टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने Spam Calls पर लगाम लगाने के लिए कॉलिंग नेम प्रजेंटेशन (CNAP) को लागू करने की सिफारिश की है. अगर यह सिफारिशें मान ली जाती हैं, तो भविष्य में मोबाइल पर अनजान नंबर से आने वाले कॉलर का नाम भी दिखाया जाएगा. इस तरह का फीचर कई थर्ड पार्टी मोबाइल ऐप्स और फोन कंपनियों के प्री इंस्टॉल ऐप देते हैं.
पुलिस ने एक फेक कॉल सेंटर का भंडोफोड़ करते हुए दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. इस मामले में आगे की तहकीकात अभी जारी है.
आज हम आपको एक ऐसी ट्रिक के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी मदद से आप चेक कर सकते हैं कि सामने वाला आपकी कॉल रिकॉर्ड कर रहा है या नहीं?
Call Forwarding Scam: लोगों को ठगने के लिए स्कैमर्स तरह-तरह की चाल चलते हैं. कभी फिशिंग लिंक के जरिए, तो कभी किसी संदिग्ध ऐप के जरिए स्कैमर्स लोगों को फंसाते हैं. इस लिस्ट में एक नाम Call Forwarding Scam का भी है. इस तरह के स्कैम में फ्रॉडस्टर्स बड़ी ही चालाकी से आपके नंबर पर आने वाली कॉल्स को अपने फोन पर फॉर्व्ड करा लेते हैं.
android users के फोन में मौजूद एक ऐप चुपके से उनकी जानकारियां चुराता है. ये ऐप SMS पढ़ने से लेकर कॉल रिकॉर्डिंग और कैमरा तक की डिटेल्स एक्सेस करता है.
ये तो आपको पता होगा कि आपका स्मार्टफ़ोन आपको 24/7 सुनता है. आपने ये भी एक्सपीरिएंस किया होगा कि कभी कॉल पर या आस पास के लोगों से किसी टॉपिक पर बात कर रहे हैं या शॉपिंग को लेकर डिस्कस कर रहे हैं तो तुरंत आपके फोन में उसी से रिलेटेड ऐड्स दिखने लगते हैं.
वो साइन्स जो बताते हैं कि आपकी कॉल कोई रिकॉर्ड कर रहा है. देखें ये पूरा वीडियो और जानें...
Call Recording वाले थर्ड पार्टी ऐप्स बंद किए जा चुके हैं. लेकिन, अभी भी कुछ ऐसे ऐप्स Google Play Store पर मौजूद हैं जो सीक्रेटली फोन कॉल रिकॉर्ड कर सकते हैं. इसके लिए आपको कोई स्पेशल सेटिंग की भी जरूरत नहीं होती है. ऐसे गूगल की खुद की पॉलिसी का ही इस ऐप से उल्लंघन हो रहा है.