आलमगीर आलम (Alamgir Alam) कांग्रेस के सदस्य हैं. वह झारखंड विधानसभा में पाकुड़ निर्वाचन क्षेत्र से चार बार विधायक रहे हैं. आलम 2000, 2004, 2014 और 2019 के चुनावों में झारखंड विधानसभा के लिए चुने गए, जबकि 2009 के चुनावों में वह हार गए थे. वह 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 के बीच झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष बने रहे. अभी राज्य सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं.
2019 के झारखंड विधान सभा चुनाव में, आलम ने अकील अख्तर को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी, जिन्होंने पहले 2009 के चुनावों के बाद इस सीट पर कब्जा किया था. चुनावों के बाद, जिसमें कांग्रेस अपने गठबंधन सहयोगियों झामुमो और राजद के साथ विजयी हुई, आलम को कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना गया. 29 दिसंबर 2019 को, आलम मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, रामेश्वर ओरांव और सत्यानंद भोक्ता के साथ राज्य मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले शुरुआती चार सदस्यों में से थे (Alamgir Alam Congress).
मई 2024 में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के रांची में कई ठिकानों पर छापेमारी कर बड़े पैमाने पर कैश बरामद किया है. छापेमारी के दौरीन आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर के घर ईडी ने लगभग 20 से 30 करोड़ नकदी जब्त किए थे. इस छापेमारी के बाद अब आलमगीर आलम चर्चा में आ गए हैं (Alamgir Alam ED).
आलमगीर आलम के बेटे तनवीर आलम ने कहा कि उनके पिता ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया था. लेकिन जेल मैनुअल की वजह से त्यागपत्र शनिवार को भेजा गया लेकिन वह सोमवार को सीएमओ पहुंचा. इससे पहले सीएम सोरेन ने उनसे सभी विभाग छीन लिए थे. बता दें कि आलमगीर आलम को 15 मई को गिरफ्तार किया गया था.
झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम की आज कोर्ट में पेशी होनी है. मनी लांड्रिंग के आरोप में आलमगीर आलम की बुधवार को गिरफ्तारी हुई है. दरअसल मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव और उसके नौकर समेत अन्य के ठिकानों पर ED ने रेड मारी थी. यहां से करीब 37 करोड़ रुपए से ज्यादा बरामद किए गए थे.
ईडी ने कहा कि झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के सचिव की घरेलू नौकरानी के रांची स्थित परिसर से जब्त की गई 32.2 करोड़ रुपये की नकदी विधायक से संबंधित है. ईडी ने आरोप दावा किया है कि मंत्री को अपने विभाग के हर टेंडर से 1.5 प्रतिशत का निश्चित कमीशन मिलता था.
याद करिए झारखंड का कैश कांड, जहां झोले भर भर के 37 करोड़ के नोट ईडी को मिले थे. नोट जो झारखंड की कांग्रेस-जेएमएस सरकार में कांग्रेस के मंत्री आलमगीर आलम के पीए के नौकर के घर से मिले थे. ईडी ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को भी गिरफ्तार कर लिया है.
धन शोधन मामले में झारखंड के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम को आज पीएमएलए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. बुधवार को ही ईडी ने उन्हें लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था. कुछ दिन पहले उनके करीबियों के यहां से 35 करोड़ से अधिक कैश मिला था.
झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपए से अधिक कैश बरामद हुआ था इसी सिलसिले में उनसे पहले पूछताछ की गई.
ईडी ने रविवार को आलमगीर को तलब किया था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक को 14 मई को रांची स्थित जोनल कार्यालय में एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था. मंगलवार को ईडी ने उनसे 10 घंटे तक सवाल-जवाब किए. एजेंसी ने उन्हें आगे की पूछताछ के लिए बुधवार को फिर से बुलाया है.
असल में एजेंसी रांची में कई स्थानों पर छापेमारी कर रही थी, कैश बरामदगी उसी का हिस्सा थी. छापेमारी के दौरान, बेहिसाब कैश को गिनने के लिए कई मशीनें भी लाई गईं, सभी 500 के नोट थे, इसके अलावा, एजेंसी के अधिकारियों ने जहांगीर आलम के फ्लैट से कुछ आभूषण भी बरामद किया.
यह छापेमारी झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके घरेलू सहायक जहांगीर आलम से पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर की गई. दोनों को केंद्रीय एजेंसी ने सोमवार को गिरफ्तार किया था. ईडी ने कोर्ट के आदेश पर छह दिनों की पूछताछ के लिए संजीव लाल को रिमांड पर लिया है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को झारखंड के चाईबासा और बसिया में चुनावी रैलियां कीं, लेकिन इन रैलियों में झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम शामिल नहीं हुए. आलमगीर दो दिन पहले ही अचानक तब चर्चा में आए थे, जब उनके सहयोगी के नौकर के घर से 35 करोड़ रुपए कैश बरामद हुआ था.
अब तक के इतिहास में देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन लेने वाली ईडी ने किसी एक ठिकाने से अब तक सबसे ज्यादा कैश झारखंडसे बरामद किया है. राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव दयाल के नौकर जहांगीर आलम के घर और पीएस के दूसरे करीबी के ठिकाने से 37 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद हो चुका है.
अब तक के इतिहास में देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन लेने वाली ईडी ने किसी एक ठिकाने से अब तक सबसे ज्यादा कैश बरामद किया है. झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव दयाल के नौकर जहांगीर आलम के घर और पीएस के दूसरे करीबी के के ठिकाने से अब तक ईडी 36 घंटे के भीतर 37 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद कर चुकी है.
रांची में ईडी की छापेमारी जारी है. ये छापेमारी मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के हाउस हेल्पर के घर पर हो रही है. इसके अलावा और भी कई ठिकानों पर रेड जारी है. अब तक 30 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी बरामद होने की बात कही जा रही है.
झारखंड की राजधानी रांची में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव पाल के हाउस हेल्पर के यहां छापा मारा. ये छापेमारी रांची में 6 अलग-अलग ठिकानों पर हो रही है. अब तक करीब 30 करोड़ रुपए कैश बरामद हो चुका है. मगर, कौन हैं आलमगीर आलम?
देश में कल जब तीसरे चरण का मतदान होना है. उससे पहले वोटों की गिनती से पहले नोटों की गिनती शुरु हो गई है. झारखंड में मंत्री आलमगीर के निजी सचिव के नौकर के घर से मिला कैश का पहाड़ औऱ बढ़ता जा रहा है. अब तक दावा है कि ईडी 30 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद कर चुकी है. इसके कुछ देर बाद दूसरे ठिकाने से तीन करोड़ रुपए और मिले हैं.
झारखंड में ईडी को बड़ी कामयाबी मिली. जानकारी के मुताबिक करीब 30 करोड़ कैश की बरामदगी झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर से हुई है. इस बारे में पूछे जाने पर झारखंड के मंत्री ने कहा कि सचिव सरकारी मुलाजिम है और पहले भी दो मंत्रियों का पीएस रह चुका है.
झारखंड में जांच के दौरान ईडी को ये कामयाबी मिली है. जानकारी के मुताबिक करीब 30 करोड़ कैश की बरामदगी झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव के नौकर के घर से हुई है. इतने बड़े पैमाने पर कैश जब्त होने के बाद सवाल उठ रहा है कि मंत्री के निजी सचिव के नौकर के घर इतने रूपये कहां से आये.
आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के चार बार विधायक रहे हैं और अभी राज्य सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री हैं. इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा अध्यक्ष भी रहे थे.
झारखंड में राज्य सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके नौकर जहांगीर आलम को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. सोमवार को जब ईडी ने पीएस संजीव लाल के नौकर के घर छापेमारी की थी तो वहां से 30 करोड़ से ज्यादा कैश मिला था. बाद में अन्य जगहों पर भी छापेमारी की गई और 3 करोड़ से अधिक कैश बरामद किया गया.
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने पीएस संजीव लाल के नौकर के घर से 30 करोड़ रुपये कैश मिलने के बाद अब इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा कि संजीव लाल सरकारी कर्मचारी हैं और मुझसे पहले भी दो मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं. हम अनभुव के आधार पर पीएस का चुनाव करते हैं.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम के सचिव से कथित रूप से जुड़े एक घरेलू सहायक और अन्य के परिसरों की तलाशी के दौरान 35 करोड़ रुपये से अधिक की ‘बेहिसाबी’ नकदी और कई आधिकारिक दस्तावेज बरामद किए हैं.