बदलापुर (Badlapur) महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित एक शहर है. यह मुंबई महानगर क्षेत्र का एक हिस्सा है. उल्हास नदी के तट पर स्थित है, जो कुलगांव-बदलापुर नगर परिषद द्वारा शासित है. बदलापुर ठाणे जिले में ठाणे शहर से सिर्फ 40 किमी दूर है. मुंबई उपनगरीय रेलवे की सेंट्रल लाइन पर बदलापुर रेलवे स्टेशन है. 2011 में, बदलापुर की जनसंख्या 174,226 थी, जिसमें 132,582 पुरुष और 120,893 महिलाएं थीं.
20 अगस्त 2024 को बदलापुर के एक स्कूल में बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में लोगों की भीड़ ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. स्कूल का भी घेराव किया. साथ ही,गुस्साए भीड़ ने लोकल ट्रेनों को भी रोका और हंगामा किया (Badlapur Ggirl Alleged Molestation Protests 2024).
एमिक्स क्यूरी (न्यायालय मित्र) मंजुला राव ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य अपराध जांच विभाग (CID) को पुलिसकर्मियों के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज करनी चाहिए थी. एमिक्स क्यूरी ने हाईकोर्ट में कहा कि जिस समय राज्य CID ने इस मामले की जांच अपने हाथ में ली, उसी समय FIR दर्ज होनी चाहिए थी.
महाराष्ट्र के बदलापुर (Badlapur) रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसा हुआ. यहां भीड़ के चलते एक महिला यात्री लोकल ट्रेन से गिर गई और गंभीर रूप से घायल हो गई. कर्जत से मुंबई जाने वाली लोकल ट्रेन स्टेशन पर पहुंची थी. भीड़ के दबाव में महिला का संतुलन बिगड़ गया और वह ट्रैक पर गिर पड़ी, जिससे उनके सिर में गंभीर चोटें आईं.
बॉम्बे हाईकोर्ट ने बदलापुर एनकाउंटर मामले में सरकार से पूछा है कि क्या न्यायिक मजिस्ट्रेट के रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य है या नहीं? हाईकोर्ट ने मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट पर चिंता जाहिर की. हाईकोर्ट ने एमिकस क्यूरी नियुक्त किया. रिपोर्ट में एनकाउंटर का 'फर्जी' होने की बात कही गई.
अक्षय के माता-पिता ने न्यायालय के सामने कहा कि हमारी बहू ने एक बच्चे को जन्म दिया है, हमें उनकी देखभाल करने की जरूरत है, हम इतनी भागदौड़ नहीं कर सकते और इसलिए हम याचिका को वापस लेना चाहते हैं. उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाई कि वो अब इस मामले में सुनवाई नहीं चाहते हैं.
24 वर्षीय अक्षय शिंदे को अगस्त 2024 में ठाणे जिले के बदलापुर में एक स्कूल के शौचालय के अंदर दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. वह स्कूल में सफाईकर्मी के रूप में काम करता था और पुलिस के उदासीन रवैये को लेकर लोगों में भारी आक्रोश के बीच उसे गिरफ्तार किया गया था.
बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी की हिरासत में मौत के लिए मजिस्ट्रेट द्वारा आरोपित ठाणे के दो पुलिसकर्मियों ने सोमवार को इस दावे से इनकार किया कि उसकी हत्या फेक एनकाउंटर में की गई थी. इस मामले से संबंधित सुनवाई में हस्तक्षेप करने की अनुमति मांगने के लिए उन्होंने बॉम्बे हाईकोर्ट का रुख किया है.
बदलापुर स्कूल यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे की हिरासत में मौत के लिए मजिस्ट्रेट की जांच में पांच पुलिसकर्मियों को जिम्मेदार ठहराया गया है. उन सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने का रास्ता साफ हो गया है. मजिस्ट्रेट ने सोमवार को बॉम्बे हाई कोर्ट को सीलबंद लिफाफे में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी.
बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि वे (माता-पिता) आरोपी नहीं हैं. ये उनकी गलती नहीं है. उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिए? उनके बेटे पर जिस चीज को करने का आरोप है, उसके लिए उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए.
महाराष्ट्र के बदलापुर के एक स्कूल में बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न के आरोपी की पुलिस एनकाउंटर में मौत के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीआईडी को कड़ी फटकार लगाई है. कोर्ट का कहना था कि सीआईडी इस मामले की जांच हल्के में ले रही है.
बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की मां ने CM एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अन्य राजनेताओं के साथ-साथ कई मीडिया हाउसों के खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया है. आरोपी की मां ने सभी से बिना शर्त माफी और करोड़ों रुपये का हर्जाने की मांग की है.
बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच ने कहा, "हमारी कोशिश सच्चाई का पता लगाना है. हमारा प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि हर मैटेरियल इकट्ठा किया जाए और मजिस्ट्रेट के सामने रखा जाए, जांच सही तरीके से आगे बढ़े. हम निष्पक्ष जांच चाहते हैं."
म्हात्रे ने सबसे पहले कल्याण सत्र अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी, जहां इसे खारिज कर दिया गया था. अस्वीकृति के बाद, उन्होंने वकील वीरेश पुरवंत के माध्यम से उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और कहा कि घटना उस तरीके से नहीं हुई है जैसा कि पत्रकार ने आरोप लगाया है.
महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल दो मासूम बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट ने पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी से हाई कोर्ट ने पूछा कि वो स्कूल अध्यक्ष और सचिव को अभी तक क्यों नहीं पकड़ पाई है.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने शुक्रवार को महाराष्ट्र पुलिस को निर्देश दिया कि वह बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे के परिवार के सदस्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उसके शव को जल्द से जल्द दफनाने के लिए एकांत जगह की तलाश करे.
महाराष्ट्र में बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के रिश्तेदारों ने उसका अंतिम संस्कार करने के लिए सुरक्षा की मांग की. शिंदे की पुलिस हिरासत में जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई थी. उसके चाचा अमर शिंदे ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने उसका शव दफनाने के लिए स्थान का चयन अब तक नहीं किया है.
महाराष्ट्र के बदलापुर एनकाउंटर पर सुनवाई करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने पुलिस से तीखे सवाल पूछे हैं. हाई कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पूछा है कि आरोपी के सिर में गोली कैसे लगी. देखिए VIDEO
बदलापुर स्कूल में बच्चियों के यौन शोषण के मामले का खुलासा होने के बाद अक्षय शिंदे की पत्नी ने भी अक्षय के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट लिखाई थी. ये शिकायत जबरन अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने को लेकर थी. इसी शिकायत पर ठाणे की क्राइम ब्रांच अक्षय को पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच के दफ्तर लेकर जा रही थी.
एक तरफ जहां महाराष्ट्र के बदलापुर में हुए एनकाउंटर पर मुंबई हाईकोर्ट सवाल उठा रही हैं तो वहीं मुंबई में गुरुवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2024 में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने बड़ा बयान दिया है. देखिए VIDEO
महाराष्ट्र में चुनावी हलचल के बीच मुंबई के ताज लैंड्स एंड (होटल) में इंडिया टुडे कॉन्क्लेव चल रहा है. कॉन्क्लेव के दूसरे दिन महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस से राहुल कंवल और साहिल जोशी से खास बातचीत की है. इस दौरान फडणवीस ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, अडानी को प्रोजेक्ट दिए जाने, बदलापुर एनकाउंटर समेत कई विषयों पर मुखरता से अपनी बात रखी. देखें वीडियो.
महाराष्ट्र के बदलापुर में नाबालिग के शोषण के आरोपी अक्षय शिंदे ने कथित रूप से पुलिस की रिवॉल्वर छीनकर खुद को गोली मार ली है. इस घटना में उसकी मौत हो गई है. इस पर बॉम्बे हाई कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है और सवाल उठाए हैं. शशि तुषार शर्मा के साथ देखें मुंबई मेट्रो.
पोस्टर में इस्तेमाल की गई तस्वीर में फडणवीस को बंदूक पकड़े दिखाया गया है. एक पोस्टर पर लिखा है, 'बदला पूरा'. वहीं दूसरे पोस्टर पर लिखा है, 'शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में महिलाओं पर अत्याचार करने वालों का इसी तरह न्याय होगा'. हालांकि ये पोस्टर और बैनर किसने लगाए हैं इसका पता फिलहाल नहीं चल पाया है. इन पोस्टरों पर किसी पार्टी का नाम नहीं लिखा है.