अमृतसर
अमृतसर (Amritsar) भारत के राज्य पंजाब का एक जिला और शहर है. इस जिले का क्षेत्रफल 2,683 वर्ग किलोमीटर है (Amritsar Geographical Area)
अमृतसर जिले में एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha constituency) और 11 विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र हैं (Assembly constituency) .
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक अमृतसर की जनसंख्या (Population) लगभग 25 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 928 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 889 है. इसकी 76.27 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. इनमें पुरुष 80.15 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 71.76 फीसदी है. (Amritsar literacy)
इतिहासकारों की माने तो अमृतसर का अस्तित्व लगभग 400 वर्ष से पुराना है. सबसे पहले गुरू रामदास ने 1577 में गुरूद्वारे की नींव रखी थी (Amritsar Gurudwara). इस गुरुद्वारे का पूरा नाम हरमंदिर साहब है जो आज स्वर्ण मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है. स्वर्णमंदिर गरुद्वारा एक सरोवर के बीच में बना हुआ है. स्वर्ण मंदिर घूमने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. पूरा अमृतसर शहर स्वर्ण मंदिर के चारों तरफ बसा हुआ है (Amritsar Swarn Mandir).
अमृतसर के प्रमुख पर्यटक स्थलों में जलियांवाला बाग भी है. 13 अप्रैल 1919 को इस बाग में एक ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध सभा का आयोजन किया गया था. इसे रोकने के लिए जनरल डायर ने बाग के एकमात्र रास्ते को बंद कर भीड़ पर अंधाधुंध गोली बारी शुरू कर दी थी जिसमें सैकड़ों लोगों की जानें गईं थीं. अब इसे एक पार्क में बदल दिया गया है और इसमें एक संग्राहलय बनाया गया है जिसे देखने देशभर के लोगयहां आते हैं( Jallianwala Bagh).
अमृतसर (Amritsar) में नशे की लत ने एक युवक की जान ले ली. सड़क किनारे बैठा युवक नशे का इंजेक्शन लगाने के कुछ ही सेकंड बाद लड़खड़ाया और जमीन पर गिर गया. स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है.
जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर के दर्शन किए और मत्था टेका. इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि यह बहुत पवित्र जगह है, यहां आकर मन को शांति मिलती है. मैं अपने दोस्तों का आभारी हूं, जिन्होंने मुझे यहां आने का अवसर दिया. देखें.
अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचे भारतीय नागरिकों के मामले में पंजाब सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. अमृतसर प्रशासन ने सोमवार को इस मामले में ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया. अमृतसर के 40 ट्रैवल एजेंट्स पर शिकंजा कसा गया है और उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं.
अमेरिका से डिपोर्ट होकर भारत पहुंचे भारतीय नागरिकों के मामले में पंजाब सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. अमृतसर प्रशासन ने सोमवार को इस मामले में ट्रैवल एजेंट्स के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया. अमृतसर के 40 ट्रैवल एजेंट्स पर शिकंजा कसा गया है और उनके लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं.
अमृतसर पुलिस ने 5 किलो हेरोइन के साथ 4 युवकों को गिरफ्तार किया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 35 करोड़ रुपये आंकी गई है. गुप्त सूचना के आधार पर महल चौक से गिरफ्तारी हुई है. पुलिस कमिश्नर के अनुसार, हेरोइन पाकिस्तान से ड्रोन द्वारा आई थी. एक आरोपी इटली से आकर तस्करी में शामिल हुआ था.
व्हाइट हाउस के आधिकारिक पेज पर पोस्ट किए गए 41 सेकंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि डिपोर्ट किए जाने वाले प्रवासियों को तैयार किया जा रहा है. डिपोर्ट किए जाने वाले एक प्रवासी को तैयार करते पुलिस अधिकारी को देखा जा सकता है. वीडियो में देखा जा सकता है कि यह अधिकारी प्रवासी शख्स को हथकड़ियां लगा रहा है. एयरपोर्ट पर हथकड़ियां और चेन रखी देखी जा सकती है.
कभी सेना में रहे 38 साल के पूर्व सैनिक मनदीप सिंह ने शनिवार रात अमेरिका से डिपोर्ट होने के बाद अपनी कहानी साझा की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने जीवन भर की कमाई के अलावा पत्नी के जेवर बेचकर अमेरिका जाने का पैसा जुटाया था लेकिन उनका सपना टूट गया.
अमेरिका से प्रत्यर्पित होकर लौटे अमृतसर निवासी मनदीप सिंह ने अपनी आपबीती सुनाई. अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने के लिए उन्होंने जंगलों में दिन-रात सफर किया, ऊंचे झरनों को पार किया और भूखे रहकर कई दिन गुजारे. अमेरिका में उन्हें अपमानित किया गया, पगड़ी फेंकी गई और हाथ-पैर बांधकर भारत भेजा गया.
अमेरिकी वायु सेना का विमान 112 अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमृतसर पहुंचा है. यह तीसरा जत्था है जिसे ट्रंप प्रशासन की नीतियों के तहत निर्वासित किया गया है. इससे पहले दो अलग-अलग विमानों से 220 अवैध अप्रवासियों को भारत भेजा जा चुका है, जिनमें कई गिरफ्तार भी कर लिए गए हैं.
अमेरिका से निर्वासित इन अवैध भारतीय प्रवासियों में 60 से अधिक पंजाब से और 30 से अधिक हरियाणा के रहने वाले हैं. अन्य गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के हैं. अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले भारतीयों का यह दूसरा ऐसा जत्था है, जिसे ट्रंप प्रशासन द्वारा डिपोर्ट किया गया है.
इन विमानों के अमृतसर में लैंड करने को लेकर राजनीति गरमा गई है. पंजाब के सीएम भगवंत मान ने कहा कि हमने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आपत्ति जताई थी, इसका ये असर हुआ है कि अब जहाज़ रात 10 बजे आएगा. इस बार इस टर्मिनल से आएगा. उन्होंने कहा कि विमान के लैंड करने के बाद 67 पंजाबियों को बाहर निकाला जाएगा. यहां से किसी को भूखा नहीं जाने देंगे.
अमेरिका से 119 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर एक विमान शनिवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरेगा. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विमान शनिवार रात करीब 10 बजे एयरपोर्ट पर लैंड करेगा. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि वह पवित्र शहर (अमृतसर) को डिपोर्टेशन सेंटर न बनाएं. वहीं, छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं. भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस का सूपड़ा साफ कर दिया है.
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए भारतीयों का दूसरा जत्था आज भारत पहुंचने वाला है. अमृतसर में विमान की लैंडिंग रात करीब 10 बजे के बीच होगी. इस प्लेन से 119 भारतीयों को अमेरिका ने वापस भेजा है
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए अवैध प्रवासी नागरिकों की वापसी पर सियासी गलियारों में बयानबाजी चालू है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अमृतसर में डिपोर्टेशन फ्लाइट की लैंडिंग पर सवाल उठाया. वहीं, बीजेपी नेताओं की तरफ से भी टिप्पणियां आई हैं.
अमेरिका से ये विशेष विमान 15 और 16 फरवरी को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे. पहले विमान में 119 यात्री सवार होंगे जिनमें 67 पंजाब, 33 हरियाणा और 19 गुजरात, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र से हैं. यह विमान शनिवार को रात 10 बजकर पांच मिनट पर अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करेगा.
अवैध भारतीय अप्रवासियों को लेकर अमेरिकी सैन्य विमान 5 फरवरी को अमृतसर में उतारा गया. इस विमान में 104 लोग पहुंचे हैं, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं. वहीं, कांग्रेस नेता परगट सिंह ने भारत सरकार और पंजाब सरकार पर सवाल उठाए हैं कि क्यों ये प्लेन अमृतसर में ही उतारा गया. देखें.
अमेरिका ने 104 भारतीय अवैध प्रवासियों को हथकड़ी और बेड़ियों में बांधकर सी-17 सैन्य विमान से भारत वापस भेजा था. 40 घंटे की यात्रा में इन लोगों को खाना खाने तक के लिए हथकड़िया नहीं खोली गईं. अमेरिका इन्हें अपराधी मानता है, जबकि भारत इन्हें अवैध प्रवासी कह रहा है. देखें.
अमेरिका से भारत आए अवैध प्रवासियों के साथ हुए बदसलूकी पर राज्यसभा में आज गरमागरम बहस हुई. कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि आज 140 करोड़ भारतीयों का सीना छलनी हुआ है. अमेरिका से लौटने वाले लोगों के सपने जमीन जमीन पर हैं, हाथों में बेड़ियां हैं और स्वाभिमान धूमिल है.
झुकी हुई निगाहें, पैरों में बेड़ियां, हाथों में हथकड़ियां और दिल में ढेर सारा गुस्सा और जिल्लत. कहानी जसपाल की है. अमृतसर एयरपोर्ट पर अमेरिका वायु सेना के मालवाहक विमान C-17 से उतरने वाले 36 साल के जसपाल जुलाई में अमेरिका के लिए निकले थे. यहां पहुंचने में 6 महीने लग गए. इस बीच ब्राजील में उन्होंने 5 से 6 महीने गुजारे. यहां से अमेरिकी बॉर्डर में घुसते ही यूएस बॉर्डर पेट्रोल पुलिस की नजर उन पर पड़ी.
अमेरिका से अवैध रूप से प्रवेश करने वाले 104 भारतीय नागरिक अपने देश लौट चुके हैं. ये लोग अवैध तरीके से डंकी रूट के जरिए यूएस पहुंचे थे. देखिए पंजाब आजतक
अमेरिका का मिलिट्री प्लेन यूएस में रहने वाले 104 अवैध प्रवासियों को लेकर भारत पहुंच चुका है. यह प्लेन अमृतसर में लैंड हुआ. फिलहाल इन अवैध प्रवासी भारतीयों से पूछताछ की जा रही है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनते ही अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा डिपोर्टेशन प्रोग्राम शुरू कर दिया है. देखें पूरी रिपोर्ट.