चम्पावत
चम्पावत (Champawat) भारत के राज्य उत्तराखंड (Uttarakhand) का एक जिला और शहर है और इसका मुख्यालय भी यहीं है. यह कुमाऊं मंडल का एक हिस्सा है. इस जिले का क्षेत्रफल 1,776 वर्ग किलोमीटर है (Champawat Geographical Area).
बागेश्वर जिले में अल्मोड़ा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का आंशिक हिस्सा (Lok Sabha constituency) और दो विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र, लोहाघाट और चम्पावत शामिल हैं (Assembly constituency).
2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक चम्पावत की जनसंख्या (Champawat Population) लगभग 3 लाख है और यहां प्रति वर्ग किलोमीटर 147 लोग रहते हैं (Density). यहां का लिंग अनुपात (Sex Ratio) 980 है. यहां की 79.83 फीसदी जनसंख्या साक्षर है. चम्पावत में पुरुष 91.61 फीसदी और महिलाओं की साक्षरता दर 68.05 फीसदी है (Champawat literacy).
चम्पावत जिले को इसका नाम राजकुमारी चंपावती से मिला है. वह राजा अर्जुन देव की बेटी थीं जिन्होंने ऐतिहासिक समय में इस क्षेत्र पर शासन किया और उनकी राजधानी चंपावत में थी. उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने 15 दिसंबर 1997 को इसे एक अलग जिले के रूप में घोषित किया था. इससे पहले, चंपावत केवल पिथौरागढ़ जिले की एक तहसील था. (Champawat history)
उत्तराखंड का ऐतिहासिक चंपावत जिला अपने आकर्षक मंदिरों और खूबसूरत वास्तुशिल्प के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है. पहाड़ों और मैदानों के बीच से होकर बहती नदियां अद्भुत छटा बिखेरती हैं. चंपावत में पर्यटकों को वह सब कुछ मिलता है जो वह एक पर्वतीय स्थान से चाहते हैं. वन्यजीवों से लेकर हरे-भरे मैदानों तक और ट्रैकिंग की सुविधा, सभी कुछ यहां पर है. यहां के प्रमुख पर्यटक स्थलों में लोहाघाट, पूर्णागिरी, ग्वाल देवता और बालेश्वर मंदिर आदि शामिल हैं (Champawat tourist places).
नेपाल के रास्ते बिना वीजा (VISA) भारत में घुसने की कोशिश कर रही एक चीनी महिला को उत्तराखंड के चंपावत जिले में सीमा पर पकड़ लिया गया. संन्यासिनी के भेष में आई इस महिला की पहचान 30 वर्षीय यांग कियूहान के रूप में हुई. पूछताछ और कानूनी कार्रवाई के बाद उसे नेपाल वापस भेज दिया गया.
उत्तराखंड के चम्पावत में भूस्खलन के कारण नेशनल हाइवे पर मलबे का पहाड़ बन गया है. जेसीबी की मशीनें लगातार मलबे को हटा रही हैं. इस घटना से लोगों की परेशानी बढ़ गई है. भूस्खलन की वजह से नेशनल हाइवे पर यातायात प्रभावित हुआ है. देखें वीडियो.
टनकपुर के उचौलीगोठ में घास लेने जंगल आई महिला पर बाघ ने हमला कर दिया. महिला की जान उसकी दो सहेलियों ने बचाई. जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें सम्मानित भी किया है. वहीं, घायल महिला के सिर पर 21 टांके लगे हैं. फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है.
उत्तराखंड के चंपावत में चरस तस्कर गिरफ्तार किया गया है. उत्तराखंड में इस समय ऑपरेशन क्रैकडाउन चलाया जा रहा है. नशामुक्त उत्तराखंड 2025 मुहिम के तहत यह नशा का व्यापार करने वालों पर लगातार एक्शन लिया जा रहा है. बरामद की गई चरस की इंटरनेशनल कीमत 43 लाख रुपये बताई गई है.