छठ पूजा (Chhath Puja) एक प्राचीन हिंदू त्योहार है. छठ पूजा के पहले दिन नहा- खा होता है, दूसरे दिन खरना होता है और तीसरे और चौथे दिन शाम और सुबह का अर्घ दिया जाता है. इस तरह यह चार दिवसीय त्योहार है (Chhath Puja 4 days Rituals).
छठ पूजा सूर्य को समर्पित है. बिहार और आसपास के क्षेत्रों के लोगों के लिए छठ पूजा को महापर्व माना जाता है. छठ पूजा एक लोक उत्सव है जो चार दिनों तक चलता है. यह कार्तिक शुक्ल चतुर्थी से शुरू होकर कार्तिक शुक्ल सप्तमी पर समाप्त होता है (Chhath Puja Month). छठ साल में दो बार मनाया जाता है. चैती छठ - यह विक्रम संवत के चैत्र महीने में मनाया जाता है और कार्तिक छठ - यह विक्रम संवत के कार्तिक मास में बहुत बड़े पैमाने पर मनाया जाता है (Chhath Puja 2 Times in a Year). छठ पूजा को महिलाओं के साथ साथ मर्द भी रखते हैं. यह पूजा विशेष कर अपने संतानो की सुख समृद्धी और लंबी आयु के लिए किया जाता है
छठ पूजा, देवी प्रकृति के छठे रूप और भगवान सूर्य की बहन छठी मैया को त्योहार की देवी के रूप में पूजा जाता है. यह हिंदू कैलेंडर विक्रम संवत में कार्तिक के चंद्र महीने के छठे दिन और दीपावली के छह दिन बाद मनाया जाता है (Chhath Puja Worship of God Sun).
बिहार (Bihar), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) और झारखंड (Jharkhand) और नेपाल (Nepal) के दक्षिणी भागों में छठ पूजा विशेष रूप से मनाई जाती है (Chhath Puja in India). विदेशों में बसे भारतीय भी छठ पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं.
नमामि गंगे, यमुना एक्शन प्लान, नेशनल रिवर कंजर्वेशन प्लान, नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के अलावा अलग-अलग राज्यों में भी कई प्रोजेक्ट्स सरकारों द्वारा नदियों की सफ़ाई करने के लिए चलाए गए. हजारों करोड़ रुपए ख़र्च किए गए. इसके बाद भी देश और सिस्टम के सामने सवाल है कि नदियां क्यों कराह रही हैं?
प्रशांत किशोर चाहते थे कि बिहार में उपचुनावों की तारीख भी बाकी राज्यों की तरह टाल दी जाये, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जन सुराज पार्टी की मांग नामंजूर कर दी है - सवाल ये है कि आखिर प्रशांत किशोर ऐसा चाहते ही क्यों थे?
छठ पूजा, जो भारत के महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहारों में से एक है. अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी, वहां बसे भारतीय समुदाय को अपनी जड़ों और संस्कृति से जोड़े रखने के लिए यह त्योहार विशेष महत्व रखता है. वहां भारतीय समुदाय के लोग परिवार और मित्रों के साथ मिलकर इस पवित्र पर्व को मनाते हैं और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को सहेजते हैं.
छठ पूजा भारत के सबसे महत्वपूर्ण और पवित्र त्योहारों में से एक है. इस पर्व का विशेष महत्व उगते सूर्य को अर्घ्य देने में है. भोजपुरी फिल्म अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने इस अवसर पर निर्जला व्रत रखा और उगते सूरज को अर्घ्य देकर आस्था प्रकट की. यह पर्व समाज को एकजुटता और सामूहिकता की भावना का अहसास कराता है.
छठ पूजा 2024 का चौथा और अंतिम दिन ऊषा अर्घ्य का होता है जिसमें उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. यह पर्व इंन्य देवताओं की भक्ति और सूर्य की शक्ति को समर्पित होता है. घाटों पर श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़ अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करती है. यह पर्व बहुत आस्था और भक्ति से जुड़ा होता है, जिसमें भक्त श्रद्धा और समर्पण के साथ शामिल होते हैं.
छठ पूजा भारत के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है, जिसे देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. भारतीय समुदाय ने अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी इस त्योहार को भव्यता से मनाया. हजारों लोग सूर्य देव की उपासना और पारंपरिक खारना अनुष्ठान के लिए एकत्रित हुए, जिससे वहाँ का वातावरण धार्मिक उत्साह से भर गया. यह पर्व सूर्य की पूजा और लोक आस्था से जुड़ा है, जो आपसी भाईचारे और स्नेह को बढ़ावा देता है. छठ पूजा की यही खासियत है कि यह केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनियाभर में भारतीय संस्कृति का परचम लहराती है.
भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित छठ के पर्व का चौथा और आखिरी दिन ऊषा अर्घ्य के रूप में मनाया जाता है. छठ पूजा के चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस वीडियो में देखें बिहार की मशहूर अभिनेत्री अक्षरा सिंह ने छठ त्योहार कैसे मनाया है.
भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित छठ के पर्व का चौथा और आखिरी दिन ऊषा अर्घ्य के रूप में मनाया जाता है. छठ पूजा के चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस वीडियो में देखें कि कैसे बिहार, यूपी, दिल्ली से लेकर अहमदाबाद में कैसे मनाया जा रहा है छठ महापर्व. देखें वीडियो.
भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने इस वर्ष पहली बार छठ पर्व पर उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. उन्होंने बताया कि यह उनका पहला अनुभव था और उन्होंने इसमें पूरी भक्ति और समर्पण के साथ हिस्सा लिया. अक्षरा ने आजतक से बात करते हुए अपने इस पवित्र अनुभव को साझा किया. यह पर्व उनके लिए बहुत खास और व्यक्तिगत रूप से महत्वपूर्ण साबित हुआ.
छठ पूजा का चौथा दिन विशेष होता है क्योंकि इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, जो भक्तों के लिए बहुत मायने रखता है. यह पर्व भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना का प्रतीक है. लोग घाटों पर देर रात से ही संजोया अद्भुत नजारा देखने पहुँच चुके हैं. छठ पूजा में इस दिन का खास महत्व है क्योंकि यह सूर्यदेव की कृपा प्राप्त करने का समय है.
छठ पूजा भारत के प्रमुख और श्रद्धास्पद त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है. इस वर्ष विभिन्न शहरों से छठ पूजा के अनुपम दृश्य सामने आए हैं. लोग उगते सूर्य को अर्घ्य देते हुए भगवान भास्कर और छठी मैया की भक्ति में लीन दिखाई दिए. पटना, लखनऊ, दिल्ली, और अहमदाबाद जैसे शहरों की तस्वीरों से उस आस्था को महसूस किया जा सकता है जो इस त्योहार के प्रति देशभर में है.
चार दिनों का ये महापर्व है. चौथे दिन उदयमान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पूजा का समापन होता है उसके बाद ही महिला प्रसाद या फिर जो है व्रती जो प्रसाद या फिर कुछ भोजन लेती हैं. देखें दिल्ली से लेकर पटना कैसे मनाया जा रहा है छठ का त्योहार.
आजतक की टीम ने दिल्ली में तीन अलग-अलग स्थानों से यमुना नदी के पानी के सैंपल लेकर एक लैब में जांच कराने के लिए भेजे थे. इसकी रिपोर्ट से पता चला कि यमुना नदी का पानी छूने लायक नहीं है. अगर कोई व्यक्ति इस पानी को छूता है तो उसे स्किन से जुड़ी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं
क्या यमुना नदी के जहरीले जल से सूर्य को अर्घ्य का पुण्य मिलेगा? आखिर यमुना नदी का जल कब साफ होगा? छठ महापर्व पर जहरीले पानी से सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोग क्यों मजबूर हैं? और क्या सनातन धर्म खतरे में है? देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.
छठ पूजा के तीसरे दिन यानी गुरुवार को देशभर में लाखों श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को संध्या अर्घ्य दिया. इस दिन पहले भगवान सूर्य और छठी मैय्या की विधिवत पूजा की जाती है. फिर शाम के समय अस्त होते सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस अवसर पर दिल्ली के सैकड़ों घाटों पर लाखों श्रद्धालु एकत्रित हुए और संध्याकाल में डूबते सूरज को अर्घ्य दिया. पार्टी लाइन से हटकर कई नेता भी छठ की पूजा में शामिल हुए.
छठ महापर्व की धूम देश के कोने-कोने में दिख रही है. इस मौके पर सबसे ज्यादा व्रती बिहार के पटना में गंगा नदी के किनारे नजर आए. भोजपुरी एक्ट्रेस और गायिका अक्षरा सिंह ने भी छठ के त्योहार पर पूजा की. डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. अक्षरा सिंह के साथ देखें एक्सक्लूसिव शो.
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय के हजारों लोग छठ पूजा के लिए एकत्रित हुए, जिसमें उन्होंने सूर्य देव की उपासना की और परंपरागत खारना अनुष्ठान मनाया.
भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने पहली बार निर्जला व्रत रख आज छठ पूजा की. इसको लेकर अक्षरा ने आज तक से खास बातचीत की. अक्षरा ने बताया कि पटना में अर्ध दिया जा चुका हैं. इस दौरान अक्षरा शारदा सिन्हा को याद कर भावुक भी हो गईं. देखें ये वीडियो.
देश भर में छठ महापर्व की धूम मची हुई है. बिहार के पटना के घाटों पर गुरुवार को छठ पूजा के दौरान डूबते सूर्य को अर्ध्य देने के लिए व्रतियों की भारी भीड़ जुटी. इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा भी पटना पहुंचे हैं. नड्डा ने नीतीश कुमार के साथ घाटों पर पूजा अर्चना की.
छठ महापर्व की दिल्ली से पटना तक धूम है. छठ पर्व के तीसरे दिन व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया. इस दौरान, पटना में गंगा नदी के घाट पर आस्था और उल्लास का संगम दिखाई दिया. बड़ी संख्या में लोग परिवार के साथ पूजा करते हुए नजर आए.
दिल्ली प्रशासन ने छठ पर्व के दौरान यमुना नदी में फैले जहरीले झाग को साफ करने के लिए कई नावें लगाईं. प्रशासन के इस कदम का मुख्य उद्देश्य था कि कालिंदी कुंज घाट पर आने वाले श्रद्धालुओं का त्योहार सुरक्षित और साफ-सुथरे माहौल में मनाया जाए. पिछले कुछ दिनों से यमुना में प्रदूषण के चलते झाग उत्पन्न हो रहा था, जिससे त्योहार पर असर पड़ने की संभावना थी.