इब्राहिम रईसी (Ebrahim Raisi) का पूरा नाम सैय्यद इब्राहिम रईसोलसादती था. वह एक ईरानी इस्लामवादी राजनीतिज्ञ थे. 3 अगस्त 2021 से ईरान के आठवें राष्ट्रपति थे (Ebrahim Raisi President of Iran). 19 मई 2024 को उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. पूर्वी अजरबैजान में हुए हेलिकॉप्टर हादसे में उनकी मौत हो गई (Ebrahim Raisi Death). वह 63 साल के थे.
रईसी ने ईरान की न्यायिक प्रणाली में कई पदों पर कार्य किया था, जैसे कि उप मुख्य न्यायाधीश, अटॉर्नी जनरल, और मुख्य न्यायाधीश. वह 1980 और 1990 के दशक में तेहरान के अभियोजक और उप अभियोजक भी थे. साथ ही, वह 2016 से 2019 तक कस्टोडियन और अस्तान कुद्स रजावी के अध्यक्ष भी रहे थे. वह 2006 के चुनाव में पहली बार चुने जा रहे दक्षिण खुरासान प्रांत के विशेषज्ञों की सभा के सदस्य थे. रईसी नवंबर 2019 में सूचीबद्ध नौ ईरानी अधिकारियों में से एक थे, जो कथित मानवाधिकारों के हनन के कारण संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा प्रतिबंधित थे.
रईसी 2017 में रूढ़िवादी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इस्लामिक रेवोल्यूशन फोर्सेज के उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवर थे और उदारवादी राष्ट्रपति हसन रूहानी से हार गए थे. कई पर्यवेक्षकों के अनुसार 2021 के ईरानी राष्ट्रपति चुनाव में रईसी के पक्ष में धांधली हुई थी, जिन्हें अली खमेनेई का कट्टर सहयोगी माना जाता है. खमेनेई को सर्वोच्च नेता के रूप में सफल करने के लिए रईसी को अक्सर उनके साथ देखा जाता था. खमेनेई की मृत्यु और नए सर्वोच्च नेता के रूप में अली खमेनेई के चुनाव के बाद, रईसी को नव नियुक्त मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद यजदी ने तेहरान अभियोजक के रूप में नियुक्त किया था. 2004 से 2014 तक रईसी ने ईरान के पहले उप मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्य किया (Ebrahim Raisi Political Career).
इब्राहिम रईसी का जन्म 14 दिसंबर 1960 को मशहद के नोघन जिले में हुआ था (Ebrahim Raisi Age). वह एक मौलवी परिवार से थे. रईसी जब 5 साल के थे, उनके पिता सैयद हाजी की मृत्यु हो गई थी. रईसी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा 'जवादियेह स्कूल' से की, फिर हौजा (इस्लामिक मदरसा) में पढ़ना शुरू किया था (Ebrahim Raisi Education).
रईसी की शादी जमीलेह अलमोल्होदा से हुई थी, जो मशहद जुमे की नमाज के नेता और इमाम रजा दरगाह के ग्रैंड इमाम अहमद अलमोल्होदा की बेटी हैं (Ebrahim Raisi Father in Law). जमीलेह, तेहरान के शाहिद बेहेश्टी विश्वविद्यालय में एक सहयोगी प्रोफेसर हैं और विश्वविद्यालय के विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मौलिक अध्ययन संस्थान की अध्यक्ष भी हैं. रईसी की दो बेटियां और दो पोते हैं.
लेबनान में हिजबुल्लाह लड़ाकों पर हुए पेजर अटैक के बीच ईरान में अलग ही चर्चा जोर पकड़ चुकी. वहां के एक सांसद ने दावा किया कि राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत भी पेजर ब्लास्ट से हुई थी. इसी मई में हेलीकॉप्टर क्रैश होने से रईसी की जान गई थी. इसके बाद अटकलें लगने लगीं कि ये हादसा नहीं, साजिश है जिसमें इजरायल का हाथ है.
ईरान के राष्ट्रपति पद के लिए कुल 80 लोगों ने आवेदन दिया था. लेकिन बाद में सिर्फ छह नामों पर मुहर लगी. तीन बार संसद स्पीकर रह चुके अली लारीजानी ने भी राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के लिए आवेदन दिया था लेकिन उनके नाम पर भी मुहर नहीं लगी.
ईरान में 28 जून यानी आज राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने हैं. राष्ट्रपति पद की रेस में 4 उम्मीदवार हैं. इसमें सईद जलीली, मोहम्मद बाक़र क़ालीबाफ़, मुस्तफ़ा पोरमोहम्मदी और मसूद पेज़ेशकियान का नाम शामिल है.
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वायरल वीडियो ईरानी राष्ट्रपति के हेलीकॉप्टर क्रैश का नहीं है. यह 2014 में रूस में हुए एक एयर शो का वीडियो है.
ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के निधन की वजह से ईरान में शोक मनाया जा रहा है. इससे तमाम भारतीय भी गमजदा हैं. लद्दाख में शिया मुसलमानों ने रईसी की याद में जुलूस निकाला. इस दौरान बच्चे से लेकर बुजुर्ग अपने हाथ में रईसी का पोस्टर लिए नजर आए. उन्होंने इब्राहिम रईसी के लिए दुआ की.
ईरान में आधिकारिक अंतिम संस्कार समारोह में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे जगदीप धनखड़ ने दुर्घटना में मारे गए रईसी, अमीर अब्दुल्लाहियन और अन्य ईरानी अधिकारियों को श्रद्धांजलि दी. रईसी के सम्मान में मंगलवार को पूरे भारत में एक दिवसीय राजकीय शोक मनाया गया.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के हेलीकॉप्टर क्रैश को सिर्फ एक हादसा नहीं बल्कि शक की निगाह से भी देखा जा रहा है. क्योंकि इन दिनों ईरान के रिश्ते इज़रायल के साथ बेहद खराब हैं. ऐसे में इस वारदात के पीछे कोई साज़िश हो या ना हो, लेकिन सोशल मीडिया से लेकर अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर लोग इब्राहिम रईसी की मौत के लेकर इज़रायली खुफिया एजेंसी को शक भरी निगाहों से देखने लगे हैं. सवाल ये है कि क्या मोसाद ने ही राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलीकॉप्टर क्रैश कराया है? इसके पीछे शक की 6 वजह हैं.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी और विदेश मंत्री सहित नौ लोगों की बीते रविवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई थी. हादसे के समय रईसी का हेलिकॉप्टर अजरबैजान से लौट रहा था.अब इस हेलिकॉप्टर के लेकर कई खुलासे हो रहे हैं.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की रविवार को हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई. रईसी की मौत पर शुरुआत से ही संशय बना हुआ है. जिस समय उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ. वह अजरबैजान में किज कलासी और खोदाफरिन बांध का उद्घाटन करने गए थे.
एक हेलिकॉप्टर हादसे में, ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई. इस हादसे में विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर, मालेक रहमती और धार्मिक नेता, मोहम्मद अली आले-हाशेम की भी मौत हो गई है. ऐसा पहली बार नहीं है जब एयर क्रैश में किसी वीवीआईपी हस्ती की मौत हुई हो. कई बार ऐसे मौके आए जब दुनिया ने हेलिकॉप्टर और प्लेन दुर्घटना में मारे गये नामों को सुना और चकित रह गई. आइए जानते हैं ऐसे ही 10 हादसों के बारे में.
शिया धर्मगुरु सैयद अहमद मुसावी का जन्म उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के पास किंटूर नामक एक छोटे से शहर में हुआ था. बीबीसी पत्रकार बाकर मोईन के अनुसार, मुसावी ने भारत के साथ अपना जुड़ाव दिखाने के लिए सरनेम के रूप में 'हिंदी' का इस्तेमाल किया. उनके पोते रुहोल्ला खुमैनी को आगे चलकर 1979 की ईरानी क्रांति का जनक कहा गया.
रईसी की मौत के बाद अब ईरान में सत्ता की एक नई लड़ाई शुरू होने की संभावना भी जताई जा रही है. माना जा रहा है कि मोहम्मद बागेर गालीबाफ अगला राष्ट्रपति बन सकते हैं. उन्हें अच्छा-खासा समर्थन हासिल है.
ईरान के राष्ट्रपति की मौत के बाद कई देशों ने ईरान से सहानुभूति जताई है. रूस के विदेश मंत्री ने हेलिकॉप्टर क्रैश के लिए अमेरिका पर निशाना साधा है. विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि इसके लिए स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई पर अमेरिकी पाबंदी जिम्मेदार है . उन्होंने कहा कि इससे उड़ानों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है. देखें कैसे कैसे पूरे मामले में अमेरिका पर शक जताया जा रहा है.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद दुनियाभर से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. इस बीच ईरान की 'डेथ कमेटी' की भी चर्चा हो रही है.
तबरीज शहर में रईसी का अंतिम संस्कार करने का ऐलान किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 4 युद्धक विमानों और बड़ी संख्या में सुरक्षा गार्डों के साथ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में शामिल होने का फैसला किया है
टक्कर के बाद तीन टुकड़ों में टूट गया था रईसी का हेलिकॉप्टर, मौके पर पहुंचे तुर्की के व्लॉगर ने 60 सेकेंड में बताया क्रैश का मंजर.
हेलिकॉप्टर क्रैश में ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत हो गई है. उनकी मौत के बाद ईरान में ही कुछ लोग जश्न मना रहे हैं. रईसी को 'तेहरान का कसाई' भी कहा जाता था. लेकिन क्यों? जानते हैं इसकी वजह
ईरान के प्रेसिडेंट रईसी समेत कई वीवीआईपीज को लेकर उड़ान भर रहा ईरान का हेलीकॉप्टर ईरानी शहर तबरेज से करीब 50 किलोमीटर दूर वर्जेकान शहर के नजदीक पहाड़ी इलाकों में गुम हो जाता है. शुरुआती खबर उनके हेलीकॉप्टर की हार्ड लैंडिंग की सूरत में आती है. लेकिन हकीकत कुछ और थी.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की हेलिकॉप्टर क्रैश में मौत हो गई. वह साल 2021 में ईरान के राष्ट्रपति बने थे. ईरान में एक वर्ग रईसी की मौत पर खुशी मना रहा है. दरअसल, रईसी कट्टरपंथी मौलवी थे, जिन्होंने अपने कार्यकाल में महिलाओं के लिए सख्त ड्रेस कोड और हिजाब को जरूरी कर दिया था. राजनीति में आने से पहले रईसी एक वकील थे.
ईरान में रविवार शाम पहाड़ी क्षेत्र में खराब मौसम की वजह से राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हेलिकॉप्टर में विदेश मंत्री, गर्वनर और क्रू मेंबर्स समेत 9 लोग सवार थे. सभी लोगों की मौत हो गई. जब हादसा हुआ, उस समय रईसी अजरबैजान बॉर्डर पर एक कार्यक्रम में शामिल होकर लौट रहे थे.
तुर्की के व्लॉगर ने अपने वीडियो में समझाया है कि आखिर घटनास्थल का मंजर कैसा है? इस व्लॉगर का नाम एडम मेतान है. वीडियो में एडम कहते हैं कि हेलिकॉप्टर का पिछला हिस्सा यहां पड़ा है जबकि बाकी का हिस्सा उस तरफ है. वह बताता है कि हम बहुत ही मुश्किल स्थितियों में यहां तक पहुंचे हैं.