भद्रक
भद्रक (Bhadrak) पूर्वी भारत में ओडिशा राज्य का एक जिला है (District of Odisha). यह 1 अप्रैल 1993 को अस्तित्व में आया था (Formation of Bhadrak). यह शहर भद्रक जिले का मुख्यालय है. भद्रक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 3 भद्रक (SC) का हिस्सा है. भद्रक की जनसंख्या 107,463 है (Bhadrak Population). पुरुषों की आबादी 51% है और महिलाएं 49% हैं (Bhadrak sex Ratio). भद्रक की औसत साक्षरता दर 79.49% है (Bhadrak Literacy).
जिले में कई प्रमुख मंदिर हैं, जो दार्शनिक हैं. अखंडलमणि मंदिर, भगवान शिव का निवास, बैतरनी नदी के तट पर, जिला मुख्यालय से 37 किलोमीटर दूर अरडी में स्थित है. शहर के बाहरी इलाके में, 5 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में, मां भद्रकाली मंदिर स्थित है. किंवदंती के अनुसार, शहर का नाम देवी भद्रकाली के नाम पर पड़ा है, जिनका मंदिर सालंदी नदी के तट पर है (Bhadrak Temples).
शहर में ही मां बांका बसुली मंदिर और बाबा लोकनाथ शिव मंदिर में पूजा और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. भद्रक जिले के ऐतिहासिक स्थलों और स्मारकों में कई हिंदू मंदिर शामिल हैं. अनिजो गांव में प्रसन्ना खेमेश्वर महादेव मंदिर, जो 150 वर्षों से अस्तित्व में है (Bhadrak History).
भद्रक अपनी पारंपरिक मिठाई के लिए प्रसिद्ध है, जिसे पलुआ लड्डू के नाम से जाना जाता है (Bhadrak Sweets).
ओडिशा के भद्रक जिले में एक दर्दनाक सड़क हादसे में संजय जेना (26), उनके जीजा और एंबुलेंस चालक की मौत हो गई, जब डंपर ने एंबुलेंस को टक्कर मार दी. वे अपने पिता का शव लेकर गांव जा रहे थे. संजय की मां गंभीर रूप से घायल हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
गुजरात की रहने वाली महिला आईटी कंपनी चलाती थी. उसे अपने यहां काम करने वाले कर्मचारी से प्यार हो गया और फिर शादी कर ली. शादी के बाद महिला ने अपनी संपत्ति गिरवी रखकर 5 करोड़ रुपये जुटाए और पति को बिजनेस के लिए दे दिए. महिला का आरोप है कि पैसे लेकर पति फरार हो गया.
31 साल का मुक्ति रंजन रॉय ओड़िशा के भद्रक जिले का रहने वाला था. लेकिन नौकरी बेंगलुरु में किया करता था. बेंगलुरु के जिस मॉल में मुक्ति काम किया करता था उसी मॉल में महालक्ष्मी भी काम किया करती थी. वहीं दोनों की मुलाकात हुई और फिर दोस्ती.. और फिर प्यार.
लोकसभा चुनाव 2024 बेहद नज़दीक हैं. नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है. वहीं, विपक्षी दल भी उलटफेर करने की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. चुनाव से पहले ओडिशा की भद्रक सीट पर क्या हैं सियासी समीकरण, वीडियो में जानिए. (रिपोर्ट: अजय कुमार)
ओडिशा के भद्रक में नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती 38 साल के शख्स की मौत हो गई. परिजनों को सेंटर वालों ने बताया कि निमोनिया के कारण उसकी मौत हुई है. जबकि, परिजनों का आरोप है कि उन्हें शव में चोट के कई निशान दिखे. यह हत्या का मामला है. फिलहाल, पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.