बिसलेरी इंटरनेशनल (Bisleri International) एक भारतीय कंपनी है जो बोतलबंद पानी के नाम के ब्रांड के लिए जानी जाती है. कंपनी 1970 के दशक में रमेश चौहान द्वारा शुरू की गई थी, जो बोतलबंद पानी और शीतल पेय बेचती है.
बिसलेरी भारत में अपना अधिकांश व्यवसाय संचालित करता है, जिसमें 150 परिचालन संयंत्र और 6,000 वितरकों और 7,500 वितरण ट्रकों का नेटवर्क है. बिसलेरी अपने उत्पादों को अपने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और अन्य ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं के माध्यम से भी बेचता है (Bisleri).
बिसलेरी मूल रूप से 19वीं शताब्दी के फेलिस बिसलेरी द्वारा बनाया गया एक इतालवी शराब पेय था. 1965 में, इतालवी डॉक्टर केसरी रॉसी और भारतीय व्यवसायी ख़ुशरू सनतुक ने ठाणे में एक कारखाना स्थापित करके भारत में बिसलेरी बोतलबंद पानी पेश किया. यह शुरू में केवल मुंबई के लक्जरी होटलों और रेस्तरां में बेचा जाता था. 1969 में, पारले समूह के जयंतीलाल चौहान (Jayanti Lal Chauhan) उनके बेटे रमेश चौहान (Ramesh Chauhan) ने बिसलेरी ब्रांड का अधिग्रहण किया (Bisleri International HIstory).
ऑर्गेनाइज्ड बोतलबंद पानी सेगमेंट में बिसलेरी की 32 फीसदी बाजार हिस्सेदारी है, जिसमें यह मुख्य रूप से पेप्सिको की एक्वाफिना, द कोका-कोला कंपनी की किनले, पार्ले एग्रो की बेली और आईआरसीटीसी की रेल नीर के साथ प्रतिस्पर्धा करती है. बिसलेरी को अक्सर भारत में बोतलबंद पानी के लिए एक सामान्य शब्द के रूप में प्रयोग किया जाता है (Bisleri International Market in India).
बागपत में जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह तहसील संपूर्ण समाधान दिवस के दौरान पुलिस चौकी पहुंचे और एक बड़ी कंपनी की नकली पानी की बोतल देखकर चौंक गए. डीएम द्वारा जांच में पाया गया कि बड़ी ब्रैंड की नकली बोतलों में पानी भरकर बेचा जा रहा है. इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए हजारों नकली बोतलों को नष्ट कर दिया.
Parle-G Success Story : पारले ने स्वदेशी आंदोलन के दौरान साल 1929 में कैंडी का प्रोडक्शन शुरू किया और इसके एक दशक के बाद पहली बार 1938 में पारले-ग्लूको (Parle-Gloco) नाम से बिस्किट का उत्पादन शुरू किया.
रमेश चौहान ने 2022 में अपनी कंपनी Bisleri को उत्ताधिकारी की कमी के चलते ही Tata Group के हाथों में देने के लिए डील की थी. उस समय जयंती चौहान की कंपनी के बिजनेस में कोई दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन ऐन मौके पर डील टूट गई और Jayanti Chauhan ने इसकी बागडोर संभाली. .
Bottled Water Market : देश में मिनिरल वाटर सबसे अधिक बिकने वाला पानी है. इसमें बड़ी मात्रा में मिनिरल गैसें घुली होती हैं. ये रेगुलर पानी से अलग होता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम सल्फेट, पोटेशियम और सोडियम सल्फेट अधिक होते हैं.
साल 2022 में बिसलेरी इंटरनेशनल को बेचने की पूरी तैयारी हो गई थी और इसे देश के सबसे बड़े कॉरपोरेट घरानों में से एक टाटा ग्रुप (Tata Group) खरीद रहा था. लेकिन, वैल्यूएशन को लेकर ये डील अटक गई और फिर टूट गई.
भारत में बोतलबंद पानी का मार्केट बहुत बड़ा है और इस बाजार की सबसे बड़ी प्लेयर बिसलेरी है. इसके अलावा किनले, टाटा वाटर प्लस और रेल नीर जैसे बोतलबंद पानी के ब्रांड भारत में मौजूद हैं.
एंजेलो जॉर्ज (Angelo George) बिसलेरी इंटरनेशनल के सीईओ हैं. एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और फार्मास्युटिकल सेक्टर की बड़ी कंपनियों में करीब तीन दशक काम करने का अनुभव रखने वाले एंजेलो साल 2019 में बिसलेरी के साथ जुड़े थे.
भारत में बोतलबंद पानी का मार्केट बहुत बड़ा है और इस बाजार की सबसे बड़ी प्लेयर बिसलेरी है. इसके अलावा किनले, टाटा वाटर प्लस और रेल नीर जैसे बोतलबंद पानी के ब्रांड भारत में मौजूद हैं.
बेटी Jayanti Chauhan की कारोबार संभालने की इच्छा न होने के चलते अब रमेश चौहान ने सीईओ एंजेलो जॉर्ज (Angelo George) को कंपनी के प्रबंधन का प्रभार सौंप दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, यह कदम पूर्व नियोजित (Pre-Planned) नहीं था, यानी ये फैसला अचानक से लेना पड़ा है.
बेटी मान गई... पिता रमेश चौहान का छलका था दर्द- कौन चलाएगा कंपनी? अब जयंती के हाथ Bisleri की कमान!