दयाशंकर सिंह (Dayashankar Singh) एक राजनेता है, जो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं (Dayashankar Singh Leader BJP). उत्तर प्रदेश की 18वीं विधान सभा के सदस्य हैं. साथ ही, वह पार्टी के राज्य उपाध्यक्ष भी हैं. 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में, सिंह ने बलिया नगर निर्वाचन क्षेत्र (Ballia Nagar Constituency) से एक उम्मीदवार के रूप में भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व किया और समाजवादी पार्टी के नारद राय को 23,239 मतों के अंतर से हराया था. सिंह को 25 मार्च 2022 को परिवहन मंत्री (Transport Minister) बनाया गया.
दया शंकर सिंह का जन्म विंध्याचल सिंह के घर हुआ था और वे बिहार के बक्सर (Buxar, Bihar) जिले के राजपुर गांव के रहने वाले थें (Dayashankar Singh Born). 1998 में लखनऊ विश्वविद्यालय से मध्यकालीन इतिहास में कला के परास्नातक किया हैं (Dayashankar Singh Education). सिंह एक व्यवसायी और पेशे से वकील हैं. उन्होंने राजनेता स्वाति सिंह (Swati Singh, Politician) से शादी की है और लखनऊ में रहते हैं (Dayashankar Singh Wife).
दयाशंकर सिंह ने 1991 में लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर अपना करियर शुरू किया और बलिया की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव और उपाध्यक्ष थे. सिंह ने 2007 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी बलिया से चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थें (Dayashankar Singh Political Career).
हरियाणा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को पसंद किया है और यह कांग्रेस के झूठ के खिलाफ एक जीत है. उनका मानना है कि कांग्रेस अपनी नीतियों की वजह से समाप्त होती जा रही है. दयाशंकर सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 10 सीटों पर विजय मिलेगी और कांग्रेस को एक सीट के लिए समाजवादी पार्टी का सहारा लेना पड़ेगा.
यूपी के मंत्री दयाशंकर सिंह ने सपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सपा सरकार में लखनऊ में समाजवादी पार्टी के गुंडों ने पुलिस उपाधीक्षक को एसएसपी ऑफिस के सामने घसीटा था. उस समय पुलिस कुछ नहीं कर पाई थी. लेकिन आज योगी राज में कानून का राज स्थापित हो चुका है.
यूपी सरकार के मंत्री एक्शन में दिखाई दे रहे हैं. उन्नाव में हादसे के बाद परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने बसों का निरीक्षण किया. वहीं, सिंचाई मंत्री दिनेश खटीक बिजनौर में निरीक्षण करते दिखाई दिए और अफसरों को लापरवाही के लिए फटकार लगाते हुए दिखाई दिए. देखें खबरदार.
मध्य प्रदेश में नई सरकार की बागडोर मोहन यादव के हाथ होगी. मोहन की सीएम पद पर ताजपोशी का ऐलान होने के बाद अब यूपी की सियासत गर्मा गई है. योगी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने विपक्षी सपा पर निशाना साधा तो वहीं अखिलेश यादव की पार्टी ने भी पलटवार किया है.
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की जन्म जयंती मनाई गई. इसके बाद राम गोपाल यादव ने मुलायम सिंह का जिक्र कर कहा कि अखिलेश यादव को प्रधानमंत्री बनना चाहिए. कैबिनेट मंत्री दयाशंकर सिंह ने भी इस बारे में अपने विचार साझा किए हैं. देखें वीडियो.
योगी सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा, रवि किशन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं. योगी जी ने रवि किशन को अपना उत्तराधिकारी बनाया है. वहीं बड़े राजनीतिक कद वाले सूबे के तीन बार मिख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव के उत्तराधिकारी आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल निरहुआ हैं.
लखनऊ में तेजस मूवी की स्पेशल स्क्रीनिंग का आयोजन किया गया. इस मौके पर थियेटर में कई राजनेता मौजूद रहे. मंत्री दयाशंकर सिंह से फोन टैपिंग मामले से जुड़ा सवाल पूछा गया. उन्होंने और क्या कहा देखें रिपोर्टर डायरी में.
उत्तर प्रदेश में अब वाहन चालकों को सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन ना करना महंगा पड़ सकता है. दरअसल यूपी सरकार ने राज्य में नंबर प्लेट पर जातिसूचक शब्द लिखवाने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया है. परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
समान नागरिक संहिता पर 22वें विधि आयोग ने एक बार फिर लोगों से अपनी राय मांगी है. लेकिन इसके साथ ही सियासत भी तेज हो गई है. इस पूरे मुद्दे पर यूपी सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा है कि विरोध करने वाले विरोध करते रहेंगे, लेकिन हम देश के हित में काम करेंगे.
2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने अभी से तैयारी करना शुरू कर दिया है. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की नजर पूर्वांचल की सीटों पर है. इसके लिए पार्टी ने छोटे दलों से संवाद और उनके साथ गठबंधन की जिम्मेदारी बृजेश पाठक और दयाशंकर सिंह को सौंपी है. ओमप्रकाश राजभर ही नहीं राजा भैया और संजय चौहान जैसे क्षेत्रीय चेहरों को साधने की तैयारी ये जोड़ी करने वाली है.
यूपी की पूर्व मंत्री स्वाति सिंह और मौजूदा मंत्री दयाशंकर सिंह के बीच पति-पत्नी का रिश्ता अब खत्म हो गया है. स्वाति सिंह ने दयाशंकर सिंह से तलाक ले लिया है. तलाक होने के बाद मंत्री दयाशंकर सिंह ने चुप्पी तोड़ दी है. उन्होंने कहा, 'तलाक एकतरफा है, स्वाति सिंह की बढ़ी हुई राजनीतिक महत्वाकांक्षा इसके पीछे की वजह है.'
उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह का तलाक हो गया है. दयाशंकर सिंह और स्वाति सिंह की शादी 18 मई 2001 को हुई थी. सियासत से लेकर आम लोगों तक सभी को मालूम था कि दोनों सिर्फ नाम के पति-पत्नी हैं और पिछले करीब 10 सालों से दोनों अलग-अलग रह रहे थे.
उमेश पाल हत्याकांड की गुत्थी अभी भी सुलझ नहीं पाई है. क्योंकि यूपी पुलिस ने भले ही दो एनकाउंटर कर दिया हो लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. पुलिस पर सवाल है कि कहीं अतीक अहमद को टारगेट करने के चक्कर में किसी तीसरे ने तो फायदा नहीं उठा लिया? देखें रिपोर्ट.
उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस द्वारा दो एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने बयान दिया है कि पुलिस असली अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रही है. इसलिए कुछ भी कर रही है. उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस अतीक अहमद के दो में से एक बेटे का एनकाउंटर कर देगी. देखें इस पर योगी के मंत्री का जवाब.