अपर्णा यादव, राजनेता
अपर्णा बिष्ट यादव (Aparna Bisht Yadav) उत्तर प्रदेश में एक सक्रिय राजनीतिज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता हैं. वह पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं (Daughter in Law of Mulayam Singh Yadav). उन्होंने मुलायम के बेटे प्रतीक यादव से शादी की है. वे लखनऊ कैंट निर्वाचन क्षेत्र (Lucknow Cant Constituency) से 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ी, लेकिन जीत हासिल नहीं कर सकीं. जनवरी 2022 को अपर्णा यादव भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई (Aparna Yadav Joined BJP).
अपर्णा का जन्म 1990 को उत्तराखंड में हुआ था (Aparna Yadav Date of Birth). उनके पिता अरविंद सिंह बिष्ट हैं जो एक पत्रकार रहे हैं और मां अंबी बिष्ट हैं जो लखनऊ नगर निगम की अधिकारी हैं (Aparna Yadav Parents). उन्होंने मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से इंटरनेशनल पॉलिटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की. साथ ही भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में नौ वर्षों तक औपचारिक शिक्षा ली है. वह 2014 में तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के लिए पीएम नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की थी (Aparna Yadav Education).
वे बावेयर नाम से एक संस्था चलाती हैं, जो विशेष रूप से महिला अधिकारों और सशक्तिकरण की दिशा में काम करती है. अपर्णा ने महिलाओं से जुड़े मुद्दों में अहम योगदान दिया है (Aparna Yadav NGO).
अपर्णा यादव ने, समाजवादी पार्टी के विपरीत, अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का समर्थन किया था. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भी दान दिया (Aparna Yadav Supported BJP).
अपर्णा यादव ने राहुल गांधी के बयान पर तीखा पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद पीएम मोदी को आंख मार रहे थे और देश ने देखा है कि वे क्या-क्या कर रहे हैं. इस मामले पर अपर्णा ने राहुल गांधी की नीतियों और कार्यों पर भी सवाल उठाए.
नई जिम्मेदारी संभालने के बाद अपर्णा यादव ने कहा- मैं बीजेपी, राज्य सरकार और सीएम योगी को यह जिम्मेदारी देने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि मुझे और मेरी टीम को शक्ति प्रदान करें ताकि हम अच्छा काम कर सकें.
अपर्णा यादव ने करीब आठ दिन बाद महिला आयोग के उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है. इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि वो इस पद से खुश नहीं हैं और ऐसी अफवाह भी सामने आई कि वो अपनी पुरानी पार्टी में वापसी कर सकती हैं. हालांकि सीएम योगी से मुलाकात के बाद उन्होंने ये पद स्वीकार कर लिया है.
नई जिम्मेदारी संभालने के बाद अपर्णा यादव ने कहा- मैं बीजेपी, राज्य सरकार और सीएम योगी को यह जिम्मेदारी देने के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं. मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं कि मुझे और मेरी टीम को शक्ति प्रदान करें ताकि हम अच्छा काम कर सकें.
अपर्णा यादव ने करीब आठ दिन बाद महिला आयोग के उपाध्यक्ष का कार्यभार संभाल लिया है. इससे पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि वो इस पद से खुश नहीं हैं और ऐसी अफवाह भी सामने आई कि वो अपनी पुरानी पार्टी में वापसी कर सकती हैं. हालांकि सीएम योगी से मुलाकात के बाद उन्होंने ये पद स्वीकार कर लिया है.
करीबी सूत्रों ने बताया कि वह बुधवार सुबह औपचारिक रूप से आयोग में शामिल होंगी. अपर्णा यादव ने सोमवार शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की, जिससे उन अफवाहों पर विराम लग गया कि वह सपा में फिर से शामिल होंगी.
इससे पहले अपर्णा यादव से योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह भी मिलने पहुंचे थे. दोनों के बीच इस मुद्दे पर लंबी बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक, दयाशंकर ने अपर्णा यादव को आश्वासन दिया कि वे इस मसले को शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाएंगे.
मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव की BJP से नाराजगी की अटकलें तेज हो गई हैं. इस बीच, योगी सरकार में मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपर्णा यादव से मुलाकात की. दयाशंकर सिंह ने बताया कि उन्होंने अपर्णा यादव से उनको मिली जिम्मेदारी को लेकर चर्चा की. हालांकि, अब तक अपर्णा यादव का कोई बयान सामने नहीं आया है.
अपर्णा यादव और शिवपाल सिंह यादव हमेशा ही एक दूसरे के साथ खड़े देखे गये हैं. अच्छे बुरे हर तरह के दौर में एक दूसरे को सपोर्ट किया है. दोनो नेता अलग अलग पार्टियों में हैं, लेकिन उनकी एक मुलाकात ने कई चर्चाओं को जन्म दे दिया है - आखिर माजरा क्या है?
बताया जा रहा है कि मंत्री दयाशंकर सिंह और अपर्णा यादव के बीच तकरीबन 45 मिनट बातचीत हुई. इस दौरान अपर्णा को मिले पद के संदर्भ में और उनके ऑफिस जॉइन करने के संबंध में चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक, दयाशंकर ने अपर्णा यादव की बात शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचाने की बात कही है.
योगी सरकार ने मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया था. ऐसा कहा जा रहा है कि वो इस पद से खुश नहीं हैं. इसीलिए अबतक इस पद पर उन्होंने ज्वाइन नहीं किया है.
अपर्णा यादव ने अबतक यूपी महिला आयोग में उपाध्यक्ष के पद पर ज्वाइन नहीं किया है. बताया जा रहा है कि योगी सरकार से मिली इस जिम्मेदारी से अपर्णा यादव खुश नहीं हैं इसीलिए उन्होंने अबतक ज्वाइन नहीं किया है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. ये नियुक्त ऐसे समय हुई है, जब सूबे की 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं. अपर्णा को राज्य महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाए जाने के पीछे बीजेपी की क्या रणनीति है?
महिला कल्याण अनुभाग की तरफ से जारी अधिसूचना के अनुसार राज्यपाल आनंदबेन पटेल ने आगरा की बबीता चौहान को यूपी महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया है. अपर्णा यादव के साथ गोरखपुर की चारू चौधरी को आयोग का उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा आयोग में 25 सदस्य हैं.
मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू और बीजेपी नेता अपर्णा यादव आजमगढ़ में अपने दूसरे जेठ धर्मेंद्र यादव के खिलाफ चुनाव प्रचार करेंगी.
अपर्णा यादव ने कन्नौज में अखिलेश और मैनपुरी में डिंपल यादव के खिलाफ भले ही चुनाव प्रचार न किया हो, लेकिन अब वो मुलायम परिवार के ही सदस्य धर्मेंद्र यादव के खिलाफ आजमगढ़ में रोडशो करेंगी. अपर्णा बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ के लिए वोट मांगेंगी.
लोकसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, मैनपुरी से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं. चुनाव प्रचार के दौरान सपा मुखिया अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल ने अपनी देवरानी और बीजेपी नेता अपर्णा यादव को लेकर बड़ी बात कह दी.
बीजेपी नेता और मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव ने कहा था कि वो अपने परिवार का बहुत सम्मान करती हैं. इस पर मैनपुरी से सांसद और सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने कहा कि मैं भी उनका बहुत सम्मान करती हूं.
समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसी चर्चा है कि भारतीय जनता पार्टी मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को डिंपल के सामने उतार सकती है. हालांकि बीजेपी की दसवीं लिस्ट में मैनपुरी से जयवीर सिंह ठाकुर का नाम सामने आने के बाद ये बात भी साफ हो गई. देखें वीडियो.
मैनपुरी से सपा ने डिंपल यादव को एक बार फिर अपना प्रत्याशी बनाया है. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि बीजेपी उनकी देवरानी अपर्णा यादव को उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतार सकती है. इसको लेकर जब अपर्णा से पूछा गया तो उन्होंने इस पर जवाब दिया है.
सपा सांसद डिंपल यादव ने CAA और बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा समाजवादी पार्टी को दलित विरोधी बताए जाने पर प्रतिक्रिया दी. वहीं, बदायूं से शिवपाल यादव को चुनाव लड़ाए जाने पर सीएम के तंज और अपर्णा यादव के समाजवादी पार्टी में शामिल होने की चर्चा पर भी बयान दिया.