केनरा बैंक
केनरा बैंक (Canara Bank) भारत का तीसरा सबसे बड़ा राष्ट्रीयकृत बैंक है. यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के स्वामित्व में है. इसका मुख्यालय बेंगलुरू में है (Canara Bank Headquarters). इस बैंक के लंदन, हांगकांग, दुबई और न्यूयॉर्क में भी कार्यालय हैं.
अम्मेम्बल सुब्बा राव पाई ने 1 जुलाई 1906 को मैंगलोर, भारत में केनरा हिंदू स्थायी कोष की स्थापना की (Canara Bank Founded). इस बैंक ने 1910 में अपना नाम बदलकर केनरा बैंक लिमिटेड कर लिया. केनरा बैंक ने 1961 में बैंक ऑफ केरल का अधिग्रहण किया. इसके बाद, केनरा बैंक ने सीसिया मिडलैंड बैंक को अधिग्रहित किया. इसी साल इसने जी. रघुमथमुल बैंक का भी अधिग्रहण किया. इसके बाद, 1961 में केनरा बैंक ने त्रिवेंद्रम परमानेंट बैंक का अधिग्रहण किया. केनरा बैंक ने 1963 में चार बैंकों का अधिग्रहण किया: श्री पूर्णाथ्रीसा विलासम बैंक, थ्रिप्पुनिथुरा, अर्नाड बैंक, तिरुचिरापल्ली, कोचीन वाणिज्यिक बैंक, कोचीन और पांडियन बैंक, मदुरै (Canara Bank Acquisitions).
भारत सरकार ने 19 जुलाई 1969 को भारत के 13 अन्य प्रमुख वाणिज्यिक बैंकों के साथ केनरा बैंक का राष्ट्रीयकरण किया (Canara Bank Nationalization). 1976 में, केनरा बैंक ने अपनी 1000 वीं शाखा का उद्घाटन किया. 1996 में, केनरा बैंक आईएसओ प्रमाणन प्राप्त करने वाला पहला भारतीय बैंक बना. 4 मार्च 2020 को सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में विलय हुआ (Canara Bank Merger).
Canara Bank FD: केनरा बैंक अपने ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट के लिए शानदार ऑप्शन पेश कर रहा है. अगर आप इन दिनों निवेश का विकल्प तलाश रहे हैं, तो केनरा बैंक की स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम को ऑप्शन के रूप में चुन सकते हैं.
देश के प्राइवेट और सरकारी बैंक सीनियर सिटीजन को फिक्स्ड डिपॉजिट पर शानदार ब्याज ऑफर कर रहे हैं. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से लेकर ICICI बैंक तक सात फीसदी से अधिक ब्याज दे रहे हैं. रिजर्व बैंक के रेपो बढ़ाने के बाद से बैंकों ने ब्याज दरों में बदलाव किया है.
केनरा बैंक के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. पिछले कुछ महीनों में इसके शेयरों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि आने वाले दिनों में केनरा बैंक के शेयर और भी उछल सकते हैं. केनरा बैंक के शेयर दिवंगत राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियों में भी शामिल हैं.
किसी भी बैंक के MCLR में बढ़ोतरी से कार, पर्सनल और होम लोन महंगा हो जाता है. MCLR बढ़ने से आपके लोन की ईएमआई बढ़ जाती है. हाल ही में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी की थी. इसके बाद से देश के बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा कर दिया है.