आनंद शर्मा, राजनेता
आनंद शर्मा (Anand Sharma) एक भारतीय राजनेता और भारत सरकार के पूर्व वाणिज्य और उद्योग और कपड़ा कैबिनेट मंत्री हैं (Anand Sharma Ministry). शर्मा भारतीय संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा में विपक्ष के उप नेता हैं (Anand Sharma Congress Party Rajya Sabha Member)
आनंद शर्मा का जन्म 5 जनवरी 1953 जन्म शिमला, हिमाचल प्रदेश में हुआ था. वे पी ए शर्मा और प्रभा रानी शर्मा के बेटे हैं (Anand Sharma Family). उन्होंने आर.के.एम.वी. कॉलेज से शिक्षा प्राप्त की उसके बाद, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के फैकल्टी ऑफ लॉ से कानून की डिग्री ली (Anand Sharma Education). आनंद शर्मा ने 23 फरवरी 1987 को डॉ. जेनोबिया से शादी की (Anand Sharma Wife). उनके दो बेटे हैं. वह कई सामाजिक और खेल संगठनों और विकलांगता क्षेत्र में एक अखिल भारतीय गैर सरकारी संगठन से जुड़े हैं.
शर्मा भारत में छात्र और युवा आंदोलन में एक प्रमुख नेता थे. वे कांग्रेस पार्टी के छात्र विंग एनएसयूआई के संस्थापक सदस्य थे (Anand Sharma Founder President NSUI). वह भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष भी थे. वे 22 मई 2009 से 26 मई 2014 तक भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री रहे थे. बतौर केंद्रीय मंत्री शर्मा ने विनिर्मान के में तेजी लाने के लिए उन्होंने कई नीतिगत पहल की थी (Anand Sharma Political Career).
उनका ऑफिशियल ट्विटर हैंडल @AnandSharmaINC है. उनके फेसबुक पेज का नाम Anand Sharma है.
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद आनंद शर्मा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'हरियाणा का फैसला चौंकाने वाला है. यह अविश्वसनीय है और इसे स्वीकार करना मुश्किल है. यह फैसला कांग्रेस के लिए दिख रही लहर के खिलाफ है. विश्वास और वैधता बहाल करने के लिए, सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना चाहिए और पेपर बैलेट को वापस लाना चाहिए, जैसा कि सभी प्रमुख लोकतंत्रों में है.'
राहुल गांधी जहां भी जाते हैं वो जनता से वादा करते हैं कि उनकी सरकार आते ही वो सबसे पहले जातिगत जनगणना करवाएंगे. लेकिन उनके इस वादे पर पार्टी में ही मतभेद हो गए हैं. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने जातिगत जनगणना के बहाने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला. देखें रणभूमि.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है. उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे का विरोध करते हुए कहा कि जाति जनगणना मुद्दा इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की विरासत का अपमान है. उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना न तो रामबाण हो सकती है और न ही बेरोजगारी और प्रचलित असमानताएं इससे दूर हो सकती हैं.
हिमाचल प्रदेश में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यसभा के उम्मीदवार के रूप में सोनिया गांधी या प्रियंका गांधी की आस लगाए बैठे थे. हाईकमान ने अभिषेक मनु सिंघवी को उतार दिया. मौका मिलते ही सुक्खू के विरोधी धड़े ने क्रॉस वोटिंग करके अपनी ताकत दिखा दी - और बात अब सुक्खू सरकार के अस्तित्व संकट पर आ गई है.
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव को लेकर कांग्रेस के जी-23 नेताओं ने गुरुवार शाम को अहम बैठक हुई. इससे पहले दिन में अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी से मुलाकात की. बैठक के बाद उन्होंने खुद को अध्यक्ष पद की रेस से बाहर होने की घोषणा कर दी. अब इस चुनाव को लेकर शशि थरूर, दिग्विजय सिंह के अलावा कई और नामों की चर्चा शुरू हो गई है.
Anand Sharma question regarding election of congress President in CWC meeting Rules not followed in making voter list ntc आनंद शर्मा ने पिछले दिनों कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. उनका कहना था कि उन्हें लगातार अलग-थलग रखे जाने और अपमानित करने के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा. गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी पर अपरिपक्व होने का आरोप लगाया.
इस साल (2022) के अंत में हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने हैं. इसलिए आनंद शर्मा और जेपी नड्डा की मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है. बता दें कि आनंद शर्मा कई बार कांग्रेस नेतृत्व के सामने अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.