चंपाई सोरेन (Champai Soren) झारखंड से बीजेपी के सदस्य हैं. झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में पार्टी ने उन्हें सरायकेला सीट से अपना उम्मीदवार बनाया था. चुनाव में उन्होंने जीत हासलि की (Assembly Election 2024).
उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तारी के बाद 2 फरवरी 2024 से 3 जुलाई 2024 तक झारखंड के 7वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. इससे पहले और बाद में, उन्होंने हेमंत सोरेन के अधीन कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया.
चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल में परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत रहे.
झारखंड के सरायकेला से BJP विधायक और राज्य के पूर्व CM चंपाई सोरेन को तबीयत खराब होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आज सुबह उन्हें टाटा मेन हॉस्पिटल (जमशेदपुर) में भर्ती किया गया.
वायरल हो रहे इस वीडियो में चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तारीफ करते नजर आ रहे हैं. इसमें वह कह रहे हैं कि हेमंत सोरेन ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण काम किए हैं. इस बयान के आधार पर कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि चंपाई सोरेन फिर से JMM में शामिल हो सकते हैं. हालांकि, चंपाई सोरेन ने स्पष्ट कर दिया है कि यह सब अफवाहें हैं.
झारखंड में चंपाई सोरेन के कंधे पर रखकर चलाई गई बीजेपी की बंदूक मिसफायर हो गई है. ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है. बिहार से लेकर बंगाल तक नतीजे एक जैसे देखने को मिले हैं. आगे देखना है कैलाश गहलोत दिल्ली में कोई करिश्मा दिखा पाते हैं क्या?
चंपाई सोरेन ने भाजपा के लिए सरायकेला सीट जीती, लेकिन उनका प्रभाव कोल्हान में नहीं दिखा. एनडीए क्षेत्र की 14 में से 11 सीटें हार गई, जिनमें घाटशिला, पोटका और जगन्नाथपुर जैसे प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र शामिल थे.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह तक ने खुद को बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे तक केंद्रित रखा. उन्होंने हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार पर घुसपैठियों को पनाह देने और उन्हें सरकारी सुविधाएं प्रदान करने का आरोप लगाया.
झारखंड में पहले चरण के तहत 43 सीटों मतदान शुरू हो गया है. चुनाव आयोग के मुताबिक झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में कुल 683 उम्मीदवार मैदान में हैं. इनमें 73 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं. सुबह 9 बजे तक 13.04% वोटिंग हो चुकी है. सरायकेला-खरसावां में 14.6%, सिमडेगा में 15.09%, लोहरदगा में 14.97%, कोडरमा में 14.97% और सबसे कम पूर्वी सिंहभूम में 11.25% वोटिंग हुई है.
झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान 43 सीटों पर शुरू हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है. उन्होंने इसे लोकतंत्र का उत्सव बताते हुए सभी से इसमें पूरे उत्साह के साथ भाग लेने का आह्वान किया. प्रधानमंत्री ने विशेषकर उन युवाओं को बधाई दी जो पहली बार मतदान करने जा रहे हैं.
झारखंड में लोकतंत्र के महापर्व का आगाज 13 नवंबर को हो रहा है. राज्य में दो चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं. पहले चरण में 43 सीटों के लिए 13 नवंबर और दूसरे चरण में 38 सीटों के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा. चुनाव परिणाम 23 नवंबर को महाराष्ट्र के साथ ही आएंगे. देखें वीडियो.
झारखंड में लोकतंत्र के महापर्व की शुरुआत 13 नवंबर से हो रही है. राज्य में विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे. पहले चरण के तहत 43 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण में 38 सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. मतगणना 23 नवंबर को होगी और इसी दिन महाराष्ट्र के नतीजे भी जारी होंगे. झारखंड की वर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त हो रहा है.
झारखंड विधानसभा की 88 में से 43 सीटों के लिए पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान होना है. इन सीटों पर प्रचार के अंतिम दिन सियासी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी. फिल्म अभिनेता से राजनेता बने मिथुन चक्रवर्ती ने प्रचार के अंतिम दिन ताबड़तोड़़ रैलियां कर बीजेपी के लिए वोट मांगे.
जेएमएम छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन का कहना है कि चुनाव के बाद जमीन वापस लेने के लिए आदिवासी बड़ी अदालतें बुलाएंगे, केंद्र और राज्य की एजेंसियां हमारी मदद करें या नहीं.
चंपाई सोरेन झारखंड चुनाव की हॉट सीट सरायकेला से चुनाव मैदान में हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के लिए कोल्हान रीजन की कमान संभालते आए चंपाई इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं.
झारखंड विधानसभा चुनाव में सरायकेला विधानसभा सीट हॉट सीट बन गई है. इस सीट के साथ ही सरायकेला और ईचागढ़ के राजघरानों की भी झारखंड चुनाव में खूूब चर्चा हो रही है.
झारखंड के सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक महत्व अनुसूचित जनजाति समुदाय के लिए आरक्षित सीट होने से बढ़ जाता है. इस क्षेत्र ने 2005 से ही झारखंड मुक्ति मोर्चा का समर्थन किया है, और चंपई सोरेन ने लगातार चार चुनाव इस पार्टी के टिकट पर जीते हैं.
वायनाड से प्रियंका गांधी वाड्रा की जीत पहले से ही पक्की मानी जा रही है, कांग्रेस तो यही मान कर चल रही है. मुद्दे की बात ये है कि प्रियंका गांधी के भी संसद पहुंच जाने के बाद क्या कांग्रेस को परिवारवाद की राजनीति के आरोप की परवाह नहीं है? या ऐसे आरोप अब अप्रासंगिक हो गये हैं?
टिकट वितरण के इस खेल में राजनीतिक दलों ने परिवारों और उत्तराधिकारियों पर ही ज्यादा से ज्यादा भरोसा दिखाया है. झारखंड से लेकर बिहार और महाराष्ट्र तक ये नजारा आम है. इसकी बानगी के लिए बता दें कि झारखंड में बीजेपी ने एक पूर्व सीएम के बेटे, एक पूर्व सीएम की पत्नी और एक पूर्व सीएम की बहू को टिकट देकर विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है.
Jharkhand Vidhan Sabha Chunav 2024: झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. सूबे में पिछली बार पांच चरणों में चुनाव हुए थे, लेकिन इस बार राज्य में दो चरणों में मतदान होगा. 2024 के झारखंड चुनाव में 2019 के मुकाबले क्या अलग होगा? आइए जानते हैं.
अरविंद केजरीवाल मंगलवार को रिजाइन करने जा रहे हैं. पर अगला सीएम चुनते वक्त उन्हें बार-बार बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी और झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरने का चेहरा याद आ रहा होगा. तो क्या वे दिल्ली में राबड़ी मॉडल को अपनाएंगे?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रविवार को झारखंड में अलग-अलग जगहों पर कार्यक्रम था. इस दौरान जमशेदपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा किक्या चंपाई सोरेन आदिवासी नहीं थे. जिस तरह से उन्हें अपमानित करके सीएम की कुर्सी छीनी गई, वो सभी आदिवासियों का अपमान है. देखिए VIDEO
चंपाई सोरेन के बीजेपी में शामिल होने से झारखंड में पार्टी को आदिवासी वोटरों का समर्थन मिलने की उम्मीद है, खासकर कोल्हान क्षेत्र में जहां पार्टी का पिछला प्रदर्शन कमजोर रहा था. हालांकि, उनकी राज्यव्यापी अपील की कमी और हेमंत सोरेन का आदिवासी अस्मिता कार्ड खेलने से बीजेपी की संभावित बढ़त कुछ हद तक कमजोर पड़ सकती है. इसके अलावा पार्टी में गुटबाजी भी एक चुनौती हो सकती है.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आरोप लगाया कि जांच एजेंसियों की छापेमारी में झारखंड के राजनेताओं और नौकरशाहों के यहां से नोटों के पहाड़ बरामद किए जा रहे हैं. झारखंड के मंत्री और अन्य लोग इसमें शामिल हैं. स्थानीय आदिवासियों लड़कियों से शादी करके घुसपैठिए उनकी जमीनें हड़प रहे हैं.