आनंदपाल राजस्थान का एक गैंगस्टर था (Anand Pal Gangster). वह एक मोस्ट वांटेड गैंगस्टर था जिसके उपर 10 लाख का इनाम था. उस पर कई हत्याओं के साथ-साथ जबरन वसूली का भी आरोप था. 24 जून 2017 को चूरू जिले के मालासर में राजस्थान पुलिस के विशेष अभियान समूह आतंकवाद निरोधी दस्ते (भारत) द्वारा की गई छापेमारी में आधी रात को उसे गोली मार दी गई.
उसके एनकाउंटर के कारण पूरे राजस्थान में विरोध प्रदर्शन हुए थे. उसके समुदाय, परिवार और वकीलों ने आरोप लगाया कि वह आत्मसमर्पण करना चाहता था. पुलिस द्वारा एनकाउंटर किए जाने पर परिवार वालों ने सीबीआई जांच की मांग करके विरोध प्रदर्शन किया. उसके एनकाउंटर का राजस्थान के कई राजपूत नेताओं के साथ-साथ गायकों ने भी विरोध किया था (Anand Pal Gangster Encounter).
आनंदपाल राजनीति से भी जुड़ा हुआ था. 1999 में उनसने सांवराद गांव के पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा. वह जीता और बाद में लाडनू पंचायत समिति के प्रधान का चुनाव लड़ा. उसे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरजीराम बुरड़क के बेटे जगनाथ बुरड़क ने दो वोटों से हराया था (Anand Pal Gangster Political Career).
आनंदपाल को एके-47 राइफलों का शौक था. जब उसे 2012 में जयपुर के पास एक फार्म हाउस से गिरफ्तार किया गया, तो उसके पास एके-47, बुलेटप्रूफ जैकेट और गोलियां मिलीं. उसे उपन्यासों में भी रुचि थी और वह हमेशा किताबें साथ रखता था. कहा जाता है कि मुठभेड़ के बाद पुलिस को उसकी महिंद्रा स्कॉर्पियो में 'सुपर ब्रेन' और 'लाइफ ऑफ पाई' उपन्यास मिली थी (Anand Pal Gangster AK-47).
वह अपने गिरोह की मास्टरमाइंड अनुराधा चौधरी से प्रभावित था. 2012 में उसे जेल में डाल दिया गया, लेकिन 3 सितंबर 2015 को वह भाग निकला. जब वह कोर्ट की सुनवाई से अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल जा रहा था. परबतसर के पास खोखर गांव में तीन नकाबपोश लोगों ने पुलिस वैन पर गोलीबारी की और सिंह और दो अन्य भाग निकले.
8 जनवरी 2018 को प्रसारित क्राइम पेट्रोल डायल 100 का एपिसोड 686 आनंदपाल की जीवनशैली पर आधारित है.
राजस्थान का आनंदपाल एनकाउंटर केस एक बार फिर से सुर्खियों में आ गया है. दरअसल जोधपुर की सीबीआई कोर्ट के एक फैसले के बाद इस केस ने नया मोड़ ले लिया है. अदालत ने एनकाउंटर को फर्जी मानते हुए इस मामले में सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. देखें क्राइम कहानियां विद शम्स.
जिंदा तो जिंदा मुर्दा आनंदपाल भी अब राजस्थान पुलिस का पीछा नहीं छोड़ रहा. सीबीआई की क्लोज़र रिपोर्ट को खारिज करते हुए जोधपुर सीबीआई कोर्ट ने अब आनंदपाल का एनकाउंटर करने वाले उन सात पुलिस वालों के खिलाफ मर्डर केस दर्ज करने का आदेश दिया है, जिन्हें कभी आनंदपाल के एनकाउंटर के बाद तमगो से नवाज़ा गया था.
गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर केस में अदालत ने पुलिस की थ्योरी की धज्जियां उड़ाकर रख दीं और कोर्ट ने इस मामले में चूरू के तत्कालीन एसपी राहुल बारठ समेत 7 पुलिस वालों के खिलाफ केस चलाने का हुक्म दिया है. देखें वीडियो.
गैंगस्टर आनंदपाल सिंह एनकाउंटर मामले में स्पेशल कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया और एनकाउंटर में शामिल तत्कालीन चूरू एसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस चलाने और जांच करने के आदेश दिए हैं. कोर्ट के आदेश के बाद जांच एजेंसी भी सवालों के घेरे में आ गई है. देखें 'वारदात'.
घटना 24 जून 2017 की है. पुलिस ने दावा किया था कि चूरू के मालासर गांव में एनकाउंटर के दौरान आनंदपाल सिंह को मार गिराया है. बाद में राजपूत समाज सड़कों पर आ गया और 18 दिन तक शव को सड़क पर रखकर विरोध-प्रदर्शन किया था. उसके बाद दिसंबर 2017 में राजस्थान सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया था.
कुख्यात गैंगस्टर रहे आनंदपाल सिंह एनकाउंटर मामले में नया मोड़ आ गया है. सीबीआई कोर्ट ने इसे कथित फर्जी एनकाउंटर बताया है और सात पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. 24 जून 2017 को चूरू के मालासर गांव में एसओजी ने आनंदपाल का एनकाउंटर किया था. कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट भी खारिज कर दी है.
राजस्थान के चर्चित गैंगस्टर आनंदपाल सिंह एनकाउंटर मामला चर्चा में है. दरअसल, इस मामले में सीबीआई की विशेष अदालत ने बड़ा फैसला सुनाया है. इसके साथ ही गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के फेक एनकाउंटर की रीयल स्टोरी सामने आ गई.
राजस्थान के चर्चित गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर मामले में अब नया मोड़ सामने आया है. इस मामले में जोधपुर कोर्ट ने CBI की क्लोजर रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. देखें वीडियो.
ACJM सीबीआई कोर्ट ने इस एनकाउंटर में शामिल 5 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया है. कोर्ट ने एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा चलाने और जांच के आदेश दिए हैं.
आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर पर उनके परिजनों के एडवोकेट ने इसे फर्जी बताते हुए कहा कि उसको हरियाणा से पकड़कर लाया गया था और चुरु में मैनेज कर फर्जी एनकाउंटर किया गया. वकील ने कहा कि पुलिस की पूरी कहानी में कई ऐसे झोल हैं, जिस पर बहुत सारे लोगों को भरोसा नहीं हो रहा था.
Gangster Anandpal Singh: आनंदपाल सिंह एनकाउंटर मामले में जोधपुर कोर्ट ने सीबीआई की क्लोजर रिपोर्ट खारिज कर दी है. इतना ही नहीं कोर्ट ने एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत केस चलाने का हुक्म दे दिया है.