बिम्सटेक (BIMSTEC - Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए एक क्षेत्रीय संगठन है. यह संगठन दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया के सात देशों को आपस में जोड़ता है, जिससे क्षेत्रीय विकास और सहयोग को बढ़ावा मिलता है.
बिम्सटेक की स्थापना 6 जून 1997 को बैंकॉक घोषणा के तहत की गई थी. इसके सात सदस्य देश हैं- बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, और थाईलैंड.
बिम्सटेक का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है, जिससे आर्थिक विकास, व्यापार, निवेश, परिवहन, ऊर्जा, पर्यटन, कृषि और अन्य क्षेत्रों में प्रगति हो सके. यह संगठन क्षेत्रीय स्थिरता, समृद्धि और एकता को मजबूत करने की दिशा में कार्य करता है.
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई. इस मुलाकात में मोदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया और उनकी सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की. यह मुलाकात बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद दोनों देशों के नेताओं के बीच पहली मुलाकात थी.
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई. इस मुलाकात में भारत ने बांग्लादेश में हिंदुओं समेत सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया. भारत ने बांग्लादेश से कहा कि वह स्थिर, शांतिप्रिय और समावेशी प्रजातंत्र के पक्ष में है.
बिम्स्टेक शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई. पीएम मोदी ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठाया और उनकी सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की. मुलाकात की पहल बांग्लादेश की ओर से हुई, जो यूनुस के चीन दौरे के बाद हुई.
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पहली बार बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई. भारत ने बांग्लादेश से कहा कि हिंदू समेत सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. प्रधानमंत्री मोदी ने जल्द निष्पक्ष और समावेशी चुनाव कराने की सलाह दी. देखें रणभूमि.
प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख सलाहकार मोहम्मद यूनुस से यह भी आग्रह किया कि माहौल को खराब करने वाली किसी भी बयानबाजी से बचना चाहिए. पीएम ने प्रो. यूनुस से कहा कि भारत और बांग्लादेश की सीमा पर कानून का सख्त पालन और अवैध घुसपैठ पर रोक सुरक्षा बनाए रखने के लिए आवश्यक है.
भारत सरकार ने बताया कि पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस के साथ मुलाकात में बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों विशेष रूप से हिंदुओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया है. दोनों के बीच अल्पसंख्यकों की स्थिति को लेकर बातचीत हुई है. पीएम मोदी ने इस मुद्दे को खुलकर उठाया है. उन्होंने इस पर गहरी चिंता उठाई है.
राजधानी बैंकॉक में मोहम्मद यूनुस के अनुरोध पर पीएम मोदी से उनकी द्विपक्षीय वार्ता हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे से हाथ मिलाया और द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की.
बैंकॉक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस की मुलाकात हुई. यह बैठक द्विपक्षीय संबंधों पर केंद्रित रही. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी यूनुस से मुलाकात में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का मुद्दा उठा सकते हैं. देखें दोनों नेताओं की मुलाकात की तस्वीरें.
थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक में 4 अप्रैल को बिम्सटेक समिट हो रही है..अब ख़बर है कि समिट से इतर पीएम मोदी और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस की भी मुलाकात हो सकती है..
प्रधानमंत्री मोदी नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से भी मुलाकात कर सकते हैं. ओली को भारत यात्रा के लिए आमंत्रित करने में देरी को लेकर दोनों देशों की सरकारों के बीच महीनों से चल रहे तनाव के बीच यह संभावित मुलाकात होगी. बता दें कि केपी शर्मा ओली ने 2024 में सत्ता में आने के बाद दिल्ली से निमंत्रण नहीं मिलने के बाद सबसे पहले बीजिंग का दौरा किया था.
जयशंकर ने बांग्लादेश के मोहम्मद यूनुस को आईना दिखाते हुए कहा कि भारत बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए BIMSTEC के संबंध में अपनी जिम्मेदारी से अवगत है. बंगाल की खाड़ी में भारत की सबसे लंबी तटरेखा भी है, जो लगभग 6,500 किलोमीटर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थाईलैंड के दो दिवसीय दौरे पर बैंकॉक पहुंचे हैं. वे बिम्स्टेक सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और इसके बाद श्रीलंका जाएंगे. बैंकॉक एयरपोर्ट पर भारतीय समुदाय ने उनका भव्य स्वागत किया. इस दौरान, मोदी-मोदी के नारे लगे और लोग उनकी एक झलक पाने के लिए बेताब दिखे.
बैंकॉक जाएंगे पीएम मोदी, यहां BIMSTEC शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
भारत ने सार्क को पीछे छोड़ते हुए अब अपना फोकस बिम्सटेक की तरफ मोड़ लिया है. सार्क सदस्यों में पाकिस्तान के शामिल होने की वजह से लगातार बाधाएं पैदा होती थीं और साल 2016 में उरी हमले के बाद सार्क का कोई भी सम्मेलन आयोजित नहीं हुआ है. ऐसे में अब सार्क को एक तरह से निष्क्रिय मंच माना जा रहा है.