पक्षियों को संक्रमित करने वाले इन्फ्लूएंजा वायरस मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं. इस प्रकार का फ्लू अक्सर बीमार पक्षियों के संपर्क में आने से होता है (Bird Flu). यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकता है. इसके लक्षण दो से आठ दिनों के भीतर पता चलता है. यहर सामान्य फ्लू की तरह ही लगता है. इसके लक्षणों में खांसी, बुखार, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है.
इस वायरस के कारण पेट की समस्याओं, सांस लेने की समस्याओं या सीएनएस बिगड़ सकते हैं. यह बीमारी मनुष्यों में उच्च मृत्यु दर का कारण बन सकती है. इसके ट्रिटमेंट के दौरान कुछ एंटीवायरल दवाएं यदि लक्षणों के दो दिनों के भीतर ली जाती हैं, तो मरीज स्वस्थ हो जाता है.
जून 2024 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पुष्टि की है कि भारत के पश्चिम बंगाल में एक चार वर्षीय बच्चे को H9N2 बर्ड फ्लू वायरस से संक्रमित हो गया. उस बच्चे को फरवरी 2024 में गंभीर सांस समस्याओं, तेज बुखार और पेट में ऐंठन महसूस हुआ जिसके बाद उसे एक स्थानीय अस्पताल की भर्ती कराया गया था. उपचार करने के बाद बच्चे को तीन महीने बाद छुट्टी दे दी गई (Bird Flu India).
छिंदवाड़ा में बिल्लियों की मौत के बाद जांच की गई तो उनमें बर्ड फ्लू के सैंपल पाए गए. इसके बाद प्रशासन ने आसपास की चिकन और मटन की दुकानों के भी सैंपल लिए और उनके सैंपल भी बर्ड फ्लू पॉजिटिव पाए गए.
बर्ड फ्लू को 15 साल में सबसे खराब मौसमी फ्लू प्रकोपों में से एक माना जा रहा है. अमेरिका में अब तक अत्यधिक रोगजनक एवियन इन्फ्लूएंजा के 70 मामलों की पुष्टि हो चुकी है.
तेलंगाना ने आंध्र प्रदेश में बर्ड फ्लू के मामलों के मद्देनजर सख्त कदम उठाए हैं, खासतौर से हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क में, जहां मांसाहारी जानवरों के चिकन और अंडों की खपत पर रोक लगा दी गई है. संक्रमण की रोकथाम के लिए जैव सुरक्षा उपायों के तहत राज्य की सीमाओं पर चौकसी बढ़ाई गई है.
महाराष्ट्र के चंद्रपुर के मंगली गांव और आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे को बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लुएंजा H5N1) की एंट्री के बाद ‘अलर्ट जोन’ घोषित कर दिया गया है. अधिकारियों का कहना है कि संक्रमित मुर्गियों को मारने की कार्रवाई होगी. इसी के साथ अन्य एहतियाती कदम भी उठाए जा रहे हैं.
राजस्थान के जैसलमेर में कुरजां पक्षियों की मौत ‘बर्ड फ्लू’ की वजह से हुई थी. अधिकारी ने बताया कि पहले मृत पाए गए, डेमोइसेल क्रेन को जांच के लिए मध्य प्रदेश के भोपाल की एक प्रयोगशाला में भेजा गया था. जिसकी रिपोर्ट आने के बाद ये पुष्टि हुई है.
नागपुर के एक रेस्क्यू सेंटर में बीते दिनों तीन बाघ और एक तेंदुए की मौत हुई थी. चारों जानवर H5N1 वायरस से संक्रमित पाए गए थे. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि चिकन खाने के बाद तीनों बाघ और तेंदुआ संक्रमण की चपेट में आए थे.
वियतनाम के चिड़ियाघरों में H5N1 बर्ड फ्लू वायरस के कारण 47 बाघ, तीन शेर और एक तेंदुए की मौत हो गई है.सरकार ने कहा है कि ये मौतें H5N1 टाइप ए वायरस के कारण हुई हैं. गनीमत ये है कि अभी तक यहां तैनात किसी भी कर्मचारी में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं दिखे हैं.
ऑस्ट्रेलिया में एक बच्चे में बर्ड फ्लू का संक्रमण मिला था जिसे लेकर कहा जा रहा था कि भारत में रहते हुए वो संक्रमित हुआ. बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में बहुत कम होता है लेकिन यह कई मामलों में जानलेवा साबित होता है.
झारखंड के रांची में बर्ड फ्लू (bird flu) की एंट्री हो गई है. यहां 920 पक्षियों को मार दिया गया. इसी के साथ 4300 अंडे नष्ट कर दिए गए. सैंपल की जांच में वायरल की पुष्टि होने के बाद राज्य सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है.
हाल ही में झारखंड की राजधानी रांची में भी बर्ड फ्लू का मामला सामने आया था. इस बीच 920 मुर्गियों और बत्तखों को मार दिया गया था. इसी के साथ 4300 अंडे नष्ट किए गए. वायरस की पुष्टि के बाद राज्य सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया था.
ऑस्ट्रेलिया में एक बच्चे में बर्ड फ्लू का संक्रमण मिला था जिसे लेकर कहा जा रहा था कि भारत में रहते हुए वो संक्रमित हुआ. बर्ड फ्लू का संक्रमण इंसानों में बहुत कम होता है लेकिन यह कई मामलों में जानलेवा साबित होता है.
WHO के मुताबिक, H9N2 वायरस के चलते होने वाले बर्ड फ्लू 4 साल का एक बच्चा संक्रमित पाया गया. मरीज को सांस लेने में तकलीफ, बुखार और पेट में तेज दर्द के चलते फरवरी में लोकल अस्पताल के एक पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में एडमिट कराया गया था. तीन महीने के इलाज के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया था.