दिगंबर कामत
दिगंबर कामत (Digambar Kamat) एक भारतीय राजनेता हैं. वह 2007 से 2012 तक गोवा के मुख्यमंत्री रहे (Digambar Kamat, Former CM of Goa). गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के बाद मनोहर परिकर (Mnohar Parikar) ने उनका स्थान लिया. 2006 से 2019 तक, वह स्विमिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष थे. वर्तमान में, वह मडगांव निर्वाचन क्षेत्र से विधायक के रूप में कार्यरत हैं. 31 मार्च 2022 को उन्हें कांग्रेस कार्य समिति के स्थायी आमंत्रित सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था.
दिगंबर का जन्म 8 मार्च 1954 को गोवा के मडगांव में हुआ था (Digambar Kamat Age). उनके पास विज्ञान में स्नातक की डिग्री (बीएससी) है (Digambar Kamat Education). दिगंबर की शादी आशा से हुई (Digambar Kamat Wife) है और उनके दो बच्चे हैं (Digambar Kamat Children).
दिगंबर वसंतराव कामत ने अपने करियर की शुरुआत भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के सदस्य के रूप में की थी. 1994 में, वह भारतीय जनता पार्टी गठबंधन सरकार में शामिल हुए. 2005 में, वह एक बार फिर मडगांव निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं के जनमत संग्रह के समर्थन में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए. कामत ने मार्च 2012 में हुए गोवा विधानसभा चुनावों में भाजपा बहुमत वाली सरकार को 6 मार्च 2012 को नेतृत्व की कमान सौंपी. उन्होंने अपनी मडगांव निर्वाचन क्षेत्र की सीट को बरकरार रखा और 2019 तक मडगांव निर्वाचन क्षेत्र के निर्वाचित विधायक सदस्य के रूप में बने रहे. जुलाई 2019, में दिगंबर कामत को सर्वसम्मति से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले गोवा विधान सभा के विपक्ष का नेता चुना गया. मार्च 2022 में, उन्हें एक बार फिर मडगांव निर्वाचन क्षेत्र के विधायी सदस्य के रूप में चुना गया (Digambar Kamat, Political Career).
गोवा में कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस को इतना बड़ा झटका देने में दिगंबर कामत और माइकल लोबो का नाम सामने आ रहा है. दोनों पुराने भाजपाई रहे हैं. लोबो इसी साल बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे, तो कामत तीन बार बीजेपी से विधायक रहे हैं.
गोवा की राजनीति में इस समय बड़ी उथल-पुथल मची हुई है. कांग्रेस के 11 में से 8 विधायक पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने भी पार्टी बदल ली है. मीडिया ने जब उनसे पूछा कि उन्होंने तो मंदिर में जाकर कांग्रेस न छोड़ने की शपथ ली थी, इस पर कामत ने बड़ा रोचक जवाब दिया.