आकाश आनंद (Akash Anand), बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) के भतीजे हैं जिन्हें 10 दिसंबर 2023 को अपना उत्तराधिकारी नामित किया गया था. मार्च 2025 में मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया. वह 2022 से राजस्थान में पार्टी के मामलों के प्रभारी रहे. वह बसपा के राष्ट्रीय समन्वयक के आधिकारिक पद पर भी थे. आकाश आनंद ने पार्टी की 14 दिवसीय 'सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय संकल्प यात्रा' का भी नेतृत्व किया था.
मायावती ने उदित राज पर आकाश आनंद को कांग्रेस में शामिल होने के प्रस्ताव देने के लिए हमला बोला. मायावती ने कार्यकर्ताओं को ऐसे नेताओं से सावधानी बरतने की सलाह देते हुए 15 मार्च को कांशीराम की जयंती पूरे भावना के साथ मनाने की अपील की. मायावती ने 2 मार्च को आकाश को पार्टी के सभी पदों से छुट्टी कर दी थी.
मायावती अब तक कांग्रेस और गांधी परिवार के खिलाफ ही हमलावर नजर आई हैं, लेकिन बड़े दिनों पर मायावती ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर बीजेपी की केंद्र और यूपी सरकार को लेकर सख्त लहजे में रिएक्ट किया है - और वो भी गरीबों की दुश्मन और अमीरों की हितैषी बताते हुए.
उदित राज ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, 'बसपा का उदय अन्य दलों से अलग है, क्योंकि इसकी शुरुआत एक सामाजिक आंदोलन से हुई थी और बाद में यह एक राजनीतिक पार्टी बन गई. लेकिन अब इसका भाजपाकरण हो गया है.' उन्होंने मायावती से कई सवाल पूछे और कहा, आकाश आनंद ने कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-सपा के साथ गठबंधन होना चाहिए, अन्यथा हम जीरो पर रह जाएंगे.
आकाश आनंद को बीएसपी से बाहर करने के बाद भी मायावती एक्शन मोड में ही हैं. ताजा शिकार आनंद कुमार हुए हैं, जो आकाश आनंद के पिता और मायावती के भाई हैं - क्या अब भी आपको लगता है कि बीएसपी में जो हो रहा है उसके पीछे आकाश आनंद ही हैं?
सवाल उठ रहा है कि बसपा में अब सेकंड-इन लाइन में कौन-कौन नेता हैं जो आने वाले दिनों में मायावती के करीबी बन सकते हैं और आज की तारीख में भरोसेमंद बनकर संगठन और बहुजन मूवमेंट को धार दे रहे हैं. जानकार कहते हैं कि बसपा में मायावती के सिपहसालार हमेशा उनकी आंख-कान रहे हैं.
मायावती ने सोशल मीडिया में पोस्ट कर बताया कि उनके भाई आनंद कुमार ने एक पद पर काम करने की इच्छा जताई थी. आनंद कुमार बसपा के उपाध्यक्ष हैं, साथ ही उन्हें मायावती ने नेशनल कॉर्डिनेटर भी बना दिया था. ऐसे में आनंद कुमार के आग्रह पर उन्हें उपाध्यक्ष रखते हुए मायावती ने उनकी जगह रणधीर बेनीवाल को नेशनल कॉर्डिनेटर बनाया है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, अगर वो (आकाश आनंद) बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के मिशन को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया में शामिल होना चाहिए.
मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को बीएसपी से उनके ससुर के प्रभाव में पार्टी हितों को नजरअंदाज करने के लिए निष्कासित कर दिया है. उनकी प्रतिक्रिया को अहंकारी बताते हुए, मायावती ने पार्टी के अनुशासन और विचारधारा को प्राथमिकता देते हुए यह कड़ा कदम उठाया है.
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने एक चौंका देने वाले फैसले में अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. वहीं अबू धाबी में चार महीने के शिशु की कथित हत्या के मामले में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय महिला शहजादी खान को 15 फरवरी को फांसी दी जा चुकी है. MEA ने दिल्ली हाई कोर्ट को इसकी जानकारी दी.
मायावती को काफी वक्त से यह लगने लगा था कि आकाश आनंद जिन्हें उन्होंने अपनी पार्टी का उत्तराधिकारी घोषित किया है वह पूरी तरीके से अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में हैं. राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर रहते हुए आकाश पर अशोक सिद्धार्थ का प्रभाव ज्यादा है और अशोक सिद्धार्थ मायावती के नाक के नीचे अपना एक समानांतर सिस्टम चला रहे हैं.
ऐसे समय में जब बहुजन समाज पार्टी दिन प्रति दिन अपनी लोकप्रियता खोती जा रही है, पार्टी सुप्रीमो मायावती अपना उत्तराधिकारी खोजने में अपनी सारी ऊर्जा लगा रही हैं. दुर्भाग्य से मास्टर कांशीराम की तरह उन्होंने अपनी पार्टी के लिए सेकंड लाइन की लीडरशिप नहीं तैयार की. जाहिर है कि इसका असर भविष्य में पार्टी पर पड़ना तय है.
बीएसपी में आकाश आनंद की कहानी ससुर-दामाद, बेटी और 'बुआ मां' के दो खेमों में बंट जाने की सियासी कहानी है. मायावती ने इस पूरे घटनाक्रम के लिए आकाश आनंद के ससुर को जिम्मेदार ठहराया है. बीएसपी सुप्रीमो का इशारा आकाश की पत्नी की ओर भी है. जिनके बारे में मायावती को अंदेशा है कि वो अपने पिता के प्रभाव से शायद ही मुक्त हो पाएंगी. उन्होंने कहा है कि इस घटनाक्रम से आकाश का राजनीतिक करियर खराब हो गया है.
आकाश आनंद ने बसपा के सभी पदों से हटाने जाने के बाद प्रतिक्रिया दी है. सोशल मीडिया पोस्ट पर उन्होंने लिखा है कि मायावती जी द्वारा मुझे पार्टी के सभी पदों से मुक्त करने का निर्णय मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से भावनात्मक है, लेकिन साथ ही अब एक बड़ी चुनौती भी है, परीक्षा कठिन है और लड़ाई लंबी है. ऐसे कठिन समय में धैर्य और संकल्प ही सच्चे साथी होते हैं.
कांग्रेस उदित राज ने बीएसपी नेताओं से कांग्रेस में शामिल होने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बीेएसपी में दलितों या ओबीसी के लिए कोई मिशन नहीं बचा है. उन्होंने ये बातें बीएसपी द्वारा आकाश आनंद को नेशनल को-ऑर्डिनेटर के पद से हटाए जाने के बाद के कुछ घंटे बाद की हैं.
लखनऊ में बुलाई गई बीएसपी पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने बड़ा फैसला लिया. उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर समेत सभी पदों से हटा दिया. आकाश आनंद की जगह उनके पिता और पार्टी महासचिव आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को बीएसपी का नेशनल कोऑर्डिनेटर बनाया गया. देेखिए शंखनाद
बहुजन समाज पार्टी ने पार्टी की बैठक में बड़े फैसले लिए हैं. इस बैठक में आकाश आनंद को नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से हटाकर उनके स्थान पर उनके पिता आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद रामजी गौतम को नया पदभार दिया गया है. मायावती ने पार्टी संगठन को और अधिक मजबूत करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के सियासी दल बहुजन समाज पार्टी (BSP) में बड़ा फेरबदल हुआ है. पार्टी को दो नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर मिले हैं. इसके साथ ही आकाश आनंद को बीएसपी के सभी पदों से हटा दिया गया है. वहीं हरियाणा में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की सूटकेस में मिली लाश के मामले में राजनीति तेज हो गई है. देखिए VIDEO
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के सियासी दल बहुजन समाज पार्टी (BSP) में बड़ा फेरबदल हुआ है. पार्टी को दो नए नेशनल को-ऑर्डिनेटर मिले हैं.
आकाश आनंद को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया है और उनकी जगह उनके पिता और पार्टी महासचिव आनंद कुमार और राज्यसभा सांसद राम जी गौतम को बीएसपी का नेशनल को-ऑर्डिनेटर बनाया गया है.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती के भतीजे और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर सीधा निशाना साधा है. आकाश आनंद ने X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर कांग्रेस पर बहुजन आंदोलन के अपमान का आरोप लगाया है. इसी के साथ राहुल गांधी से उदित राज को पार्टी से बाहर करने की मांग की है.
कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के लिए कुछ ऐसा कह दिया, जिस पर विवाद खड़ा हो गया है. भाजपा ने भी उदित राज की टिप्पणी के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा है.