अजमेर
अजमेर (Ajmer) भारत के राजस्थान राज्य का एक प्रमुख जिला (District of Rajasthan) और सबसे पुराने शहरों में से एक है. यह अजमेर जिले का केंद्र है. यह जिला राजस्थान के मध्य में स्थित है. इसे राजस्थान के दिल के रूप में भी जाना जाता है.
अजमेर अरावली पर्वत से घिरा हुआ है. यह साल 1869 से नगर पालिका रहा है. अजमेर को भारत सरकार की स्मार्ट सिटी मिशन योजनाओं के लिए विरासत शहरों में से एक के रूप में चुना गया है (Ajmer, Smart City Mission).
इस शहर की स्थापना "अजयमेरु" के रूप में एक चहमाना शासक द्वारा की गई थी. 12वीं शताब्दी तक उनकी राजधानी के रूप में कार्य किया. मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह का घर, अजमेर दक्षिण एशिया में इस्लामी तीर्थयात्रा के सबसे महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है. यहां सालों भर सैलानियों का अवागमन लगा रहता है (Ajmer History).
Ajmer News: हमला करने वाले लोग तलवार, धारदार हथियार, लकड़ी, हॉकी और पत्थर से लैस थे. इस दौरान महिलाओं ने भी हमला किया. इसके बाद मदद के लिए पुलिस को कॉल किया गया तो विशेष समुदाय से जुड़े लोगों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया.
राजस्थान के अजमेर में अनोखा मामला सामने आया है. यहां तीन चोरों ने वारदात से पहले मंदिर में मन्नत मांगी कि अगर चोरी में अच्छा पैसा मिला तो वे एक लाख रुपये चढ़ाएंगे और भंडारा करेंगे. चोरी के बाद जब 12 लाख रुपये हाथ लगे, तो चोरों ने संकल्प पूरा किया. पुलिस ने 900 किलोमीटर तक पीछा कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और बची हुई नकदी बरामद कर ली है.
अदालत ने अजमेर एसपी को निर्देश दिया है कि आरोपियों को वारंट तामील काराएं और केस डायरी भी कोर्ट ने तलब की है. साथ ही हर सोमवार को एसपी से केस से जुड़ी रिपोर्ट भी मांगी गई है.
अजमेर में दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है. यहां रहने वाले रामलाल ने अपने तीन बच्चों और पत्नी पर तवा फेंककर हमला किया और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया. इसके बाद वह खुद भी घर की पहली मंजिल पर गया और कूदकर जान देने की कोशिश की.
अजमेर दरगाह विवाद में याचिकाकर्ता विष्णु गुप्ता की गाड़ी पर गोलीबारी हुई है. अजमेर से दिल्ली जाते समय उनकी गाड़ी पर गोली चलाई गई. पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी है. एसपी वंदिता राणा ने खुद मौके पर पहुंचकर गाड़ी की पड़ताल की. पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है.
अजमेर दरगाह में मंदिर विवाद मामले से जुड़े याचिकाकर्ता और हिंदू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता की गाड़ी पर फायरिंग की जानकारी सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि ये घटना उस वक्त हुई जब वह अजमेर से दिल्ली जा रहे थे. घटना के बाद पुलिस समेत आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है.
नसीराबाद के लवेरा गांव में एक दलित शख्स ने अपनी बेटी की शादी समारोह में संभावित विवाद को रोकने के लिए प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई थी. इस पर पुलिस और प्रशासन ने गांव में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी, जिससे दुल्हे की बारात घोड़ी पर बिना किसी विवाद के निकले.
राजस्थान के अजमेर से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है. दरअसल एक बारात में बारातियों से ज्यादा पुलिसकर्मी दिखें. पुलिसकर्मियों को सुरक्षा देने को मजबूर होना पड़ा, क्योंकि दूल्हा दलित है. दूल्हे के घरवालों को आशंका थी कि घोड़ी पर बैठकर दलित दूल्हा निकला तो दूसरे वर्ग के लोग विवाद खड़ा कर सकते हैं. देखें...
किशनगढ़ की एक मार्बल फैक्ट्री में अंगीठी के धुएं से दम घुटने के कारण 30 वर्षीय मजदूर कृष्ण यादव की मौत हो गई, जबकि सत्यनारायण और छोटू गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं. ठंड से बचने के लिए मजदूरों ने अंगीठी जलाई थी, जिससे कमरे में जहरीली गैस फैल गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
PM मोदी सौहार्द, शांति, एकता के संदेश के साथ 11वीं बार अजमेर शरीफ में चादर भेज रहे हैं. सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास के मंत्र पर चलने वाले प्रधानमंत्री हर बार चादर भेजते आ रहे हैं तो क्या उस सियासी विवादों पर भी चादर पड़ेगी, जहां अजमेर से लेकर दूसरी जगहों पर मंदिर का दावा होता है. देखें...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपनी श्रद्धा को प्रदर्शित करते हुए अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर भेजने का निर्णय लिया है. यह चादर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्तीके उर्स के मंगल अवसर पर 4 जनवरी को पेश की जाएगी. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी इस महत्वपूर्ण आयोजन का हिस्सा होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्यारहवीं बार अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर भेजी है. यह चादर 4 जनवरी को ख्वाजा मुइनुद्दीन चिश्ती के उर्स के दौरान पेश की जाएगी. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी पहले निजामुद्दीन औलिया की दरगाह जाएंगे. फिर रिजिजू चादर लेकर अजमेर शरीफ पहुंचेंगे. video
PM मोदी की तरफ से आज शाम अजमेर शरीफ दरगाह के लिए चादर भेजी जानी है, जिसका विरोध हिंदूवादी संगठन करने लगे हैं. संगठन का कहना है कि जब तक दरगाह-मंदिर का मामला अदालत में लंबित है, चादर ना भेजी जाए. तो कांग्रेस पूछने लगी है कि क्या अब हिंदू-मुस्लिम करने वाले नेता सीख लेंगे? देखें खबरदार.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ दरगाह पर 813वें उर्स के मौके पर चादर भेजने का फैसला किया है. हिंदू पक्ष की अपील के बावजूद, मोदी ने इस परंपरा को जारी रखा है. चादर अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू और बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे के अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी के माध्यम से भेजी जाएगी. यह परंपरा पंडित जवाहरलाल नेहरू से शुरू हुई थी और हर साल निभाई जाती है. VIDEO
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अजमेर शरीफ दरगाह के उर्स के मौके पर एक खास 'चादर' अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के नेता को सौंपेंगे. ऐसी 11वीं बार होगा, जब पीएम मोदी दरगाह पर चढ़ाने के लिए 'चादर' भेंट करेंगे.
अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के 813वें उर्स से पहले दरगाह इलाके में नगर निगम ने अवैध अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है. गुरुवार को दरगाह क्षेत्र के अंदरकोट, अढ़ाई दिन का झोपड़ा, दिल्ली गेट सहित अन्य इलाकों में निगम का पीला पंजा चला. इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
अजमेर के दरगाह इलाके में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन का पीला पंजा चला. अंदरकोट, अढ़ाई के झोपड़ा, दिल्ली गेट सहित कई इलाके लिस्ट में शामिल हैं. बुलडोजर एक्शन के लिए पुलिस की सख्त मोर्चाबंदी है. देखें ये वीडियो.
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह क्षेत्र के अंदरकोट, अढ़ाई दिन का झोपड़ा, दिल्ली गेट सहित अन्य इलाकों में निगम का बुलडोजर चला. इस कार्रवाई से क्षेत्र में हड़कंप मच गया. नगर निगम के साथ दरगाह थाना पुलिस और बड़ी संख्या में लाइन का जाप्ता भी मौजूद रहा.
Ajmer Dargah: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में तत्कालीन अल्पसंख्यक मामलात के केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी चादर लेकर आए थे. ग़ौरतलब है कि अजमेर दरगाह शरीफ़ भारत सरकार के केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंदर ही आता है. इस बार अजमेर शरीफ का सलाना उर्स 28 दिसंबर से शुरू हो रहा है.
चार दिन पहले ही जयपुर-अजमेर आइवे पर एक भीषण हादसा हुआ था, जिसमें एक एलपीजी से भरे ट्रक की दूसरे ट्रक से टक्कर के बाद 14 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के 4 दिन बाद अब फिर जयपुर-अजमेर आइवे पर बड़ा हादसा हुआ है.
अजमेर शरीफ दरगाह को हिंदू मंदिर घोषित करने के विवाद में नए मोड़ आए हैं. दीवान जैनुल आबेदीन सहित पांच लोगों ने आवेदन दायर कर मामले में पार्टी बनने की मांग की है. अदालत ने 24 जनवरी को अगली सुनवाई निर्धारित की है.