चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल, जिन्हें सीआर पाटिल (CR Patil) के नाम से बेहतर जाना जाता है, गुजरात के नवसारी से तीन बार निर्वाचित संसद सदस्य हैं. वह 17वीं लोकसभा के सदस्य हैं. 2020 से, वह बीजेपी गुजरात राज्य इकाई के अध्यक्ष भी हैं. पाटिल इस पद पर आसीन होने वाले पहले गैर-गुजराती हैं. 2024 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की और पीएम नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री बनें.
पाटिल का जन्म 16 मार्च 1955 को महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पिंपरी अकारौत गांव में एक पुलिस कांस्टेबल रघुनाथ और सरूबाई पाटिल के घर हुआ था. 1951 में परिवार गुजरात चला गया था. उन्होंने आईटीआई, सूरत में स्कूल के बाद तकनीकी प्रशिक्षण हासिल किया. अपने पिता की तरह, उन्होंने भी 1975 से गुजरात पुलिस में पुलिस कांस्टेबल के रूप में काम किया और 14 वर्षों तक सेवा की.
वह 1989 में बीजेपी में शामिल हुए. उन्होंने 1991 में 'नवगुजरात टाइम्स' नाम के एक गुजराती दैनिक के लिए काम करना शुरू किया लेकिन उसके बाद वे राजनीति में आ गए. वह गुजराती, हिंदी, मराठी और अंग्रेजी भाषाएं जानते हैं.
उन्होंने सूरत शहर के बीजेपी कोषाध्यक्ष के रूप में शुरुआत की और फिर सूरत शहर के बीजेपी उपाध्यक्ष बने. 1998 में, उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल द्वारा राज्य पीएसयू, गुजरात अल्कलीज़ एंड केमिकल्स लिमिटेड (GACL) के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था.
गुजरात BJP के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने आर्टिकल 370 को लेकर कांग्रेस और जम्मू-कश्मीर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि 370 हटाने का निर्णय संसद में पारित हुआ था. अब 370 दोबारा कभी लागू नहीं हो सकता. देखें गुजरात आजतक.
सीआर पाटिल गुजरात में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने नवसारी सीट से रिकॉर्ड मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इस बार पीएम मोदी के 3.0 कैबिनेट में उन्हें भी जगह मिली है. उन्हें जल शक्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है.
दिल्ली में पानी संकट को सुलझाने का रास्ता अभी तक साफ नहीं हुआ है. इस बीच, आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के घर जाकर केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाई है. दिलीप पांडेय ने कहा कि इस संकट को सुलझाने के लिए केंद्र सरकार की मध्यस्थता जरूरी है.
दिल्ली में जल संकट गहराता जा रहा है. इसको लेकर अरविंद केजरीवाल सरकार सवालों के घेरे में है. बीजेपी-कांग्रेस दोनों आप सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. इस बीच, AAP के विधायक केंद्रीय जल मंत्री सीआर पाटिल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे और हरियाणा से पानी दिलवाने की मांग की.
गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष सीआर पाटिल भी मंत्री बन गए हैं. उन्हें जल शक्ति मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने इस बार रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की है. उनका रिकॉर्ड रहा है कि हर बार उनकी जीत का आंकड़ा बढ़ता रहा है. उन्हें पीएम मोदी के करीबियों में एक माना जाता है. वह पिछले 36 सालों से राजनीति में सक्रिय हैं. जब नरेंद्र मोदी बीजेपी के महासचिव हुआ करते थे, तब उन्होंने पार्टी ज्वाइन की थी.
मोदी 3.0 कैबिनेट में सीआर पाटिल बने जल शक्ति विभाग के मंत्री. देखें वीडियो.
मोदी सरकार 3.0 में सी आर पाटिल ने ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ
गुजरात बीजेपी अध्यक्ष ने पिछले तीन चुनाव तो 5.5 लाख वोट से भी अधिक के अंतर से जीते हैं. गुजरात से तमाम कद्दावर नेता निकले लेकिन ऐसा कभी नहीं हुआ जब कोई लगातार तीन बार पांच लाख वोट से अधिक के अंतर से जीतकर संसद पहुंचा हो. महाराष्ट्र के जलगांव में जन्मे सीआर पाटिल की हर चुनाव में बड़ी जीत के पीछे कौन से फैक्टर हैं? इससे पहले सीआर पाटिल के सियासी सफर की चर्चा भी जरूरी है.