दुष्यंत सिंह चौटाला (Dushyant Chautala) हरियाणा के जननायक जनता पार्टी के अध्यक्ष और सह-संस्थापक हैं. वे 12 मार्च 2024 तक हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रहे. वे 2019 से हरियाणा विधानसभा में उचाना कलां निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
2019 हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद उन्होंने हरियाणा के उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी (Former Deputy CM of Haryana).
उन्होंने 2014 से 2019 तक हरियाणा में हिसार लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हुए 16वीं लोकसभा में संसद सदस्य के रूप में भी कार्य किया. 2019 में, वह भारतीय जनता पार्टी से अपनी सीट हार गए.
वह 2017 से भारतीय टेबल टेनिस महासंघ के अध्यक्ष और 2019 से भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यकारी सदस्य भी हैं.
दुष्यंत चौटाला का जन्म 3 अप्रैल 1988 को हरियाणा के हिसार के डरोली गांव में हुआ था वह अजय चौटाला के बेटे हैे. वह ओम प्रकाश चौटाला के पोते और भारत के पूर्व उपप्रधानमंत्री देवीलाल के परपोते हैं. वह अभय सिंह चौटाला के भतीजे भी हैं. उनका एक छोटा भाई दिग्विजय चौटाला हैं. उनका परिवार हरियाणा के सबसे प्रमुख जाट राजनीतिक राजवंशों में एक हैं.
दुष्यंत चौटाला ने अपनी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा सेंट मैरी स्कूल, हिसार और द लॉरेंस स्कूल, सनावर, हिमाचल प्रदेश से पूरी की. उन्होंने कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी, बेकर्सफील्ड, कैलिफोर्निया से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन और मैनेजमेंट में स्नातक की पढ़ाई पूरी की. साथ ही, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, दिल्ली से 'मास्टर ऑफ लॉ' भी किया है.
उन्होंने 18 अप्रैल 2017 को मेघना चौटाला से शादी की.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में उन दलों का हाल खराब रहा जो सत्ता की चाबी अपने पास आने के दावे कर रहे थे. जेजेपी और एएसपी गठबंधन के दुष्यंत चौटाला समेत 82 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. इस मामले में टॉप पर रही आम आदमी पार्टी. जानिए बाकी दलों का हाल.
हरियाणा में चौटाला फैमिली के आठ सदस्यों ने चुनाव लड़ा, जिनमें सिर्फ दो को ही जीत मिली. बंसीलाल परिवार के दो लोग एक ही सीट पर आमने-सामने थे, उनमें श्रुति चौधरी चुनाव जीत गईं. इसके अलावा भजनलाल परिवार की बात करें तो पंचकूला सीट से कांग्रेस की टिकट पर चंद्रमोहन ने चुनाव जीता.
हरियाणा की फिरोजपुर झिरका सीट से कांग्रेस प्रत्याशी मामन खान ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. नूंह हिंसा के आरोपी मामन ने 98 हजार से ज्यादा वोटों से बीजेपी कैंडिडेट को हराया. वहीं उचाना कलां सीट से बीजेपी प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने महज 32 वोटों से जीत हासिल की है.
Haryana VIP Seats Results: हरियाणा में शुरुआती रुझानों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला, लेकिन जैसे-जैसे वोटों की गिनती आगे बढ़ी कांग्रेस की सीटों की संख्या घटती गई और बीजेपी का नंबरगेम बढ़ता गया. इस बार दुष्यंत चौटाला और उनके भाई दिग्विजय चौटाला चुनाव हार गए, जबकि उनके ताऊ अभय सिंह चौटाला को भी ऐलनाबाद सीट से हार ही मिली. VIP मानी जाने वाली लाडवा सीट से मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, गढ़ी सांपला से भूपिंदर सिंह हुड्डा, जुलाना से विनेश फोगाट, हिसार से सावित्री जिंदल ने चुनाव जीत लिया है.
बीजेपी उम्मीदवार देवेंद्र अत्री को 48968 वोट मिले हैं, जबकि बृजेंद्र सिंह को 48936 वोट मिले हैं, दोनों की हार-जीत में महज 32 सीटों का फर्क है. पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव पहले बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे.
हरियाणा के चुनाव परिणाम घोषित हो चुके हैं और बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. वहीं जेजेपी, जिसे कभी 'किंगमेकर' का दर्जा मिला था, अपने चुनावी पतन का सामना कर रही है. पार्टी नेता दुष्यंत चौटाला को उनके गढ़ उचाना कलां सीट से हार का सामना करना पड़ा है. जेजेपी का बीजेपी के साथ गठबंधन टूटने के बाद पार्टी का ग्राफ तेजी से गिरा है.
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जननायक जनता पार्टी (JJP) का पूरी तरह सफाया हो गया, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने सिर्फ दो सीटें जीतीं. प्रमुख नेता दुष्यंत चौटाला और अभय सिंह चौटाला अपनी-अपनी सीटों पर हार गए, जिससे इन पार्टियों का राजनीतिक भविष्य सवालों के घेरे में आ गया है.
जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-एनसी गठबंधन ने बहुमत हासिल किया है तो वहीं हरियाणा में बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. दोनों राज्यों में सबसे बड़ा झटका पीडीपी और जेजेपी को लगा है. जहां हरियाणा में जेजेपी का खाता नहीं खुल सका तो वहीं जम्मू-कश्मीर में पीडीपी को सिर्फ तीन ही सीटें मिल सकीं. दोनों राज्यों की इन क्षेत्रीय पार्टियों को अपने-अपने स्तर पर बड़े नुकसान हुए हैं.
हरियाणा विधानसभा चुनाव परिणामों में दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा को भारी नुकसान झेलना पड़ा है. पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन कर सत्ता में आई जजपा इस बार चुनावी दौड़ से बाहर होती नजर आ रही है. पार्टी के प्रमुख और हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला उचाना कलां सीट से छठे स्थान पर हैं, जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवार उनसे आगे हैं.
हरियाणा चुनाव के लिए काउंटिंग सुबह आठ बजे से जारी है. रुझानों में बीजेपी लगातार तीसरी बार हरियाणा में सरकार बनाने जा रही है. रुझानों में बीजेपी 49 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. कांग्रेस 34 सीटों पर आगे है जबकि इंडियन नेशनल लोकदल दो सीटों और अन्य पांच सीटों पर आगे हैं. दुष्यंत चौटाला की जेजेपी किसी भी सीट पर बढ़त बनाए हुए नहीं है.
Haryana Election Results: हरियाणा की उचाना कलां सीट पर दुष्यंत चौटाला एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं. उनके सामने कांग्रेस की टिकट पर पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह और बीजेपी की टिकट पर देवेंद्र अत्री मैदान में हैं.
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान के बाद आए एग्जिट पोल के नतीजों ने दुष्यंत चौटाला की पार्टी JJP के लिए एक कठिन तस्वीर पेश की है. सी वोटर के एग्जिट पोल के अनुसार, JJP को केवल 4% वोट मिलने का अनुमान है, जिससे पार्टी 0-2 सीटों तक सिमट सकती है.
एग्जिट पोल में बीजेपी जम्मू-कश्मीर में बहुमत से बहुत दूर, लेकिन सत्ता के काफी करीब नजर आ रही है - अगर नेशनल कांफ्रेंस गठबंधन स्पष्ट बहुमत नहीं हासिल कर पाता, तो अभी से ही समझ लेना चाहिये - सत्ता उसके हाथ नहीं आने वाली है.
हरियाणा की राजनीति में जाति एक अहम भूमिका निभाती है. पार्टियों की अपनी सोशल इंजीनियरिंग रणनीतियां होती हैं. कांग्रेस करीब 50 फीसदी आबादी वाले जाटों, दलितों और अल्पसंख्यकों को एकजुट करने की कोशिश कर रही है. दूसरी ओर बीजेपी अन्य पिछड़ा वर्ग और सामान्य श्रेणी के मतदाताओं को एकजुट करने की कोशिश कर रही है.
इस बार के हरियाणा विधानसभा चुनाव में उचाना कलां का नाम सबसे ज्यादा चर्चित सीटों में शुमार है, क्योंकि यहां से से जेजेपी के अध्यक्ष दुष्यंत चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के ब्रिजेंद्र सिंह और बीजेपी के देवेंद्र चतुर्भुज अत्री से है. निर्दलीय उम्मीदवार वीरेंद्र घोघड़ियां भी मजबूती से चुनाव में नजर आ रहे हैं. देखें ई-बाइक रिपोर्टर.
हमले के बाद दुष्यंत चौटाला ने कहा, "पुलिस के एक घंटा दे रहा हूं. जिसने हमला किया और गाड़ी तोड़ी, उसको पकड़ो, आप यहां चुनाव तमाशा कर रहे हो. सिर्फ एफआईआर नहीं, हमलावरों को पकड़ो."
हरियाणा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही अब तक सीधे लड़ाई होते आई है. दोनों पार्टियां मुख्य तौर पर ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) और जाट वोट बैंक को साधने के लिए जोर लगा रही है. वहीं, अनुसूचित जाति (एससी) भी इस बार चुनावों में निर्णायक फैक्टर हो सकती है.
आज तक पंचायत में पहुंचे हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने बताया कि वो अपने राज्य की राजनीति में नीतीश कुमार बनने की ख्वाहिश रखते हैं. पर नीतीश कुमार बनने के लिए दुष्यंत और उनकी पार्टी कितनी तैयार है?
हरियाणा चुनाव में दुष्यंत चौटाला अपने लिए नीतीश कुमार वाला रोल तलाश रहे हैं. दुष्यंत ने दावा किया है कि इस बार ताला भी हमारा होगा और चाबी भी हमारी होगी. दुष्यंत के इस नए रोल के तलाश के पीछे क्या है और क्यों उन्हें हरियाणा में नीतीश कुमार वाले रोल की उम्मीद है?
हरियाणा में चुनावी माहौल के बीच आज 'पंचायत आजतक' का मंच सज गया है. कार्यक्रम में हरियाणा के पूर्व डिप्टी मुख्यमंत्री और जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता दुष्यंत चौटाला ने भी शिरकत की. हरियाणा विधानसभा चुनाव में क्या JJP किंगमेकर साबित होगी? चुनाव बाद क्या होगी पार्टी की भूमिका? ऐसे तमाम सवालों पर क्या बोले दुष्यंत चौटाला? देखें इंटरव्यू.
Panchayat Aaj Tak 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच आजतक खास कार्यक्रम लाया है. जेजेपी प्रमुख दुष्यंत चौटाला इस कार्यक्रम पंचायत आजतक में शिरकत की और तमाम सवालों के जवाब दिए. उन्होंने यह भी बताया कि वह इस चुनाव के बाद किन संभावनाओं पर विचार करेंगे.