बराक 8 मिसाइल
बराक 8 मिसाइल (Barak 8 Missile), जिसे LR-SAM के रूप में भी जाना जाता है, एक इंडो-इजरायल मिसाइल है (Indo-Israeli Missile). यह मिसाइल सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (SAM, Surface-to-Air Missile) है. वराक 8 मिसाइल को हेलीकॉप्टर, एंटी-ऐयर मिसाइल्स और यूएवी के साथ-साथ बैलिस्टिक मिसाइल, क्रूज मिसाइल और लड़ाकू जेट सहित किसी भी तरह के हवाई खतरे से बचाव के लिए डिजाइन किया गया है. इसके समुद्री और भूमि-आधारित दोनों प्रकार मौजूद हैं.
बराक 8 को इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (Israel Aerospace Industries), भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO), इजराइल के अनुसंधान और विकास निदेशालय (DDR&D), Elta Systems और Rafael Advanced Defence Systems ने मिलकर बनाया था.
बराक 8, मूल रूप से बराक 1 मिसाइल पर आधारित है और इसमें रेंज एक्सटेंशन के साथ एक एडवांस सुविधा है जो इसे RIM-162 ESSM या यहां तक कि SM-2 मानक जैसे मध्यम श्रेणी के नौसैनिक प्रणालियों के करीब ले जाता है.
बराक 8 की लंबाई लगभग 4.5 मीटर, मिसाइल बॉडी पर 0.225 मीटर का डाइमीटर और बूस्टर स्टेज में 0.54 मीटर, 0.94 मीटर का पंख है और इसका वजन 275 किलोग्राम है. इसमें 60 किलोग्राम वारहेड शामिल है. मिसाइल की अधिकतम गति मैक 3 है, जिसकी अधिकतम ऑपरेशनल रेंज 70 किमी है, जिसे बाद में बढ़ाकर 100 किमी कर दिया गया था (Barak 8 Features).
भारतीय वायु सेना को पहला MRSAM सिस्टम 9 सितंबर 2021 को मिला जो जैसलमेर वायु सेना स्टेशन की सुरक्षा करता है (MRSAM at Jaisalmer Air Force Station).
MRSAM सिस्टम (MRSAM system) एक भूमि आधारित विन्यास है. इसमें एक कमांड और कंट्रोल सिस्टम, ट्रैकिंग रडार, मिसाइल और मोबाइल लॉन्चर सिस्टम शामिल हैं. प्रत्येक लॉन्चर में दो स्टैक में आठ ऐसी मिसाइलें होती हैं, जिसे एक कनस्तर विन्यास में लॉन्च की जा सकती है. यह प्रणाली एक उन्नत रेडियो फ्रीक्वेंसी (RF) से भी जुड़ा होता है
भारतीय सेना ने इस संस्करण की पांच रेजिमेंट्स का ऑर्डर दिया है, जिसमें लगभग 40 लांचर हैं. 17,000 करोड़ में 200 मिसाइलें शामिल हैं. 2020 में इसकी पहली डिलीवरी है जो 2023 तक पूरी होने की उम्मीद है. इस मिसाइल की सीमा 50 किमी से 70 किमी के बीच है (Indian Army).
भारत के पहले स्वदेसी विमानवाहक युद्धपोत INS Vikrant की ताकत और बढ़ गई है. अब इस पर मध्यम रेंज की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (Medium Range Surface to Air Missile - MR-SAM) सिस्टम तैनात कर दी गई है. यह मिसाइल 2448 km/hr की स्पीड से दुश्मन की तरफ हमला करती है.
भारतीय नौसेना ने हाल ही समुद्री परीक्षण में उतरे INS Mormugao से मीडियम रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल बराक-8 का परीक्षण किया गया. टारगेट समुद्र की सतह से बहुत ऊपर नहीं था. लेकिन मिसाइल ने सफलतापूर्वक समुद्री सतह के नजदीक से आ रहे टारगेट को ध्वस्त कर दिया. जानिए मिसाइल और युद्धपोत की ताकत...
इंडियन नेवी ने INS विशाखापट्टनम युद्धपोत से MRSAM मिसाइल दागकर एंटी-शिप मिसाइल को मार गिराया. इससे पता चलता है कि भारत की इस मिसाइल के पास दुश्मन की मिसाइल को मार गिराने की भी क्षमता है. इस मिसाइल के आर्मी वर्जन का पिछले साल सफल परीक्षण किया गया था.
भारतीय नौसेना (Indian Navy) को दूसरा स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS Mormugao मिल गया है. यह विशाखापट्टनम क्लास का विध्वंसक है. इसमें ऐसे हथियार लगे हैं कि दुश्मन जमीन, जल और आसमान कहीं से हमला नहीं कर सकता. लेकिन ये चाहे तो चारों दिशाओं से हमला कर सकता है. दुश्मन इसकी मार बर्दाश्त नहीं कर पाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज देश के पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट करियर IAC Vikrant को भारतीय नौसेना को सौंपेंगे. इस विमानवाहक पोत के आने से देश की समुद्री सीमाएं सुरक्षित हो जाएंगी. लेकिन जानना ये जरूरी है यह सीमाओं की सुरक्षा किन हथियारों से करेगा.
DRDO ने ओडिशा के चांदीपुर के पास ऐसी मिसाइल की सफल टेस्टिंग की है, जिसकी गति और मारक क्षमता शानदार है. ये दुश्मन की रडार में पकड़ नहीं आता. दुश्मन के टारगेट को हवा में ही ध्वस्त कर सकता है. इसे भारतीय नौसेना (Indian Navy) के युद्धपोत से दागा गया है.
BrahMos Supersonic Cruise Missile: भारतीय सेनाएं लगातार ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण कर रही हैं. जमीन से, हवा से और पानी से. दो दिन पहले अंडमान एवं निकोबार कमांड से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के एंटी-शिप वर्जन का सफल परीक्षण किया गया है. इस परीक्षण की वजह से चीन हमारे समुद्री इलाकों में नजर डालने से डरेगा.
Missile Power of India-Pak: जब भी बात होती है कि मिसाइलों की तो बड़ा सवाल ये उठता है कि भारत के पास ताकतवर और खतरनाक मिसाइल हैं. या फिर पाकिस्तान के पास. पाकिस्तान की मिसाइलें भारत को कितना नुकसान पहुंचा सकती हैं. कितनी रेंज हैं उनकी. आइए जानते हैं भारत और पाकिस्तान की पांच-पांच सबसे घातक मिसाइलों के बारे में...
भारतीय सेना ने 24 घंटे में दूसरी बार एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल HELINA का सफल फ्लाइट टेस्ट किया. इस बार ये परीक्षण हिमालयी इलाकों में किया गया दिखता है. इससे पहले पोकरण में टेस्ट हुआ था. यह दुश्मन के तोपों के लिए मौत है.
यूक्रेन के तीन शहरों में रूस ने फॉस्फोरस बम फोड़े. जिसकी वजह से बच्चों समेत कई लोग घायल हो गए हैं. इस बात की जानकारी दोनेत्स्क के रीजनल मिलिट्री एडमिनिस्ट्रेशन के प्रमुख ने ट्वीट करके दी. आखिर ये फॉस्फोरस बम इतना खतरनाक क्यों है? आइए समझते हैं...