छोटा उदयपुर
छोटा उदयपुर (Chhota Udepur) भारत के राज्य गुजरात (Gujarat) का एक जिला है. इस जिले की स्थापना 15 अगस्त, 2013 को वडोदरा जिले को विभाजित करके की गई थी. इसका प्रशासनिक मुख्यालय भी यहीं है जो सड़कमार्ग से वडोदरा से 110 किलोमीटर दूर है. इस जिले का क्षेत्रफल 3,087 वर्ग किलोमीटर है (Geographical Area).
छोटा उदयपुर जिले में 1 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (Lok Sabha Constituency) और 3 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं (Assembly Constituency).
जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक छोटा उदयपुर की जनसंख्या (Population) लगभग 11 लाख है. इस जिले का लिंग अनुपात (Sex Ratio) प्रति 1000 पुरुष 968 महिला है. इस जिले की 65.20 फीसदी जनसंख्या साक्षर है (Chhota Udepur Literacy).
छोटा उदयपुर पूर्वी गुजरात की तीन रियासतों में से एक के रूप में देवगढ़ बरिया और राजपिपला के साथ इतिहास साझा करता है (History of Chhotaudepur). यह मध्य प्रदेश राज्य के साथ अपनी भूमि सीमा और महाराष्ट्र राज्य के साथ जल सीमा साझा करता है. इस जिले की स्थापना विकेंद्रीकरण की सुविधा और सरकारी सेवाओं तक पहुंच में आसानी के लिए की गई थी. छोटाउदयपुर पूर्वी गुजरात में नर्मदा और तापी जिलों के बाद तीसरा आदिवासी बहुल जिला है (Geographical Location).
छोटा उदयपुर शहर एक बड़ी झील के किनारे पर स्थित है, जहां मंदिरों की एक श्रृंखला है. जैन मंदिर स्थानीय निर्माण शैलियों पर विक्टोरियन कला के प्रभाव का एक दिलचस्प उदाहरण है. 1920 के दशक की कुसुम विलास पैलेस और प्रेम भवन जैसी संरचनाएं भी देखने लायक हैं, हालांकि इसके लिए स्थानीय शाही परिवार से अनुमति की आवश्यकता होती है. यह शहर समृद्ध स्वदेशी इतिहास और संस्कृति के साथ एक आदिवासी क्षेत्र के केंद्र में स्थित है. यहां स्थित जनजातीय संग्रहालय भी देखने लायक है (Tourist Places).
छोटा उदेपुर के क्वांट में समलैंगिक संबंध के चलते एक व्यक्ति ने अपने साथी की हत्या कर दी. गुस्से में आरोपी ने मफलर से गला घोंटकर हत्या की और मोबाइल तोड़कर भाग गया. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी को दो दिन में गिरफ्तार कर लिया. दोनों शादीशुदा थे और अक्सर खेतों में मिलते थे.
गुजरात में छोटा उदेपुर के एक स्कूल टीचर ने अपनी छात्रा से घटिया मांग कर दी जिसके खिलाफ उसके पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. 51 साल के टीचर ने लड़की का शारीरिक उत्पीड़न किया और साथ ही धमकी भी दी. पुलिस में शिकायत दर्ज होने पर वह फरार हो गया.
गुजरात के छोटा उदयपुर जिले में एक तेंदुए ने वन विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी पर हमला कर दिया, जिससे चौकीदार की मौत हो गई. मंगलवार को अधिकारियों ने बताया कि चौकीदार के पद पर तैनात गणपतभाई तेताभाई (45) को तेंदुआ घसीट कर बारिया जंगल में ले गया और मंगलवार को उनका शव मिला.
उदयपुर में राजपूत और आदिवासी लोगों की बहुलता है और बीजेपी इस वोट बैंक पर अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहती है. अंजना के साथ सीधे उदयपुर से देखें राजतिलक.
लोकसभा चुनाव 2024 बेहद नज़दीक हैं. नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है. वहीं, विपक्षी दल भी उलटफेर करने की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. चुनाव से पहले गुजरात की छोटा उदयपुर सीट पर क्या हैं सियासी समीकरण, वीडियो में जानिए. (रिपोर्ट: नरेंद्र पेपरवाला)
आरोपी संदीप राजपूत पर फर्जी कार्यालय बनाकर अनुदान प्राप्त करने का खुलासा हुआ है. कार्यपालन अभियंता सिंचाई परियोजना बोडेली के नाम से फर्जी सरकारी कार्यालय बनाया गया और आदिवासी विभाग से अनुदान भी पारित किया गया.
छोटा उदयपुर जिले से हत्या का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एक युवती ने अपने नए प्रेमी के साथ मिलकर 8 साल पुराने प्रेमी की हत्या कर दी. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि पुराने प्रेमी ने शादी से इनकार कर दिया था. जिसके बाद साजिश के तहत इस हत्या को अंजाम दिया गया था.
नरभक्षी तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग पिंजरे में एक ट्रेप लगाता है, जिसमें बकरी या कोई अन्य जानवर होता है. मगर, गुजरात के छोटा उदयपुर में तेंदुए को पकड़ने के लिए ट्रेप में इंसान को ही बैठा दिया गया. दरअसल, इसने पांच दिनों में पांच लोगों पर हमला किया है, जिसमें से दो बच्चों को शिकार बनाया.
गुजरात के छोटा उदयपुर में पति ने पत्नी का धारदार हथियार से गला रेत डाला. फिर उसके शरीर पर हथियार से ताबड़तोड़ कई वार किए, जिससे महिला की मौत हो गई. पति हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए 200 किलोमीटर दूर से पहुंचा था. दरअसल, वह जॉब के चलते सचिन में रहता है और उसकी पत्नी छोटा उदयपुर में रहती थी.
गुजरात विधानसभा चुनाव में कई ऐसी सीटे हैं जहां बेहद दिलचस्प मुकाबला होने वाला है. ऐसी ही एक विधानसभा सीट है छोटा उदयपुर. इस सीट पर मोहनसिंह राठवा का दबदबा रहा है. लेकिन उन्होंने कुछ महीने पहले चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया था. अब देखने वाला होगा कि जनता किसी आशीर्वाद देगी.
Gujarat Election 2022: इस विधानसभा क्षेत्र में आदिवासी समुदाय का वर्चस्व है. यहां किसी भी पार्टी की हार में इस जाति के वोटरों का सबसे बड़ा योगदान माना जाता है. वर्तमान में आदिवासी बहुल सीट बीजेपी के हाथ में है. साल 2017 में सनखेडा में बीजेपी के अभेसिंह मोतीभाई तडवी ने 13 हजार वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी.
Gujarat Vidhansabha Election 2022: उदयपुर जिले की पावी जेतपुर सीट पर अभी कांग्रेस का कब्जा है. इससे पहले हुए चुनाव में यह सीट बीजेपी ने जीती थी. जिसे हराकर कांग्रेस के सुखराम राठवा ने जीत का परचम लहराया था. आदिवासी क्षेत्र की वजह से बीटीपी भी यहां काफी जोर लगा रही है. साल 2017 के चुनाव में कांग्रेस और बीटीपी का गठबंधन था.
आज हम बात कर रहे हैं छोटा उदयपुर जिले की पाविजेतपुर विधानसभा सीट की. हम आपको बताएंगे कि यहां चुनावी समीकरण क्या हैं? इस बार चुनावी मैदान में आम आदमी पार्टी की एंट्री ने बीजेपी और कांग्रेस के लिए मुसीबत बढ़ा दी है. यहां कुल मतदाता 2 लाख 65 हजार 752 हैं.
पीड़ितों के मुताबिक, दर्पण ने एक स्कीम लागू की थी, जिसके तहत पैसे इन्वेस्ट करने वाले लोगों को सस्ते दामों पर मकान देने का वादा किया था. दर्पण शाह ने वडोदरा शहर के सुखधाम रेसीडेंसी नाम की सोसायटी बनाई थी. लोगों को सस्ते घर देने का लालच देकर उनसे इन्वेस्ट करवाया गया. उसके बाद मकान नहीं दिए और बहाने बनाता रहा.