अनुरा दिसानायके (Anura Dissanayake) श्रीलंका के दसवें राष्ट्रपति हैं. वे राष्ट्रपति चुनाव से पहले कोलंबो से संसद सदस्य थे. अनुरा जनता विमुक्ति पेरमुना और नेशनल पीपुल्स पावर के वर्तमान पार्टी नेता हैं. वे 2019 के श्रीलंकाई राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार थे. उन्हें 2024 के श्रीलंकाई राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनपीपी से उम्मीदवार नामित किया गया था.
उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी मंच पर प्रचार किया जिसमें वे विजेता बनकर उभरे. अनुरा दिसानायके अपने स्कूल के दिनों से ही जेवीपी से जुड़े रहे हैं और 1995 में जेवीपी पोलित ब्यूरो में शामिल होने से पहले विश्वविद्यालय में छात्र राजनीति में सक्रिय थे.
वे सितंबर 2000 से संसद के सदस्य हैं. दिसानायके ने 2004 से 2005 तक कृषि, पशुधन, भूमि और सिंचाई मंत्री और 2015 से 2018 तक मुख्य विपक्षी सचेतक रहे. 2 फरवरी 2014 को आयोजित पार्टी के 17वें राष्ट्रीय अधिवेशन में उन्हें जेवीपी का नेता नामित किया गया था.
श्रीलंकाई राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने आश्वासन दिया कि उनका देश अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होने देगा. पीएम मोदी ने कहा कि हमें खुशी है कि राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए आपने भारत को चुना है. आप की इस यात्रा से हमारे संबंधों में नई गति और ऊर्जा का सृजन हो रहा है.
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि भारत उत्तरी श्रीलंका में एक एयरपोर्ट के विकास के लिए आर्थिक मदद मुहैया कराएगा. श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान उन्हें श्रीलंका आने का न्योता दिया जिसे उन्होंने स्वीकार लिया है.
श्रीलंका में अब वामपंथी सरकार आ गई है. राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की नेशनल पीपुल्स पॉवर (NPP) ने संसद की दो-तिहाई से ज्यादा सीटें जीत ली हैं. राष्ट्रपति दिसानायके ने सोमवार को हरिनी अमरसूर्या को प्रधानमंत्री नियुक्त किया. ऐसे में जानते हैं कि श्रीलंका में वामपंथी सरकार के लिए भारत से दोस्ती क्यों मजबूरी है?
श्रीलंका के संसदीय चुनाव के शुरुआती रुझान आने लगे हैं. राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके की नेशनल्स पीपल्स पावर (NPP) आगे चल रही है. श्रीलंका की संसद में 225 सीटें हैं और बहुमत के लिए 113 सीटों पर जीत जरूरी है.
श्रीलंका में बुधवार को आम चुनाव (संसदीय चुनाव) के लिए वोटिंग हुई. चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ और अब चुनाव अधिकारियों के अनुसार, मतगणना तब शुरू होगी जब सभी बैलट बॉक्स गणना केंद्रों पर पहुंच जाएंगे.
श्रीलंका के दिवालिया होने के बाद ये पहला राष्ट्रपति चुनाव था, जिसमें अनुरा कुमारा दिसानायके ने जीत हासिल की. ये पहले मार्क्सवादी लीडर हैं जो इस देश में इतने बड़े पद तक पहुंचे. श्रीलंका पिछले दो सालों से राजनैतिक के साथ-साथ आर्थिक उठापटक से भी जूझ रहा है. अब प्रेसिडेंट दिसानायके पर दोहरी जिम्मेदारी होगी.
हरिनी अमरसूर्या ने श्रीलंका के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. एक राइट एक्टिविस्ट और यूनिवर्सिटी में लेक्चेरर अमरसूर्या 1994 में दिवंगत सिरिमावो भंडारनायके के पदभार संभालने के बाद श्रीलंका की पहली महिला प्रधानमंत्री और देश के इतिहास में तीसरी महिला पीएम बन गईं हैं.
श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके ने शपथ ग्रहण करते हुए देश में 'पुनर्जागरण' का वादा किया. ऐतिहासिक चुनाव और आर्थिक संकट के बीच, उन्होंने लोकतंत्र की रक्षा और राजनीतिक ईमानदारी का आश्वासन दिया है. दिसानायके को युवाओं ने अच्छा-खासा वोट दिया है, जो लंबे समय से बदलाव की मांग कर रहे थे.
श्रीलंका के चुनाव आयोग ने रविवार को दूसरे राउंड की मतगणना के बाद 56 वर्षीय मार्क्सवादी नेता अनुरा कुमारा दिसानायके को राष्ट्रपति चुनाव विजेता घोषित कर दिया है. एनपीपी ने कहा कि दिसानायके श्रीलंका के 9वें राष्ट्रपति के रूप में सोमवार को शपथ लेंगे. वहीं, जीत पर दिसानायके ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा कर जनता का आभार जताया है.
अपने चुनाव प्रचार के दौरान, दिसानायके ने आम चुनाव में नया जनादेश हासिल करने के लिए 45 दिनों के भीतर संसद को भंग करने का भी वादा किया था. उनकी नीतियों ने उन्हें श्रीलंका की राजनीति में एक प्रमुख नेता के रूप में स्थापित किया है, जो समाज के कमजोर वर्गों के अधिकारों की रक्षा और विकास के प्रति प्रतिबद्ध हैं.