डिब्रूगढ़ (Dibrugarh) असम राज्य का एक प्रमुख शहर है, जिसे अक्सर “असम की चाय राजधानी” कहा जाता है. यह शहर राज्य के पूर्वी हिस्से में ब्रह्मपुत्र नदी के दक्षिणी तट पर स्थित है और व्यापार, शिक्षा तथा पर्यटन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. डिब्रूगढ़ असम के औद्योगिक विकास में भी अहम भूमिका निभाता है.
डिब्रूगढ़ का इतिहास ब्रिटिश काल से जुड़ा हुआ है. अंग्रेजों ने यहां बड़े पैमाने पर चाय की खेती शुरू की, जिसके कारण यह क्षेत्र धीरे-धीरे एक प्रमुख चाय उत्पादन केंद्र बन गया. आज भी यहां फैले विशाल चाय बागान इसकी पहचान हैं और देश-विदेश में डिब्रूगढ़ की चाय की खास मांग है.
यह शहर असमिया संस्कृति का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है. यहां बिहू पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. लोकनृत्य, पारंपरिक संगीत और स्थानीय खानपान जैसे माछ-भात, पीठा और लारू लोगों की जीवनशैली को दर्शाते हैं. डिब्रूगढ़ में विभिन्न समुदायों के लोग रहते हैं, जिससे इसकी सांस्कृतिक विविधता और भी समृद्ध हो जाती है.
डिब्रूगढ़ शिक्षा के क्षेत्र में भी अग्रणी है. यहां डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय स्थित है, जो असम के प्रमुख उच्च शिक्षण संस्थानों में से एक है. इसके अलावा मेडिकल, इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा के कई संस्थान भी यहां मौजूद हैं.
पर्यटन की दृष्टि से डिब्रूगढ़ बेहद आकर्षक है. ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य मन मोह लेने वाला होता है. पास के प्रमुख पर्यटन स्थलों में नामेरी नेशनल पार्क, डिब्रू-सैखोवा नेशनल पार्क और माजुली द्वीप शामिल हैं.
आज डिब्रूगढ़ सड़क, रेल और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक विरासत और आर्थिक महत्व के कारण डिब्रूगढ़ असम का एक महत्वपूर्ण और तेजी से विकसित होता शहर है.
देश में एक बार फिर रेल हादसा हुआ है. जानकारी के मुताबिक उत्तरप्रदेश के गोंडा में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस पटरी से उतर गई. इस हादसे में कई लोगों के घायल होने की आशंका है. रेलवे व पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई है. देखिए VIDEO
यूपी के गोंडा में रेल हादसा हुआ है. चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन के कुछ डिब्बे पलट गए. इस हादसे में अब तक 4 लोगों की मौत की खबर है और 20 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. अब इस ट्रेन के लोको पायलट ने बड़ा दावा किया है. देखें वीडियो.
यूपी के गोंडा जिले में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ है. चंडीगढ़ से असम जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए. इस रेल हादसे में अबतक 4 यात्रियों की मौत हुई है, जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं. देखें वीडियो.
अमृतपाल सिंह NSA के तहत डिब्रूगढ़ जेल में बंद हैं. अमृतपाल के वकील राजदेव सिंह खालसा ने जेल में उनसे मुलाकात की, जहां दोनों के बीच चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा हुई. अमृतपाल के पिता तरसेम सिंह और चाचा सुखचैन सिंह शुक्रवार को जेल में उससे मुलाकात करेंगे. इस दौरान चुनाव लड़ने को लेकर चर्चा की जाएगी.
डिब्रूगढ़ पुलिस स्टेशन के प्रभारी अधिकारी राजू बहादुर छेत्री ने इस मामले में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि पड़ोसियों की शिकायत के बाद आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया है. महिला एक जाने माने डॉक्टर की पत्नी है.
खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Khalistani supporter Amritpal Singh) इस समय असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में कैद है. जेल में चेकिंग के दौरान अमृतपाल सिंह की सेल में आपत्तिजनक सामग्री मिली है. इसके बाद जेल अधीक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है.
लोकसभा चुनाव 2024 बेहद नज़दीक हैं. नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए पूरा ज़ोर लगा रही है. वहीं, विपक्षी दल भी उलटफेर करने की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं. चुनाव से पहले असम की डिब्रूगढ़ सीट पर क्या हैं सियासी समीकरण, वीडियो में जानिए. रिपोर्ट: (ऋतिक)
असम के डिब्रूगढ़ में एक कार सामने से आ रहे ट्रक से जा टकराई. इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई. जबकि, छह लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने कार और ट्रक को कब्जे में ले लिया है. पता लगाया जा रहा है कि आखिर हादसे के पीछे गलती किसकी है.
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने गिरफ्तार किए गए लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को उनसे मिलने की अनुमति दी थी. गुरुवार को अमृतपाल और अन्य आरोपियों से मिलने इनके परिवार के 10 लोग असम की डिब्रूगढ़ जेल पहुंचे. मुलाकात के बाद उन्होंने आरोपियों पर एनएसए की कार्रवाई को साजिश करार दिया.
पंजाब पुलिस ने बीते दिन अमृतपाल के सबसे करीबी साथी पप्पलप्रीत को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद आज यानी मंगलवार को पप्पलप्रीत को असम की डिब्रूगढ़ जेल शिफ्ट किया गया. पंजाब पुलिस जब उसे ले जा रही थी तब उसने बयान दिया कि उसे अमृतपाल के बारे में जानकारी नहीं है. उसने कहा, 'अमृतपाल आत्मसमर्पण करेगा या नहीं, ये मुझे नहीं पता है.'
पंजाब पुलिस खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर तेजी से शिकंजा कस रही है. उसके संगठन से जुड़े 112 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. पांच साथियों पर NSA लगाया गया है. इसी बीच जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के 'वारिस पंजाब दे' संगठन ने जम्मू-कश्मीर से कुछ हथियार खरीदे हैं.
पंजाब में बीते दिन गिरफ्तार किए गए अमृतपाल सिंह के 4 आरोपियों को वायुसेना के विशेष विमान से असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया. उन्हें डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल में रखा जाएगा. आईजी जेल समेत पंजाब पुलिस की 27 सदस्यीय टीम साथ है. बीते दिन पंजाब में उसके खिलाफ बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया गया. इस ऑपरेशन में 78 लोगों को गिरफ्तार किया गया.