इलेक्ट्रिक साइकिल
एक इलेक्ट्रिक साइकिल (Electric Cycle) एक मोटर चालित साइकिल होता है. इसमें एक इंडिग्रेटेड इलेक्ट्रिक मोटर होता है जिसका उपयोग शक्ति प्रदान करने के लिए किया जाता है. दुनिया भर में कई प्रकार की ई-बाइक उपलब्ध हैं, लेकिन वे आम तौर पर दो श्रेणियों में आती हैं: बाइक जो सवार की पेडल-पावर (यानी पेडलेक) की सहायता करती हैं और बाइक जो थ्रॉटल पैदा करती हैं. दोनों पर ही राइडर के लिए पेडल करने का विकल्प होता है, लिहाजा यह इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल नहीं हैं (Electric Cycle Categories).
ई-साइकिल रिचार्जेबल बैटरी का उपयोग करती हैं और आम तौर पर 25 से 32 किमी/घंटा की रफ्तार से चलती हैं. उच्च शक्ति वाली किस्में 45 किमी/घंटा से अधिक की गति से चल सकती हैं (Electric Cycle Power and Speed).
स्थानीय कानूनों के आधार पर, कई ई-बाइक को कानूनी रूप से मोपेड या मोटरसाइकिल के बजाय साइकिल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है. यह उन्हें अधिक शक्तिशाली दोपहिया वाहनों के प्रमाणन और संचालन के संबंध में कड़े कानूनों से छूट देता है जिन्हें अक्सर इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है (Electric Cycle Legal Status).
ई-बाइक मोटर चालित साइकिलों के इलेक्ट्रिक मोटर-संचालित संस्करण हैं, जो 19वीं शताब्दी के अंत से संयुक्त राज्य अमेरिका में उपयोग में रहा है (Electric Cycle History).
Helex Electric Bicyle: भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो (BMGE 2025) में इस बार एक से बढ़कर एक अनोखे वाहनों को पेश किया गया है.
Helex Electric Bicyle: भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो (BMGE 2025) में इस बार एक से बढ़कर एक अनोखे वाहनों को पेश किया गया है. इस दौरान आंध्र प्रदेश बेस्ड हेलेन बाइक्स (Helen Bikes) नाम के एक स्टार्ट-अप की अनोखी हबलेस इलेक्ट्रिक साइकिल 'Helex' खूब सुर्खियां बटोर रही है.
MS Dhoni ने इसी साल अप्रैल महीने में EMotorad में इन्वेस्ट किया था. अब कंपनी ने अपने T-Rex Air मॉडल को दो नए रंगों में लॉन्च किया है.
Hero Lactro ने बाजार में अपनी नई इलेक्ट्रिक साइकिल पेश की है. इस नई साइकिल को Muv-E नाम दिया है. ये एक कार्गो इलेक्ट्रिक साइकिल है.
Anand Mahindra ने इस फोल्डेबल इलेक्ट्रिक साइकिल को अपने ऑफिस के परिसर में चलाते हुए तस्वीरें शेयर की हैं. इस इलेक्ट्रिक साइकिल को आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने बनाया है.
टाटा की कंपनी ने नई इलेक्ट्रिक साइकिल लॉन्च की है. क्या है इसके फीचर्स. देखें.
Stryder Zeeta Plus में कंपनी ने 36-वोल्ट/6 एएच बैटरी पैक दिया है, जिस पर 2 साल की वारंटी दी जा रही है. फिलहाल इसे इंट्रोडक्ट्री प्राइस के साथ लॉन्च किया गया है, जो कि सीमित समय के लिए ही लागू है. इसकी रनिंग कॉस्ट महज 10 पैसे प्रतिकिमी है.
इंजीनियर और यूट्यूबर सर्गी गोर्डियेव ने व्हीललेस (Wheeles Bicycle) साइकिल को तैयार किया है. इससे पहले भी वो कई अलग-अलग तरह के साइकिल बना चुके हैं, जिसमें चौकोर व्हील वाली साइकिल और तिकोने व्हील वाली साइकिल प्रमुख हैं.
Square Wheeled Bicycle: चौकोर पहियों वाली ये साइकिल आसानी से चलाई जा सकती है, इसमें बेल्ट-चेन बेस्ड टायर के टुकड़ों का इस्तेमाल किया गया है. इंटरनेट पर चौकोर पहियों वाली ये साइकिल तेजी से वायरल हो रही है.
कंपनी का दावा है कि, ये दुनिया की सबसे ज्यादा रेंज देने वाली इलेक्ट्रिक साइकिल हैं. सिंगल चार्ज ये साइकिल 350 किलोमीटर तक का रेंज देती है. इसे कुल दो वेरिएंट्स में पेश किया गया है, इसके लोअर रेंज वेरिएंट में सिंगल और लांग रेंज वेरिएंट में डुअल बैटरी पैक दिया गया है.
पेशे से इलेक्ट्रिशियन रहीम खान के बेटे शाफिन को पैदल कॉलेज जाना पड़ता था. बेटे की परेशानी को देखते हुए रहीम ने उसकी साइकिल को ई-बाइक में बदल दिया.
नीतीश के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसा है. साथ ही उन्होंने शाह को फिटनेस की सलाह भी दी है. तेज प्रताप ने कहा कि गृहमंत्री को साइकिल चलानी चाहिए. इससे मोटापा कम होगा. केवल पोस्टर लगाकर बिहार आने से कुछ नहीं होगा.
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 01 सितंबर को निर्णय लिया था कि 01 अक्टूबर से इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के सेल्स समेत बैटरी के कल-पुर्जों के लिए अनिवार्य कड़े मानक लागू किए जाएंगे. बदलावों में बैटरी सेल्स को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा मानक, बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम, ऑन-बोर्ड चार्जर, बैटरी पैक का डिजाइन, थर्मल प्रोपेगेशन आदि शामिल हैं.
दिल्ली के लोगों को इलेक्ट्रिक वाहन को सड़क के किनारे खड़ा कर स्ट्रीट लाइट, लैंप पोस्ट या चार्जिंग पोस्ट के माध्यम से चार्ज करने की सुविधा मिलने वाली है. दिल्ली सरकार कई विभागों के साथ मिलकर कर्बसाइड चार्जिंग का ब्लू प्रिंट तैयार कर रही है. कर्बसाइड चार्जिंग, विश्व स्तर पर एक उभरती हुई तकनीक है.
यह घटना है तेलंगाना के सिकंदराबाद की. पासपोर्ट ऑफिस के पास एक चार मंजिला बिल्डिंग में ग्राउंड फ्लोर पर स्थित इलेक्ट्रिक व्हीकल शोरूम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना का कारण बना. बताया जा रहा है कि शोरूम में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को चार्ज किया जा रहा था. इसी के कारण शॉट सर्किट होने से आग लगी और धीरे-धीरे पूरी बिल्डिंग लपटों और धुओं में डूब गई.