भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब राहुल गांधी (Rahul Gandhi) भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) पर निकल रहे हैं जो 14 जनवरी 2024 से शुरू होगी. इस बार मणिपुर से शुरू होकर ये यात्रा पूर्वी भारत होते हुए गुजरात पहुंचेगी और फिर अंतिम पराव महाराष्ट्र में होगा.
इस बार राहुल गांधी पूर्वोत्तर में मणिपुर से पश्चिमी भारत में मुंबई तक 150 दिनों की भारत न्याय यात्रा करेंगे. यह यात्रा 6,200 किमी की दूरी तय करेगी जो मणिपुर, नागालैंड, असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, यूपी, एमपी, राजस्थान, गुजरात और अंत में महाराष्ट्र में खत्म होगी. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भारत न्याय यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि यात्रा का माध्यम बस होगा.
चुनाव के हिसाब से देखें तो राहुल गांधी के लिए 2025 बेहतरीन साल है. दिल्ली और बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं, और कांग्रेस के हाथ कुछ खास नहीं लगने वाला है. न जीतने का टेंशन, न हार की परवाह और मस्ती अनलिमिटेड - राहुल को भला और क्या चाहिये.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब 3 महीने से भी कम का समय बचा है, ऐसे में कांग्रेस ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. दिल्ली प्रदेश कांग्रेस आज से 'दिल्ली न्याय यात्रा' शुरू कर रही है जो राजघाट से शुरू होगी. एक महीने तक चलने वाली इस न्याय यात्रा के दौरान सभी 70 विधानसभाओं को कवर किया जाएगा.
कांग्रेस की यह न्याय यात्रा पूरी तरह से पदयात्रा होगी तथा हर दिन 20-25 किलोमीटर की दूरी तय करने का लक्ष्य है. रोजाना सुबह आठ बजे के आसपास यात्रा शुरू होगी और दोपहर के भोजन के साथ-साथ चाय पीने के लिए ब्रेक होगा. देखें वीडियो.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर करते हुए देशवासियों को राष्ट्रीय खेल दिवस की शुभकामना दी. इस दौरान राहुल ने कहा कि जल्द ही "भारत डोजो यात्रा" आने वाली है 'डोजो' शब्द का मतलब आमतौर पर मार्शल आर्ट के लिए प्रशिक्षण हॉल या स्कूल होता है.
राहुल गांधी ने अग्निवीर का मुद्दा अब भी नहीं छोड़ा है, और अब वो हिंसा के शिकार लोगों का दर्द बांटने मणिपुर पहुंचे हैं - क्या मणिपुर में भी वो हाथरस की ही तरह लोगों की तकलीफों तक सीमित रह पाएंगे?
बीजेपी को लोकसभा चुनावों में अपेक्षित सफलता से बहुत कम मिलने का कारण पार्टी की गलतियां ही नहीं थीं. और भी बहुत से कारण थे, जिसमें सबसे प्रमुख था कांग्रेस के मीडिया सेल का काम. 2024 की हार बीजेपी के प्रचार तंत्र की भी हार है.
मराठवाड़ा में भी कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है और अपने पुराने गढ़ पर फिर से कब्जा किया है. नांदेड में चुनाव से ठीक पहले दिग्गज नेता अशोक चव्हाण ने पाला बदला और बीजेपी में चले गए थे. हालांकि, नांदेड़ सीट पर भी कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. करीब 15 साल बाद लातूर सीट पर भी कांग्रेस ने जीत हासिल की है.
नतीजों के बाद कांग्रेस की प्रेंस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लाखों लोग जु़ड़े. लोगों की समस्या को सुनना और आगे चलकर समस्या का हल की हमारे कैंपेन का आधार बना. देखिए VIDEO
ममता बनर्जी और अधीर रंजन की जानी दुश्मन वाली तकरार में मल्लिकार्जुन खरगे पिस कर रह गये हैं, लेकिन एहसास उनको अपना हाथ जलाने के बाद हुआ है - फिर भी, अभी तक ये नहीं समझ में आया कि ममता बनर्जी के प्रति कांग्रेस नेतृत्व डबल स्टैंडर्ड क्यों अपनाता है?
बहस में पूछे गए सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा- राहुल गांधी ने भारत यात्रा की, लेकिन अयोध्या नहीं गए, यह आस्था का विषय है. राम मंदिर वहां नहीं था, तब भारत नहीं था क्या? यह सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का भ्रम है. भारतीय जनता पार्टी की दिक्कत यह है कि मोदी जी ने सबको झूठ बोलना सिखा दिया है. आज सबकी आस्थाओं को आप राजनीति के साथ तोलना चाहते हैं.
सोनिया गांधी के रायबरेली लोकसभा सीट छोड़ने के बाद लगातार चर्चा हो रही है कि यहां से प्रियंका गांधी को कांग्रेस उम्मीदवार बना सकती है. प्रियंका अगर आती भी हैं तो ये 5 कारण उनकी जीत में रोड़ा बनेंगे.
कांग्रेस ने राम मंदिर उद्घाटन समारोह से ये कहते हुए दूरी बनाई थी कि वो बीजेपी का पॉलिटिकल इवेंट था. अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कह रहे हैं कि अगर वो अयोध्या जाते तो बीजेपी के लोग उनको बर्दाश्त नहीं कर पाते, क्योंकि वो दलित समुदाय से आते हैं.
राजनीति में रॉबर्ट वाड्रा की दिलचस्पी तो पहले भी देखने को मिली है, फर्क बस ये है कि अब वो खुल कर अमेठी का नाम लेने लगे हैं. और उनका एक दावा तो कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चिंता का विषय हो सकता है - कांग्रेस में मची भगदड़ के बीच उनके पास भी दूसरे राजनीतिक दलों का ऑफर है.
कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को दिल्ली में बीजेपी के मनोज तिवारी के खिलाफ उम्मीदवार बनाया है. देखा जाये तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पसंद मनोज तिवारी का मुकाबला अब राहुल गांधी के फेवरेट नेता कन्हैया कुमार से होने जा रहा है - तो क्या दिल्ली में ये मुकाबला मोदी बनाम राहुल गांधी होने जा रहा है?
2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के मुकाबले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ममता बनर्जी के प्रति काफी नरम रुख दिखा रहे हैं. लेकिन ममता बनर्जी हद से ज्यादा आक्रामक नजर आ रही हैं, और निजी हमले भी कर रही हैं - आखिर बीजेपी ने अपनी रणनीति में बदलाव क्यों किया है?
INDIA ब्लॉक का आदर्श नमूना देखना हो तो बिहार बेहतरीन मिसाल है, फिर भी कांग्रेस और आरजेडी के बीच सीटों का बंटवारा फाइनल न हो पाना काफी हैरान करता है. आखिर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच कहां पेच फंसा है?
राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो' यात्रा मुंबई के शिवाजी पार्क में समाप्त हुई, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. इस यात्रा के दौरान, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. इसके बावजूद, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने अभी तक अपने किसी भी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है और सभी की नजरें उत्तर प्रदेश पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यहां से ही दिल्ली का रास्ता तय होता है. देखें ये वीडियो.
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के शक्ति वाले बयान ने सियासी गलियारे में हलचल पैदा कर दी है. दरअसल, भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन कार्यक्रम में राहुल गांधी ने हिंदू धर्म पर बयान देते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राहुल बोले, हिंदू धर्म में शक्ति शब्द होता है, हम शक्ति से लड़ रहे हैं. देखें वीडियो.
राहुल गांधी की 'भारत छोड़ो न्याय यात्रा' का भव्य समापन मुंबई के ऐतिहासिक शिवाजी पार्क मैदान में हुआ. इस अवसर पर विपक्ष के तमाम नेता एक ही मंच पर साथ नजर आए और सरकार पर तीखा हमला बोला. उद्धव ठाकरे, शरद पवार, फारुक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, तेजस्वी और स्टालिन भी मौजूद थे. राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला. देखें ये वीडियो.
लगता है राहुल गांधी ने 2019 की गलतियों से सबक नहीं लिया है. फिर वैसी ही गलती दोहराने लगे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अगर लालू यादव के परिवार वाले बयान के राजनीतिक पलटवार को समझे होते तो ऐसे 'शक्ति' प्रदर्शन से जरूर बच गये होते - सत्ता की कौन कहे, अब तो सरवाइवल की लड़ाई हो गई है.
लोकसभा चुनाव की घोषणा होते होते राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा का समापन कर दिया. यात्रा के दौरान राहुल गांधी कांग्रेस के मैनिफेस्टो का ट्रेलर दिखाकर लोगों का ध्यान भी खींचा है. लेकिन लड़ाई किसके खिलाफ लड़ रहे हैं, ये समझ में नहीं आ रहा है - आखिर इतना कनफ्यूजन क्यों है?