भारत का केंद्रीय बजट केंद्र सरकार का व्यापक वार्षिक वित्तीय विवरण है जिसमें उनकी पूंजी, राजस्व और व्यय का विवरण शामिल होता है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Union Finance Minister, Nirmala Sitharaman) इस बार 23 जुलाई 2024 (Budget 2024) को बजट पेश करेंगी. पिथले साल 1 फरवरी को संसद में केंद्रीय बजट 2023 पेश किया गया था (Budget 2023).
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 के अनुसार, केंद्रीय बजट भारत सरकार की अनुमानित प्राप्तियों और व्यय का विवरण है. यानी यह एक विस्तृत, व्यापक विवरण है कि सरकार स्वास्थ्य सेवा, बुनियादी ढांचा, कृषि, शिक्षा और रोजगार सृजन जैसे विभिन्न क्षेत्रों पर कितना पैसा खर्च करने की योजना बना रही है और कितना कर तय कर रही है. साथ ही, प्रत्यक्ष करों के माध्यम से कितना पैसा बनाने का लक्ष्य रखती है- जैसे आयकर और अप्रत्यक्ष कर, जैसे वैट और जीएसटी. पहले रेल बजट को अलग से पेश किया जाता था लेकिन अब इसे भी केंद्रीय बजट में शामिल कर दिया गया है (Government Plans, Budget).
इसके बाद वित्त मंत्रालय, बजट घाटे को निर्धारित करने के लिए राजस्व और व्यय के अनुमान की जांच करता है. सरकार को उस घाटे को पूरा करने के लिए आवश्यक उधारी की अधिकतम राशि निर्धारित करने के लिए केंद्र, मुख्य आर्थिक सलाहकार से परामर्श करता है. सभी परामर्शों के बाद, वित्त मंत्रालय भविष्य के व्यय के लिए अन्य मंत्रालयों को धन आवंटित करता है. राजस्व आवंटन पर किसी भी असहमति के मामले में, वित्त मंत्रालय प्रधानमंत्री (Prime Minister if India) या केंद्रीय मंत्रिमंडल के साथ परामर्श करता है.
1947 से अब तक कुल 73 वार्षिक बजट, 14 अंतरिम बजट और चार विशेष बजट या मिनी-बजट हो पेश किए जा चुके हैं (Budget Till Now).
पंजाब सरकार ने राज्य में सीमा पार ड्रग तस्करी, सुरक्षा और खेलों के विकास के लिए बड़े बजट आवंटन की घोषणा की है. मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में सरकार ने ड्रग तस्करी रोकने के लिए 110 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है.
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी खास मौकों पर तो बोलती हैं, लेकिन अक्सर चुप रहती हैं. लेकिन, अभी वो नीतीश कुमार से आमने-सामने भिड़ने लगी हैं, और हाल फिलहाल ऐसा कई बार देखा गया है - क्या लालू यादव ने बिहार चुनाव में राबड़ी यादव को कोई टास्क दे रखा है?
दिल्ली की विधानसभा में 2025-26 का बजट पेश किया. इस बजट में पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. महिला सशक्तिकरण, बुनियादी ढांचा विकास और गरीबी उन्मूलन पर विशेष जोर दिया गया है. देखें.
दिल्ली के नए बजट में शहर के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है. इंफ्रास्ट्रक्चर सुधार के लिए 3800 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. झुग्गी-झोपड़ी और जेजे कॉलोनियों के विकास पर जोर दिया गया है. महिलाओं की सुरक्षा के लिए 50,000 अतिरिक्त कैमरे लगाने का प्रस्ताव है. देखें.
दिल्ली सरकार ने राजधानी के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं. नई औद्योगिक नीति और वेयरहाउसिंग पॉलिसी लाने की बात कही गई है. व्यापारियों के लिए ट्रेडर्स वेलफेयर बोर्ड की स्थापना होगी. जल आपूर्ति और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए 9000 करोड़ का बजट रखा गया है. देखें.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 1,00,000 करोड़ रुपए का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया. इसमें महिला समृद्धि योजना के तहत गरीब महिलाओं को ₹2500 मासिक देने का प्रावधान है. यमुना की सफाई के लिए 9000 करोड़ रुपए और झुग्गी बस्तियों के विकास के लिए ₹696 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं. देखें.
दिल्ली के बजट पर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं. आरोप है कि शिक्षा, स्वास्थ्य और सफाई के बजट में कटौती की गई है. विपक्ष का कहना है कि सरकार ने आर्थिक सर्वेक्षण सदन में नहीं रखा. शिक्षा का बजट 25% से घटाकर 20% से कम किया गया है. देखें.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में अपना पहला बजट पेश किया. 27 साल बाद बीजेपी ने दिल्ली में अपना बजट पेश किया है. खास बात ये है कि दिल्ली का इस बार का बजट एक लाख करोड़ रुपये का है. पिछली बार जब आप नेता आतिशी ने बजट पेश किया था तो वह 76 हजार करोड़ का था.
दिल्ली की मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि उन्होंने कहा कि अब आपदा सरकार के दिन चले गए हैं. पिछली सरकार में इच्छाशक्ति ही नहीं थी. लेकिन हमने अपनी पहली बैठक में ही केंद्र की आयुष्मान योजना को लागू किया.
Delhi Budget 2025: दिल्ली विधानसभा में बजट पेश होने से पहले मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और कैबिनेट मंत्रियों ने हनुमान मंदिर में पूजा की. देखिए VIDEO
आज की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 25 मार्च, 2025 की खबरें और समाचार: बीजेपी नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार आज यानी मंगलवार को करीब 27 साल बाद विधानसभा में बजट पेश करेगी. चुनाव के बाद ये पहला बजट होगा, जो कई मायनो में खास होने वाला है. दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने कई वादे किए थे, जिसपर आज बजट में मुहर लग सकती है.
बता दें कि पिछले साल आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये का बजट 2024-25 पेश किया था, जिसे बढ़ाकर 77,000 रुपये कर दिया गया था. सरकारी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि विधानसभा में पेश होने वाला 2025-26 का बजट 80,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में देश का आम बजट पेश किया. बजट को लेकर आम से लेकर खास लोगों को उम्मीदें थीं. इस बार सरकार ने महंगाई और टैक्स के मोर्चे पर लोगों को बड़ी दी.
सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली के बजट की रूपरेखा बताई है. उन्होंने इस बजट को 'विकसित दिल्ली बजट' करार दिया और बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, प्रदूषण और जलभराव की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा.
दिल्ली का बजट 25 मार्च को विधानसभा में पेश किया जाना है और इससे पहले सीएम रेखा गुप्ता ने इसकी रूपरेखा बताई है. उन्होंने इस बजट को 'विकसित दिल्ली बजट' करार दिया और बताया कि इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, प्रदूषण और जलभराव की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा.
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा, "विकसित दिल्ली संकल्प पत्र के आधार पर तैयार किए गए बजट को महिलाओं, व्यापारियों, औद्योगिक संगठनों, किसानों, विधायकों, सांसदों, युवाओं, झुग्गीवासियों और प्रभावी हस्तियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार किया गया है."
संसद में लगातार हंगामे के बीच सरकार बजट पास कराने के लिए गिलोटिन का इस्तेमाल कर सकती है. गिलोटिन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें बिना चर्चा के सीधे वोटिंग होती है. बीजेपी ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है, जबकि कांग्रेस ने इस कदम का विरोध किया है. विपक्ष का आरोप है कि सरकार संसदीय परंपराओं का पालन नहीं कर रही है और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बच रही है. बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे के कारण सरकार जल्द से जल्द बजट पास कराना चाहती है.
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, उनको आशंका है कि, सरकार बजट पर अब आगे चर्चा न कराकर गिलोटीन के रास्ते इसे पास करा सकती है. कांग्रेस का मानना है कि सरकार चर्चा से भाग रही है.
बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन हंगामेदार रहा और दोनों सदनों में तीन भाषा नीति, वोटर लिस्ट, परिसीमन जैसे मुद्दों पर हंगामा देखने को मिला. इस बीच सरकार लोकसभा से लैडिंग बिल पारित कराने में सफल रही. वहीं राज्यसभा में रेलवे संशोधन बिल पर मुहर लगाई गई. दोनों सदनों की कार्यवाही कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है.
महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजित पवार ने आज विधानसभा में राज्य का बज पेश किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि उद्देश्य यह है कि मुंबई महानगर क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को वर्तमान 140 बिलियन डॉलर से 2030 तक 300 बिलियन डॉलर और 2047 तक 1.5 ट्रिलियन डॉलर तक ले जाया जाए.
संसद के बजट सत्र के दूसरे चरण में सरकार और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक के संकेत मिल रहे हैं. विपक्ष मणिपुर में हिंसा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ की धमकी, संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन पर राजनीतिक हंगामा जैसे मुद्दों पर घेरने का प्लान बना रहा है.