अनिल एंटनी (Anil Antony) एक राजनीतिज्ञ हैं और कांग्रेस के सदस्य रहे हैं. वह कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे हैं (Son of AK Antony). उन्होंने जनवरी 2023 को कांग्रेस से इस्तीफा देने की घोषणा की (Anil Antony resign Congress), जिसके एक दिन बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करने वाली बीबीसी डॉक्यूमेंट्री (BBC Documentary) की आलोचना की. अनिल एंटनी अप्रैल 2023 में भाजपा में शामिल हो गए.
अनिल एंटनी के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, वह वर्तमान में एक प्रबंधन स्कूल, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, मर्सिडी, यूएस में सलाहकार बोर्ड के सदस्य हैं (Anil Antony LinkedIn profile). जनवरी 2019 में, वह केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के डिजिटल मीडिया सेल में शामिल हुए थे.
उन्होंने 2007 में इंजीनियरिंग कॉलेज, तिरुवनंतपुरम से औद्योगिक इंजीनियरिंग में स्नातक की उपाधि प्राप्त की. बाद में, उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएस से 'मैनेजमेंट साइंस एंड इंजीनियरिंग' में मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) पूरा किया (Anil Antony Education).
उन्होंने सिस्को, टॉर्क और कैस्पर लैब्स सहित विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम किया है. उन्होंने पीआई इंडिया (पार्लियामेंटेरियन विद इनोवेटर्स फॉर इंडिया) की सह-स्थापना की, जो कथित तौर पर नवप्रवर्तकों, सांसदों और स्वास्थ्य नीति निर्माताओं का एक कार्य समूह है, जो नवीन तकनीकी समाधानों और सर्वोत्तम प्रथाओं की पहचान, विकास और तैनाती के लिए एक साथ काम कर रहे हैं (Anil Antony Early Career ).
एके एंटनी ने बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अपने बेटे अनिल एंटनी को हार का शाप दिया है. एंटनी ने कांग्रेस को अपना धर्म बताया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंदिरा काल में वह खुद भी अपनी अलग कांग्रेस पार्टी बना चुके हैं, चला चुके हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 की गहमागहमी के बीच दक्षिण केरल लोकसभा सीट से BJP ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी को टिकट दिया है. वहीं, एके एंटनी ने अपने बेटे अनिल एंटनी को हार का श्राप देते हुए कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी एंटो एंटनी को यहां से चुनाव जीतना चाहिए.
बीजेपी में शामिल होने के बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए अनिल एंटनी ने कहा कि वह मेरे पिता हैं. वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिनके लिए मेरे मन में सबसे ज्यादा सम्मान और स्नेह है लेकिन राजनीति अलग है.
अनिल एंटनी के भाजपा जॉइन करने के बाद उनके छोटे भाई अजीत एंटनी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि उनके भाई ने गुस्से में ऐसा फैसला लिया है और भगवा पार्टी उन्हें ठीक उसी तरह बाहर कर देगी जैसे कि ‘कड़ी के पत्तों’ को इस्तेमाल करने के बाद फेंक दिया जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि नई दिल्ली स्थित उनके मुख्यालय में अनिल को भाजपा की सदस्यता स्वीकार करते देख उनके पिता बहुत दुखी हुए थे.
कांग्रेस के दिग्गज नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी बीजेपी में शामिल हो गए. अनिल एंटनी के बीजेपी में शामिल होने के फैसले को एके एंटनी ने दुखद करार दिया. इसके साथ ही उन्होंने साफ कर दिया कि वे मरते दम तक कांग्रेस में रहेंगे. अनिल और एके एंटनी का नाम अब उन बाप-बेटों में शामिल हो गया है, जो अलग अलग पार्टियों में रहकर राजनीति कर रहे हैं.
देश के पूर्व रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी के बेटे अनिल एंटनी गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. अनिल के इस फैसले पर उनके पिता ने दुख जताया और कहा कि यह फैसला गलत था. वहीं अब इस मामले पर अनिल के छोटे भाई अजित का बयान आया है.
अनिल एंटनी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी के बेटे हैं. एके एंटनी यूपीए सरकार में देश के रक्षा मंत्री रहे. वे तीन बार केरल के सीएम भी रहे हैं. अनिल केरल की राजनीति में भले ही खुद बड़े नेता न हों, लेकिन कांग्रेस के बड़े नेता एके एंटनी के बेटे होने से उनका सियासी महत्व बढ़ जाता है. केरल में सियासी जमीन तलाशने में जुटी बीजेपी के लिए उनकी एंट्री किसी उपलब्धि से कम नहीं है.