में अफजाल अंसारी ने बसपा के टिकट पर जीत दर्ज की थी.
यूपी की गाजीपुर लोकसभा हॉट सीट है. यहां समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अफजाल अंसारी हैं, जो मुख्तार अंसारी के भाई हैं. वहीं बीजेपी की तरफ से पारसनाथ राय चुनावी मैदान में है. आइए देखते हैं कि India Today Axis My India के Exit Poll के मुताबिक, गाजीपुर लोकसभा सीट पर किसका पलड़ा भारी है.