भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) एक राजनीतिक दल है. पार्टी की स्थापना 1964 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी से अलग होकर हुई थी और यह जल्द ही प्रमुख गुट बन गई. सदस्यता और चुनावी सीटों के मामले में यह भारत की सबसे बड़ी कम्युनिस्ट पार्टी है और भारत की राष्ट्रीय पार्टियों में से एक है.
पश्चिम बंगाल में सीपीआई (एम) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा शासन का 34 साल का शासन दुनिया में सबसे लंबे समय तक चलने वाली लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित कम्युनिस्ट नेतृत्व वाली सरकार थी. यह कई बार संसद की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी भी रही है. वर्तमान में, सीपीआई (एम) दो राज्यों में सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा है - केरल में एलडीएफ, जिसका वह नेतृत्व करती है और तमिलनाडु में एसपीए. सात राज्यों की विधानसभाओं में भी इसका प्रतिनिधित्व है (CPIM).
बिहार विधानसभा परिसर में लेफ्ट विधायकों ने अमेरिका से लौटे भारतीयों के साथ हुए दुर्व्यवहार के विरोध में हथकड़ियां पहनकर प्रदर्शन किया. विधायकों ने आरोप लगाया कि ट्रंप सरकार ने भारतीय नौजवानों को हथकड़ी लगाकर भारत भेजा, जो देश के स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ है. देखें उन्होंने और क्या-क्या कहा?
सीपीएम ने अपनी अप्रैल में होने जा रही कांग्रेस के लिए जो रिजॉल्यूशन तैयार किया है, उसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार फासिस्ट या नियो फासिस्ट नहीं है. इसे लेकर लेफ्ट फ्रंट में मतभेद अब खुलकर सामने आ गया है.
सीपीआई (एम) की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (SFI) की जिला प्रमुख भाग्य लक्ष्मी, भाजपा के स्थानीय पार्षद प्रमोद और उनके समर्थकों के नेतृत्व में भीड़ ने कैम्प पर धावा बोल दिया. भीड़ ने कैम्प में तोड़फोड़ मचाई और दो व्यक्तियों ने ड्यूटी पर तैनात एक वर्दीधारी अधिकारी के साथ मारपीट की.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी यानी सीपीएम भी 1991 के प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट को बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. CPM (M) इस एक्ट को खत्म करने या इसमे बदलाव करने का कोई भी प्रयास देश के सामाजिक सौहार्द के लिए खतरनाक साबित होगा.
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी CPI(M) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में अंतिम सांस ली. सीताराम येचुरी दिल्ली के AIIMS के आईसीयू में भर्ती थे. देखिए VIDEO
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) सांसद वी. शिवादासन ने राज्यसभा चेयरमैन जगदीप धनखड़ को पत्र लिखकर इसकी शिकायत की है. चिट्ठी में शिवादासन ने कहा है कि उन्हें सिख फॉर जस्टिस की तरफ से धमकी भरा कॉल आया है.
राहुल गांधी ने वायनाड सीट छोड़ने का ऐलान किया. प्रियंका गांधी वहां से चुनाव लड़ेंगी. ऐसे में अब सवाल ये है कि क्या सीपीआई की एनी राजा फिर वहां से चुनाव लड़ेंगी. वाय़नाड में राहुल गांधी ने एनी राजा को ही शिकस्त दी थी. इस पर आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में एनी राजा ने क्या कहा? देखें ये वीडियो.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को वायनाड लोकसभा सीट छोड़ने की घोषणा कर दी है. अब इस को लेकर वायनाड में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने वाली सीपीआई (एम) की नेता एन्नी राजा ने उन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ये वायनाड के वोटर्स के साथ अन्याय हैं. राहुल को ये बात पहली ही वायनाड की जनता को बता देनी चाहिए थी.
राजस्थान के सीकर से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) उम्मीदवार अमराराम ने जीत हासिल का पार्टी का 35 सालों लंबा सूखा खत्म कर दिया है. इस जीत से पहले अमराराम ने लोकसभा चुनाव में लगातार छह बार हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन 2024 के आम चुनाव में उनकी ये जीत उनकी पार्टी के लिए बेहद खास है.
पश्चिम बंगाल की बहरामपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस के सीनियर नेताओं में शामिल 5 बार के सांसद अधीर रंजन चौधरी को हार सामना करना पड़ा. इस सीट से टीएमसी कैंडिडेट यूसुफ पठान ने फतह हासिल की है, जबकि अधीर रंजन चौधरी 85022 वोटों से चुनाव हार गए.
लोकसभा चुनाव 2024 के मतगणना के चलते CPI (M) के सीताराम येचुरी का मोदी सरकार पर करारा वार, देखें ये वीडियो.
सातवें और अंतिम चरण के चुनाव में पश्चिम बंगाल की 2 सीटें ऐसी हैं जहां बीजेपी ये मानकर चुनाव लड़ रही है कि उसकी जीत तय है. पर तीसरी सीट बशीरहाट बीजेपी की प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है. क्योंकि संदेशखाली इसी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने 2 करोड़ नौकरियों का वादा किया था. वे इसके बारे में कुछ नहीं बोलते. वे महंगाई के बारे में बात नहीं करते, प्रगति और विकास की बात नहीं करते.
राजस्थान के बांसवाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर धन के पुनर्वितरण सर्वेक्षण के वादे को लेकर निशाना साधा था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी सत्ता में आई, तो वह देश की संपत्ति 'घुसपैठियों' और 'ज्यादा बच्चे पैदा करने वालों' में बांट देगी.
कांग्रेस आगामी चुनाव विपक्ष के इंडिया गुट के हिस्से के रूप में लड़कर भाजपा को चुनौती दे रही है. वामपंथी पार्टियां सीपीआई, सीपीआई (एम) और सीपीआई (एमएल) भी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा हैं. बीजेपी, कांग्रेस और वामदलों ने अपने-अपने घोषणापत्र जारी कर दिए हैं. यहां हम तीनों के चुनावी घोषणापत्रों की तुलना पेश कर रहे हैं...