आंग सान सू की, राजनेता
आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) एक बर्मी राजनीतिज्ञ, राजनयिक और लेखक (Burmese Politician, Diplomat, Author) हैं. वह 1991 के नोबेल शांति पुरस्कार की विजेता (1991 Nobel Peace Prize Laureate) हैं और उन्होंने 2016 से 2021 तक म्यांमार के स्टेट काउंसलर (एक प्रधान मंत्री के समकक्ष) (State Counsellor of Myanmar) और विदेश मामलों के मंत्री के रूप में कार्य किया है. वह 2011 से नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) के अध्यक्ष के रूप में कार्य कर रही हैं. उन्होंने 2010 के दशक में म्यांमार को सैन्य शासन से लोकतंत्र की तरफ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
आधुनिक म्यांमार के राष्ट्रपिता आंग सान (Aung San, Father of the Nation of Modern-day Myanmar) और खिन की की सबसे छोटी बेटी, आंग सान सू की का जन्म 19 जून 1945 (Date of Birth) को ब्रिटिश बर्मा के रंगून में हुआ था. उन्होंने 1964 में दिल्ली विश्वविद्यालय और 1968 में सेंट ह्यूज कॉलेज, ऑक्सफोर्ड से स्नातक की डिग्री हासिल की (Suu Kyi Education) और उसके बाद, तीन साल तक संयुक्त राष्ट्र में काम किया. उन्होंने 1972 में माइकल एरिस से शादी की (Suu Kyi’s Husband), जिनसे उन्हें दो बच्चे हुए.
आंग सान सू की 8 अगस्त 1988 के 8888 विद्रोह में प्रमुखता से उभरीं और एनएलडी की महासचिव बनीं. 1990 के चुनावों में, एनएलडी ने संसद में 81% सीटें जीतीं, लेकिन सैन्य सरकार ने सत्ता सौंपने से इनकार कर दिया. उन्हें चुनावों से पहले हिरासत में लिया गया था और 1989 से 2010 के दौरान लगभग 15 वर्षों तक उन्हें नजरबंद रखा गया था. 1999 में, टाइम पत्रिका ने उन्हें “गांधी के बच्चों” में से एक और अहिंसा के उनके आध्यात्मिक उत्तराधिकारी (Children of Gandhi and His Spiritual Heir to Nonviolence) का नाम दिया. 2015 के चुनावों में, उनकी पार्टी ने भारी जीत हासिल की, संघ की विधानसभा में 86% सीटों पर कब्जा किया, लेकिन उनके दिवंगत पति और बच्चों के विदेशी नागरिक होने के कारण उन्हें राष्ट्रपति के पद से दूर रहना पड़ा. वह म्यांमार के स्टेट काउंसलर की नव निर्मित भूमिका में सामने आईं. सू की की पार्टी ने नवंबर 2020 में म्यांमार का आम चुनाव जीता था, लेकिन 1 फरवरी 2021 को तख्तापलट के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया. 6 दिसंबर 2021 को उन्हें चार साल की सजा सुनाई गई. संयुक्त राष्ट्र और भारत समेत विश्व के अधिकांश देशों ने इस सजा की निंदा की (Political Career of Suu Kyi).
वह किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक्टिव नहीं हैं.
यूं तो म्यांमार में सैन्य शासन का इतिहास काफी पुराना है. इस देश ने 1962 से सेना की तानाशाही झेली है. लेकिन अब हालात बेहद खराब हो चुके हैं. सेना एयर स्ट्राइक कर बगावती जनता को शांत कराने की कोशिश कर रही है. दिन ब दिन मरने वालों की तादाद बढ़ रही है और लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की अब भी जेल में ही हैं.
साल 2020 में म्यांमार में प्रचंड बहुमत से सत्ता में आईं आंग सान सू की की सरकार का सेना ने तख्तापलट कर दिया था. उन्हें 2021 में गिरफ्तार कर लिया गया था. वह तभी से जेल में हैं. आंग सान सू की को अवैध तरीके से जेल में रखने की दुनियाभर में निंदा हो रही है.
अपने सपनों को पूरा करने के लिए एक लड़की डॉक्टर से मॉडल बन गई. लेकिन, उसके फोटो स्थानीय प्रशासन को इतने आपत्तिजनक लगे कि उस पर अश्लील फोटो पोस्ट करने का आरोप लगाकर मामला दर्ज किया गया और फिर उसे 6 साल जेल की सजा सुनाई गई. बताया गया कि मॉडल ने कई वेबसाइट्स पर आपत्तिजनक फोटो शेयर किए थे.